लाहुल-स्पीति

केलांग—बर्फबारी के कारण स्थगित हुई किसानों की जन चेतना रैली अब आठ नवंबर को होगी। लाहुल घाटी किसान मंच के बैनर तले तीन नवंबर को केलांग में कई मुद्दों को लेकर एक विशाल रैली का आयोजन किया जाना था, लेकिन बर्फबारी के कारण रैली को स्थगित करना पड़ा। मंच के संयोजक एवं जिप सदस्य सुदर्शन

  केलांग-लाहुल-स्पीति में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलाने का ऐलान कर चुका लाहुल घाटी किसान मंच अब अपना आंदोलन आठ नवंबर को शुरू करेगा। लाहुल-स्पीति के किसानों एवं बागबानों की अनदेखी को ध्यान में रख लाहुल घाटी किसान मंच आठ नवंबर को केलांग में जन चेतना महारैली का आयोजन करेगा। इसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी

केलांग — सेना का सामान लेह के लिए ले जा रहे ट्रकों का काफिला भी केलांग में गत दो दिनों से फंसा हुआ है। बारालाचा दर्रे पर भारी बर्फबारी होने के कारण ट्रक आधे रास्ते से ही केलांग वापस लौट आए हैं। केलांग में ही शनिवार को एक फुट बर्फबारी दर्ज की गई है। ऐसे

केलांग—जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति में बर्फबारी का दौर शनिवार को भी जारी रहा। घाटी में आसमान से बरस रही सफेद आफत ने जहां लोगांे को परेशान कर दिया है, विद्युत व्यवस्था को भी ठप कर दिया है। ऐसे में लाहुल में रह रहे लोगों को प्रचंड ठंड में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

केलांग—जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति में बर्फबारी का दौर शुक्रवार को शुरू हो गया है। बर्फबारी के चलते समूची घाटी ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। ऐसे में लाहुल-स्पीति का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। शुक्रवार सुबह ही जिला मुख्यालय केलांग में हल्का हिमपात शुरू हुआ ,जो दोपहर बाद भारी हिमपात में बदल गया। बर्फबारी

 रिकांगपिओ—राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव की दूसरी सांस्कृतिक संध्या किन्नौरी लोक कलाकारों के नाम रही। इस दौरान किन्नौर के लोक कलाकार केदार नेगी, मानसी, शांति नेगी, सावन नेगी, बीरबल किनोरा, योगराज नेगी, मरिंडा खोज, बबली, बबीता, श्यामू नेगी, छेरिंग डोलमा, चंद्र लाल, ऊषा नेगी आदि कई कलाकारों ने एक के बाद एक कई किन्नौरी व पहाड़ी

केलांग—लाहुल-स्पीति के गांवों में चरमराई विद्युत व्यवस्था को बहाल करने के लिए विद्युत बोर्ड के कर्मियों ने कमर कस ली है। बोर्ड के अधिकारियों ने दावा किया है कि लाहुल के 90 फीसदी गावों में विद्युत व्यवस्था को बहाल कर दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि बोर्ड का प्रयास रहेगा कि दिपावली से

केलांग—लाहुल-स्पीति की तीन घाटियांे में एक माह बाद भी विद्युत व्यवस्था बहाल नहीं हो पाई है। एक तरफ प्रचंड ठंड का दौर लाहुल में चल रहा है, वहीं यहां कभी भी मौसम बदल सकता है और बर्फबारी का दौर शुरू हो सकता है, लेकिन लाहुल की गाहर, तोद व मयाढ़ घाटी में सितंबर माह से

केलांग—लाहुल-स्पीति में गत सितंबर माह में हुई बर्फबारी ने 94 करोड़ रुपए का झटका सरकार को दिया है। लाहुल-स्पीति प्रशासन ने हाल ही में नुकसान की रिपोर्ट प्रदेश सरकार को सौंपी है। रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि लाहुल-स्पीति में सबसे जयादा नुकसान बागबानों को हुआ है। लाहुल में सेब के बागीचे जहां बर्फबारी