hp elections 2022

आठ दिसंबर सुबह 7:59 मिनट तक पहुंच जाने चाहिए स्टाफ रिपोर्टर — शिमला चुनाव आयोग देरी से पहुंचने वाले पोस्टल बैलेट की गिनती नहीं करेगा। आयोग के पास आठ दिसंबर सुबह 7:59 मिनट तक से पोस्टल बैलेट पहुंच जाने चाहिए। इसके बाद प्राप्त होने वाले पोस्टल बैलेट की गिनती नहीं होगी। प्रदेश में विधानसभा चुनावों

स्टाफ रिपोर्टर—शिमला चुनाव ड्यूटी में तैनात सभी नियमित एवं अनुबंध कर्मचारियों को डबल वेतन मिलेगा, जबकि आउटसोर्स व डेलीवेज कर्मियों को लमसम आधार पर भुगतान किया जाएगा। बुधवार को चुनाव आयोग के हिमाचल प्रदेश कार्यालय की ओर से सभी जिलों के डीसी को आदेश जारी कर दिए हैं। आयोग की ओर से जारी आदेशों में

प्रदेश मेेंं 2017 के विधानसभा चुनाव में 14 बड़े नेताओं को देखना पड़ा था हार का मुंह विशेष संवाददाता—शिमला हिमाचल में पहली मर्तबा ऐसा हुआ है, जब सरकार बनाने से ज्यादा चर्चा मुख्यमंत्री के फेस पर हो रही है। ईवीएम का फैसला आठ दिसंबर को ही सामने आएगा और उसके लिए अभी सात दिन का

शिमला। हिमाचल प्रदेश में एक हजार से अधिक सरकारी कर्मचारियों ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग से शिकायत की है कि उन्हें डाक मतपत्र नहीं मिले हैं। निर्वाचन कार्यालय के एक प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की...

पोस्टल बैलेट से धीमी वोटिंग से बढ़ी चुनाव आयोग की टेंशन, कर्मचारियों को जारी किया रिमाइंडर राोहित शर्मा — शिमला हिमाचल प्रदेश में पोस्टल बैलेट के माध्यम से हो रही वोटिंग की धीमी प्रक्रिया ने राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों के साथ-साथ चुनाव आयोग की भी चिंताएं बढ़ा दी हैं। धीमी मतदान प्रक्रिया को देखते हुए

परिणाम से पहले उज्जैन में शीश नवाने पहुंचे प्रतिभा और विक्रमादित्य सिंह विशेष संवाददाता — शिमला राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में हिस्सा लेने के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह उज्जैन में महाकाल मंदिर पहुंचीं। यहां उन्होंने बेटे विक्रमादित्य सिंह के साथ पूजा-अर्चना की। प्रतिभा सिंह ने इस दौरान प्रदेश के लिए सुख स्मृद्धि

68 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी फंड से मिली 13 करोड़ की राशि, प्रचार में झोंकी थी ताकत राकेश शर्मा — शिमला चकाचौंध चुनाव की भागदौड़ खत्म हो चुकी है और हिसाब मतगणना का लगाया जा रहा है। अब से ठीक नौ दिन बाद परिणाम सामने होंगे। सडक़ से सत्ता तक का सफर पूरा करने में

रोहित शर्मा — शिमला हिमाचल प्रदेश में पोस्टल बैलेट से हो रही वोटिंग पर सबकी निगाहें टिकी हुई है। पोस्टल बैलेट से हो रहे मतदान में चुनावी डयूटी में तैनात कर्मचारियों की मतदान प्रक्रिया में तेजी आई है, तो वहीं सर्विस वोटर, जिनमें फौजी, पुलिस फोर्स और विदेशी सेवाएं देने वाले कर्मचारी व अधिकारी शामिल

राज्य ब्यूरो प्रमुख — शिमला हिमाचल की राजनीति में जो नेता एक बार मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचा, वह चुनाव में वोट का अंबार लगाता रहा है। राज्य के पांचों पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम इस तरह का रिकॉर्ड दर्ज है। हालांकि सर्वाधिक 93 फीसदी वोट तक सिर्फ दो पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर रामलाल और डा. वाईएस

नेता-समर्थक कन्फ्यूज; वोटर खामोश, चुनाव परिणाम पर बात करते कंपकंपा रहे सबके होंठ नीलकांत भारद्वाज — हमीरपुर उर्दू के महान शायर और कवि वसीम बरेलवी की एक गज़ल है… ‘आते-आते मेरा नाम सा रह गया, उसके होंठों पे कुछ कांपता रह गया।’ 12 नवंबर को हुए मतदान के बाद वोटरों और पार्टियों के समर्थकों का