वैचारिक लेख

अनुज कुमार आचार्य लेखक, बैजनाथ से हैं   80 फीसदी से अधिक छात्र-छात्राएं मध्यम वर्गीय अथवा निम्न मध्यम वर्गीय परिवारों से आते हैं और इन सब पर जल्दी नौकरी पाने का भारी दबाव रहता है तो वहीं इनके अभिभावकों के समक्ष इनकी महंगी फीस उठाने की चुनौती भी रहती है। सच कहें तो जिनके दो

डा. जयंतीलाल भंडारी विख्यात अर्थशास्त्री   दुनियाभर के 140 शहरों के सर्वेक्षण में नई दिल्ली छह स्थान फिसलकर 118वें पायदान पर तथा मुंबई दो स्थान फिसलकर 119वें पायदान पर आ गया है। जिन पैमानों पर विवेचना की गई है उनमें स्थिरता, संस्कृति, परिवेश, स्वास्थ्य सेवा, मूलभूत ढांचा और शिक्षा क्षेत्र को शामिल किया गया है।

निर्मल असो स्वतंत्र लेखक भूख का अपना कॉकटेल है, स्वाद का अपना शृंगार है। नमक की अपनी भाषा है, तो रोटी का अपना चक्र है। खैर अब रोटी से कहीं आगे निकल गया नमक और इसलिए अपनी रोटी के लिए किसी न किसी का नमक खाना जरूरी है। नमक खाने वालों की तादाद यूं तो

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार इंग्लैंड के नागरिकों ने भारतीय उच्चायोग पर अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के विरोध में प्रदर्शन किया और वहां तोड़-फोड़ की। ऐसा नहीं कि ब्रिटेन की सरकार को इस प्रदर्शन की सूचना नहीं थी। इसकी कई दिनों से तैयारियां चल रहीं थी और लंदन का पाकिस्तानी उच्चायोग इसको पूरी

हरिमित्र भागी लेखक, धर्मशाला से हैं भारत में 4120 विधानसभा सदस्य व 462 विधान परिषद सदस्य, कुल विधायक 4582, वेतन- भत्ता मिलाकर दो लाख खर्च अर्थात 91 करोड़, 64 लाख रुपए प्रतिमाह। इस हिसाब से प्रतिवर्ष लगभग 1100 करोड़ रुपए। लोकसभा, राज्यसभा सदस्य कुल 776, वेतन भत्ता प्रतिमाह 5 लाख कुल सांसदों का 38 करोड़

कर्नल मनीष धीमान स्वतंत्र लेखक इसी सप्ताह तीन सितंबर को भारतीय वायु सेना में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ लड़ाकू हेलीकॉप्टर ए एच 64 डव्ल्यू अपाचे को कमीशन किया गया। अपाचे की काबिलीयत का अंदाजा उसके अभी तक के ट्रैक रिकार्ड से लगाया जा सकता है। यह एक ऐसा लड़ाकू हेलीकॉप्टर है जो रात को दुश्मन के

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार सम्मान की जिस दृष्टि के साथ विश्व आज हमें देख रहा है, वह सम्मान चंद्रयान जैसी परियोजना के कारण और बढ़ गया है। जब मैंने यूएन सर्विस की यात्रा की अथवा एयर इंडिया के बोर्ड में जब मैं डायरेक्टर था तो उस समय अन्य देश भारत अथवा भारतीयों की

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक फुटबाल संघ का इतिहास 1974 से हिमाचल में शुरू होता है जब सुकेत के राजा ललित सेन को अध्यक्ष तथा चेतराम वर्मा को महासचिव बनाया गया था। इसी वर्ष एएन तिवारी की कप्तानी में हिमाचल प्रदेश की टीम ने रोजर कप कोलकाता में प्रतिनिधित्व किया था। उस समय मंडी, धर्मशाला,

जगदीश बाली लेखक, शिमला से हैं शिक्षक दिवस पर इस समाचार पत्र के पन्ने एक ओर पीटरहॉफ  में सम्मानित होने वाले अध्यापकों की सूची थी, तो इस सूची के बगल में इन इनामों के चयन में मैरिट सूची में गड़बड़ी की खबर थी। इसे देख और पढ़ कर हैरानी हुई, मगर उससे ज्यादा दुख हुआ।