विचार

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री लेखक, वरिष्ठ स्तंभकार हैं दिल्ली में उन दिनों आम चर्चा थी कि जब अन्ना हजारे ने मरण व्रत रखा था, तो केजरीवाल की ख्वाहिश थी कि वह व्रत न खोलें, शहीद हो जाएं ताकि केजरीवाल के हाथ भी अपनी पार्टी के लिए एक नया गांधी मिल जाता, जिसकी पीठ पर सवार

अनुज कुमार आचार्य लेखक, बैजनाथ से हैं कश्मीर घाटी में पीठ पीछे हमला करने वाले आतंकवादियों से निपटने से कहीं ज्यादा खतरा आपके मुंह पर भद्दी-भद्दी गालियां निकालते, पत्थर फेंकते कश्मीरी लोगों से है, जहां सैनिकों के हाथों में बंदूकें होते हुए भी उन्हें धैर्य की पराकाष्ठा को लांघकर अपना मानसिक संतुलन बनाए रखना पड़ता

सवालों की सलाखों के पीछे विवाद को समझना आसान होता, तो राजनीति अपने काले सायों को छिपा लेती, इसलिए हिमाचल में भी नरमुंडे प्रश्न खूंखार होते जा रहे हैं। कहां तो कांग्रेस के दामन में हमीरपुर भाजपा का एक नेता सिमट गया और कहां प्रश्न यह उठता है कि बिलासपुर का विधायक अपनी ही पार्टी

( दिनेश नेगी, संधोल, मंडी ) प्राचीन काल से हमारे देश में तांबे के बरतन में पानी रखकर पीने की परंपरा रही है। अब पश्चिमी सभ्यता से प्रभावित होकर अब लोगों ने प्लास्टिक की बोतलों में पानी भरकर पीना शुरू कर दिया है। यह स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होता है। हाल ही में इंग्लैंड

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड मुसलमानों की प्रतिनिधि संस्था नहीं है या तीन तलाक सरीखे मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के सामने बहस शुरू हो सकी है,तो उसका बुनियादी श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को जाना चाहिए। अलबत्ता जब से देश आजाद हुआ है, उससे पहले से ही यह कुप्रथा जारी रही है। चूंकि कांग्रेस समेत

( कुणाल वर्मा, नाहन ) यह पहली बार नहीं हुआ कि शिक्षा बोर्ड के रिजल्ट ने सरकारी स्कूलों की पोल खोली हो। 2500 सरकारी स्कूलों में सिर्फ एक छात्रा मैट्रिक की मैरिट सूची में आती है, तो समझो सरकारी स्कूलों में सब रामभरोसे ही चल रहा है। सरकार ने इस बार सबसे ज्यादा बजट शिक्षा

( कंचन शर्मा, नालागढ़ ) भारत की सेना विश्व की चौथी सबसे शक्तिशाली सेना मानी जाती है। कोई भी देश अपनी सेना और आर्थिकी की दृष्टि से ही शक्तिशाली या कमजोर माना जाता है। कल के एक समाचार के अनुसार भारत की जल सेना को 24 जंगी बेड़ों की जरूरत है, पर भारत के पास

पहले दस दिन में ही एक हजार करोड़ रुपए की कमाई करने वाली बाहुबली दि कान्क्लूजन-2 को लेकर हमीरपुर के युवाओं में खासा क्रेज है। वर्ष 2015 में आई द बाहुबली बिगनिंग को देखने के बाद देश का हर वर्ग इसके दूसरे भाग के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार कर रहा था। 28 अप्रैल

एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा कमाकर बॉक्स आफिस कलेक्शन की नई पटकथा लिखने वाली फिल्म बाहुबली का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। ड्रामा, सस्पेंस और एक्शन से फिल्म दर्शकों का दिल जीत रही है। इस फिल्म ने बालीवुड फिल्म इंडस्ट्री के लिए नई लकीर खींच दी है। जानते हैं फिल्म पर