डा. कुलदीप चंद अग्रिहोत्री

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री लेखक, वरिष्ठ स्तंभकार हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने यूरोपीय लोगों द्वारा की गई इस गलती को सुधारने का प्रयास किया। संघ का मानना है कि हिंदू शब्द भारतीय का समानार्थी तो हो सकता है, क्योंकि भारतीय भी राष्ट्रीयता का बोध करवाता है। जो देश को हिंदुस्तान कहता है, उसके लिए इस

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री लेखक, वरिष्ठ स्तंभकार हैं ताज्जुब है जिन माओवादियों ने सोनिया कांग्रेस के विद्याचरण शुक्ल और महेंद्र कर्मा की नृशंस हत्या कर दी, उन्हीं षड्यंत्रों में लिप्त लोगों की जांच-पड़ताल जब जांच अभिकरण करना चाहते हैं, तो राहुल गांधी भी इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रहार मानते हैं। विपक्षी एकता की अद्भुत

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री लेखक, वरिष्ठ स्तंभकार हैं एक बार महाराजा हरि सिंह ने भद्रवाह-चंबा सड़क बनाने की योजना भी बनाई थी, लेकिन तभी सत्ता शेख अब्दुल्ला के हाथ आ गई और उसके बाद यह प्रकल्प ठप हो गया। हिमाचल प्रदेश सरकार के पर्यटक विभाग को यह प्रयास करना चाहिए कि पठानकोट से भद्रवाह के

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री लेखक, वरिष्ठ स्तंभकार हैं दिल्ली में यह नरसंहार कांग्रेस पार्टी द्वारा बाबर से लाए गए अपराधियों एवं बदमाशों ने किया, जिनका नेतृत्व कांग्रेस के उस समय के कुछ जाने-माने नेता कर रहे थे। उन पर अभी भी न्यायालयों में मुकद्दमे चल रहे हैं। जनता के भारी दबाव के चलते सोनिया गांधी

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री लेखक, वरिष्ठ स्तंभकार हैं अलबत्ता फांसी, जेल में डालना आदि काम सेना वहां की न्यायपालिका के माध्यम से करवाती है। उसी प्रकार जिस प्रकार वह देश में प्रधानमंत्री चुनवाने का काम वहां की जनता से करवाती है। इमरान खान को प्रधानमंत्री नियुक्त करने की सारी रस्में सेना ने पाकिस्तान की आम

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री लेखक, वरिष्ठ स्तंभकार हैं राम मनोहर लोहिया और दीनदयाल उपाध्याय ने एक बार जनसंघ और समाजवादी परंपरा के लोगों को साथ लेकर गैर कांग्रेसी सत्ता अधिष्ठान निर्माण करने का प्रयास किया था। दोनों का यह सपना पूरा नहीं हो सका। उपाध्याय की तो हत्या हो गई और राम मनोहर लोहिया के

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री लेखक, वरिष्ठ स्तंभकार हैं लद्दाख का रिंचन कश्मीर का राजा बन गया था, यहां तक तो ठीक है, लेकिन रिंचन मुसलमान बन गया और उसके पीछे-पीछे सारे कश्मीरी भेड़ों की तरह मुसलमान हो गए, इसको कश्मीर में भी दंत कथा से ज्यादा महत्त्व नहीं दिया जाता। सोज के इस रहस्योद्घाटन को

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री लेखक, वरिष्ठ स्तंभकार हैं ममता बनर्जी तो दहाड़ रही हैं कि यदि इन अवैध बांग्लादेशियों को बाहर निकाला, तो देश में गृहयुद्ध छिड़ जाएगा। खून की नदियां बह जाएंगी। कांग्रेस नरेश राहुल गांधी कह रहे हैं कि भाजपा मुसलमान विरोधी है, इसलिए वह इस प्रकार की हरकतें कर रही है। मुलायम

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री लेखक, वरिष्ठ स्तंभकार हैं अंबेडकर भीषणतम परिस्थितियों की आग से तपकर निकले थे। समाज में से मिले अपमान के कारण गुस्से में भी थे, लेकिन अंतिम क्षण तक राष्ट्रहित के लिए लड़ते रहे। अंबेडकर बाहर और भीतर से एक समान थे। उनके पास छुपाने के लिए कुछ नहीं था। राजनीति उनके