वैचारिक लेख

प्रधानमंत्री मोदी की मजबूत प्रतिबद्धता में से एक किसानों का सशक्तिकरण है। किसानों को सशक्त बनाना व उनकी आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करना प्रधानमंत्री की ग्रामीण भारत की बेहतरी के लिए एक मजबूत प्रतिबद्धता है, जो भारत की अधिकांश आबादी को सशक्त बनाने और किसान समुदायों के उत्थान के लिए समर्पित हैं। समावेशी विकास पर एक मजबूत ध्यान देने के साथ, उनकी नीतियों और कार्यक्रमों को ग्रामीण और शहरी भारत की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और नीम-लेपित यूरिया उर्वरक को बढ़ावा देने जैसी पहलों को लागू करके, मोदी ने कृषि क्षेत्र

देश में हर महीने तस्करी के जरिए करीब पांच टन सोना आ रहा है। वर्ष 2012-13 में सोने की तस्करी से जुड़े 870 मामले सामने आए थे और सौ करोड़ का सोना जब्त किया गया था। देश के सभी हवाई अड्डों पर तस्करी रोकने के लिए कस्टम विभाग है। इसके अलावा स्थानीय पुलिस भी चौकसी रखती है। देश के बंदरगाहों और समुद्री सीमा पर तस्करों पर निगाह रखने के लिए पुलिस के साथ जलसेना भी है। जिन सफेदपोश जमाखोरों का कालाधन विदेशों में जमा है, वे भी अपने कालेधन को सोने में बदलने लगे हैं। खाड़ी देशों और कालाधन से अर्थव्य

जब भी कहीं किसी को कोई भी पुरस्कार, तिरस्कार मिलता है, मेरी छाती पर पुरस्कार लोटने लगते जाते हैं। कारण, मैं लेखन प्रेमी कम पुरस्कार प्रेमी अधिक हूं। मैंने आज तक जो कुछ भी लिखा, पुरस्कार पाने की इच्छा से ही लिखा। पर पुरस्कार और मेरे बीच पता नहीं क्यों सैंतीस का आंकड़ा है। महीना पूर्व मुझे पुरस्कार न मिलने की वजह माने हुए पुरस्कारनिवेशी पंडित जी ने मेरे लेखन पर अफसरों की साढ़साती बताया, तबसे

गौरतलब है कि कर्मचारियों का योगदान इस योजना में वेतन का 12 प्रतिशत रखा गया था। इस संबंध में जिन कर्मचारियों की पात्रता पाई गई, उनके संबंध में उन्हें डिमांड नोटिस जारी कर दिए गए। गौरतलब है कि इस संबंध में विकल्प उन्हीं कर्मचारियों द्वारा भरे जा सकते हैं, जो 1 सितंबर 2014 को अथवा उससे पूर्व सेवा में थे। इस संबंध में 17.5 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं। कर्मचारियों को पेंशन में वृद्धि हेतु कुछ समय लग सकता है...

अब लोकसभा चुनाव से पूर्व जिस प्रकार पांच भारत रत्न पुरस्कारों की घोषणा हुई है उसने निश्चित रूप से देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान की उच्च गरिमा को ध्वस्त किया है। नागरिक पुरस्कारों के लिए समितियां बनें...

आर्यावर्त में पिछली सरकार अपने अभूतपूर्व क्रांतिकारी शासन काल में राम राज्य की परिकल्पना को धरातल पर सौ फीसदी साकार कर चुकी थी। आर्यावर्त विश्वगुरू के पायदान पर दृढ़ता से काबिज हो चुका था। देश में एक इंच की गुंजाइश भी बाकी न थी, जहां नई केन्द्र सरकार अपने कुशल, गतिशील, ओजस्वी, पारदर्शी और दिग्संचालित शासन से आर्यावर्त को विश्व गुरू के दरजे से आगे बढ़ाते हुए ब्रह्मांड गुरू बना सकती। उसे अ

हम उम्मीद करें कि अब लॉजिस्टिक लागत में लक्ष्य के अनुरूप कमी करके इस समय वैश्विक व्यापार में भारत का जो हिस्सा दो फीसदी से भी कम है, उसे वर्ष 2030 तक बढ़ाकर करीब तीन गुना करने के साथ-साथ निर्यात मूल्य का आकार भी बढ़ाकर 2000 अरब डॉलर किए जाने के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को भी मुठ्ठी में लिया जा सकेगा। इससे देश 2047 तक विकसित देश बनने की डगर पर आगे बढ़ते हुए दिखाई देगा...

हिमाचल में विधिवत चुनाव की घोषणा से पहले ही तैयारियां शुरू हो गई हैं। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, जो राज्यसभा के सदस्य भी हैं और उनका राज्यसभा का कार्यकाल भी खत्म होने को है, चाहें तो लोकसभा का चुनाव मंडी संसदीय क्षेत्र से लड़ सकते हैं, क्योंकि मंडी सीट अभी कांग्रेस के पास है। यहां पर भाजपा को एक मजबूत नेता चाहिए...

बुद्धिजीवी अपनी कमियां छिपाने के लिए अकेले में संवाद, अकेले में प्रयास और अकेले में प्रवास करता है। दुनिया में इसीलिए कुछ ऐसे काम निश्चित हो गए जिन्हें पूरा करने के लिए बुद्धिजीवी होना जरूरी माना गया है। मसलन देश की ऐसी बातों, तथ्यों, संकल्पों और परिस्थितियों पर विचार करने के लिए बुद्धिजीवी होना जरूरी है, वरना जिन विषयों पर सरकारें गौर नहीं फरमातीं, वहां क्यों कोई चोंच मारता। बुद्धिजीवी अपने आप में और अपने आ