वैचारिक लेख

कुलदीप नैयर लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं वास्तव में एक संघीय ढांचे की संभावना को देखने के लिए गैर भाजपा शासित राज्यों के कुछ नेता एक-दूसरे के संपर्क में हैं। अगर आप पीछे की ओर देखें, तो जनता पार्टी एक संघीय ढांचा था। यह पार्टी शासन की अपनी पूरी अवधि पूरा नहीं कर पाई क्योंकि इसके

डा. विनोद गुलियानी लेखक, बैजनाथ से हैं कर्मचारियों के लिए यदि तबादला नीति पारदर्शी, बिचौलियों व माफिया से मुक्त होगी, तो ही सबका साथ सबका विकास की सोच अपना क्रियात्मक रूप दिखाएगी। इससे कर्मचारी सचिवालय के गलियारों में चक्कर लगाने तथा विधायकों के आगे-पीछे घूमने की पीड़ा से भी निजात पा सकेंगे और हमारे सरकारी

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री लेखक, वरिष्ठ स्तंभकार हैं ममता बनर्जी की मंशा दोषियों को सजा दिलवाने में इतनी नहीं है। उनकी मंशा इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना का राजनीतिक लाभ उठाने की लगती है। ममता बनर्जी को आने वाले चुनावों में मुसलमानों के एकमुश्त वोट चाहिए। उन्हें हिंदुओं के वोटों पर भरोसा नहीं है। हिंदुओं के वोट

डा.के राकेश लेखक, शिक्षाविद हैं बोर्ड परीक्षा में कुछ चुनिंदा लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए करोड़ों अन्य छात्रों का भविष्य दांव पर लगाने वालों को संभवतः मृत्यु दंड से भी कड़ा दंड मिलना चाहिए। इसे देश का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि एक भी केंद्रीय मंत्री, एक भी राज्य के मुख्यमंत्री ने इस घटना

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं राज्यसभा की एक-एक सीट महत्त्वपूर्ण हो गई है। हाल में मैंने जब वाराणसी का दौरा किया तो पाया कि वहां हर कोई राज्यसभा की 10 सीटों के लिए होने वाले चुनावों पर नजर गड़ाए हुए था तथा आकलन कर रहा था। चूंकि भाजपा

दलीप वर्मा लेखक, सोलन से हैं हिमाचल एक पहाड़ी राज्य है, इसकी संस्कृति ही इसकी पहचान है। प्रदेश की प्राचीन संस्कृति को संजोए रखना है। यहां की भाषा, रीति-रिवाज, उत्सव खान-पान, पहनावा प्रदेश की विशिष्ट पहचान है, जिसे हमें बच्चों में स्थानांतरित करना है। साथ ही हमें यह कदाचित नहीं भूलना है कि प्रदेश की

पीके खुराना लेखक, वरिष्ठ जनसंपर्क सलाहकार और विचारक हैं मोदी ने बहुत से नारे दिए, लेकिन उन्हें जल्दी ही समझ आ गया कि नौकरशाही से लड़ना और घाटे के सरकारी उपक्रमों को बंद करना जनहित का कार्य तो हो सकता है, पर फिर अगला चुनाव जीतना तो दूर, राज्यों के विधानसभा चुनाव भी नहीं जीत

हंसराज भारती लेखक, सरकाघाट से हैं यहां भी कभी मुफलिसी मुकद्दर थी। इसी मुफलिसी से निकलकर आए हैं हिमाचल के नए कर्णधार जयराम ठाकुर। वे किसान हैं, बागबान हैं, देवी-देवताओं के श्रद्धालु हैं। गांव निवासी हैं। पहाड़ के बाशिंदे हैं। सरकारी स्कूलों में पैदल चल कर पढ़े हैं। अभावों से संघर्ष किया है, कठिनाइयों से

योगेश कुमार गोयल लेखक, राजनीतिक विश्लेषक एवं वरिष्ठ पत्रकार हैं एक साथ 20 विधायकों को अयोग्य घोषित करने के घटनाक्रम में आयोग का जो रवैया रहा उसे लेकर अगर गंभीर सवाल उठे हैं तो यह चिंताजनक स्थिति है। निर्वाचन आयोग ने जिस तरीके से अपना फैसला सुनाया, उस पर आप द्वारा जो गंभीर सवाल उठाए