डा. कुलदीप चंद अग्रिहोत्री

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार जाहिर है राष्ट्रवादी शक्तियों को सत्ता केंद्र में देखकर उन शक्तियों में घबराहट मचती जो अभी तक केंद्र में नियंत्रण कर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भारत के विसंस्कृतिकरण अभियान में लगी हुई थी। इसलिए नरेंद्र मोदी सरकार को अपदस्थ करने के लिए इस टोले ने तरह-तरह के हथकंडे

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार देखना यह है कि सैयद अहमद शाह गिलानी और विजय माल्या को महागठबंधन का हिस्सा बनने का निमंत्रण कब मिलता है। ‘विभुक्षति किम न करोति पापम’, अर्थात भूखा आदमी कौन सा पाप नहीं करता? सत्ता की भूख का शिकार आदमी ओम प्रकाश चौटाला बन जाता है, लालू प्रसाद यादव

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार सोनिया गांधी और उनकी पार्टी कांग्रेस को यह पूरा अधिकार है कि वह भारत की राष्ट्रवादी सरकार को चुनावों की लोकतांत्रिक पद्धति से पराजित करे। इस काम के लिए अपने साथ कुछ दूसरे लोगों को भी मिला सकती है, लेकिन मणिशंकर अय्यर और सैयद शुजा का धारावाहिक चलाने का उन्हें

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार लुधियाना में पकड़ा गया मौलवी लुधियाना के गांवों में यही कर रहा था, लेकिन वह केवल मजहबी तालीम नहीं दे रहा था, बल्कि आईएस से भी जुड़ा हुआ था और उनके लिए भी पंजाब में सक्रिय था। आतंकवादी जमातों ने पंजाब में मुसलमान समाज का आधार विकसित कर अब उसको अपनी आतंकवादी गतिविधियों के लिए ढाल के तौर

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार नागरिकता संशोधन बिल द्वारा नरेंद्र मोदी की सरकार ने कांग्रेस के 1947 में किए गए इसी पाप को धोने का प्रयास किया है। उसमें कहा है कि इन तीन देशों में रहने वाला कोई भी हिंदू-सिख, बौद्ध या जैन अपने घर वापस आ सकता है, उसे भारत की नागरिकता दी जाएगी, लेकिन विपक्षी

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार   सबसे बड़ा प्रश्न तो यह है कि आखिर सीपीएम इस प्रश्न पर केरल के हिंदुओं से इस खुली लड़ाई में क्यों उलझ रही है? सीपीएम के लिए यह सारा खेल भारतीयों की परंपराओं को खंडित करने के साथ-साथ उनकी वोटों की राजनीति का भी हिस्सा है। केरल में उन केरलवासियों, जिनके

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार यह प्रचार किया जा रहा था कि प्रदेश में कांग्रेस पूरी लड़ाई को एकतरफा बना देगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यदि भाजपा किरोड़ी लाल मीणा को जरूरत से ज्यादा महत्त्व न देती, तो राजस्थान में भी मध्यप्रदेश वाली स्थिति बन सकती थी। तीनों हिंदी भाषी प्रदेशों के चुनाव परिणाम

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री लेखक, वरिष्ठ स्तंभकार हैं जिस षड्यंत्र को पंजाब के लोगों ने पूरा नहीं होने दिया, उसको सोनिया कांग्रेस के इन्हीं सज्जन कुमारों ने पूरा कर दिखाया। इन्होंने भाड़े के लोगों से दिल्ली में ही तीन दिन में तीन हजार लोग मार दिए। सरकार और पुलिस ने सब कुछ देखते हुए भी

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री लेखक, वरिष्ठ स्तंभकार हैं पत्रकारों के तीखे प्रश्नों से घबरा कर जोसफ ने एक और जानकारी उगल दी। उसने कहा दुबई में मेरे और मिशेल के एक सांझे दोस्त हैं। उसने मुझे मिशेल के लिए न्यायालय में पेश होने के लिए कहा था। सोनिया कांग्रेस का विधि विभाग दुबई में एक