वैचारिक लेख

स्पिरिचुअल हीलिंग की प्रक्रिया में कई दिव्य घटनाओं को घटते हुए देखा गया है जिससे व्यक्ति का संपूर्ण व्यक्तित्व और जीवन, दोनों बदल जाते हैं। बहुत से अनुभवी एलोपैथी चिकित्सकों ने भी स्पिरिचुअल हीलिंग को अपनाया है। यह एक अत्यंत शुभ संकेत है क्योंकि वैज्ञानिक चिकित्सा पद्धति के ज्ञान के कारण चिकित्सक शरीर को तो जानता ही है, स्पिरिचुअल हीलिंग के आध्यात्मिक ज्ञान से संपन्न होकर वह चिकित्सक किसी के भी दिल, दिमाग और आत्मा को शक्तिसंपन्न बनाता है...

आवश्यकता है कि दूरगामी सोच वाले युवाओं को राजनीति में लाकर उन्हें संसद एवं विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व दिया जाए, ताकि नवीन एवं समृद्ध भारत के निर्माण में उनकी प्रतिभा एवं सामथ्र्य का समुचित उपयोग हो सके। एक समर्थ, सबल, सक्षम, सशक्त, स्वाभिमानी और शक्तिशाली भारत के निर्माण के लिए हमें अपनी स्वार्थी प्रवृत्ति से ऊपर उठकर युवाओं को उचित मंच प्रदान करने की जरूरत है, तभी राष्ट्र निर्माण में युवा भागीदारी का मंत्र सार्थक सिद्ध होगा...

लोकतंत्र के चार स्तम्भों की जानकारी हमें थी। पहला स्तम्भ प्रेस है, इसमें से गोदी मीडिया कौनसा है और तीखा सच बयान करने वाला कौनसा, इसकी पहचान आजकल कठिन होती जा रही है।

दुर्योधन अर्थात मोह को अंत में भीम अर्थात भाव ही खत्म करता है। यही गीता समझाना चाहती है, इसीलिए तो गीता हम सबको मिली। वरना अर्जुन तक ही रह जाती। याद रहे कि भगवद गीता का अर्थ मन के स्तर पर है।

एक अन्य मुहावरा है : अर्जुन की नाक। इसका अर्थ है प्रतिष्ठा का सवाल। इसका प्रयोग है : आईएएस की परीक्षा पास करना राहुल के लिए अर्जुन की नाक बनी हुई है। एक अन्य है : द्रौपदी के खुले केश। इसका अर्थ है प्रतिशोध की भावना रखना। इसका प्रयोग : द्रौपदी के खुले केश रक्तरंजित भविष्य का अंदेशा जताते हैं...

वे करते धरते कुछ नहीं, पर उनके पास किसी से दो पल चैन से बात करने का कभी वक्त नहीं होता। आज भी नहीं था। खड़े खड़े ही पांव आगे पीछे करते उन्होंने मुझसे गंभीर हो पूछा, ‘यार! चांद पर प्लॉट लेना था।

पिछले साल के दिसंबर में जारी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) रिपोर्ट के मुताबिक 2021 की तुलना में भारत में महिलाओं के खिलाफ रजिस्टर्ड अपराधों में 4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। ये आंकड़े बता रहे हैं कि जब तक देश में महिलाओं के अनुरूप सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और प्रशासनिक ढांचे में बदलाव नहीं आते, महिलाओं पर अत्याचार कम नहीं होंगे। उल्लेखनीय है कि महिलाओं ने इस साल विकास की प्रक्रिया

कानूनों का पालन तो करना ही चाहिए, सरकार को आवश्यकता है कि महत्वपूर्ण कानून पर ड्राइवरों की सलाह आवश्यक रूप से ले... भारत एक लंबी विरासत को समय के साथ लिए चल रहा है। आगे विकास की गाथा में नए आयाम स्थापित कर रहे हैं। समय के साथ-साथ आवश्यकता अनुसार हर चीज में परिवर्तन प्रकृति का नियम है। उसी प्रकार से देश में कुछ समय से पूराने कानूनों में संशोधन कर नए नियम बनाए जा रहे हैं जिनमें अब चर्चा में हिट एंड रन का नया कानून है। भारतीय न्याय संहिता में कई नए प्रावधान जोड़े गए हैं और अपडेट किए गए हैं, जिसमें से एक प्रावधान को लेकर देशभर में वाहन चालकों का विरोध जारी है। विरोध का कारण ‘हिट एंड रन’ का नया कानून है, यानी एक्सीडेंट होने के बाद भा

बात सन् 2084 की है। आर्यावर्त नामक एक लोकतांत्रिक देश में एक राजा राज करता था। उसे कि़स्से-कहानियाँ सुनाने का बड़ा शौक़ था। देश में जब भी कोई समस्या सामने आती, तो वह बतौर समाधान लोगों को एक नई कहानी सुना देता। लोग उस कहानी को सुनने के बाद अपनी मूल समस्या भूल जाते और राजा के सुझाए समाधान के अनुसार उधार लेकर कभी घी के दीपक जलाते या ताली बजाते-बजाते अपने हाथ लाल कर लेते। राजा के कहने पर लोग घर की थालियों को बजाते-बजाते तोड़ भी डालते थे। चूँकि देश की साठ फीसदी प्रजा राजा के दिए पाँच किलो राशन पर जि़ंदा रहती थी