कुलदीप चंद अग्निहोत्री

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार अब फिर अनुच्छेद 370 को लेकर आवाज उठी है जिसकी वापसी के कुछ झंडे आंदोलन में भी देखे जा रहे हैं। अनुच्छेद 370 हटने के बाद प्रदेश का सबसे बड़ा घोटाला, सरकारी भूमि हड़पने का घोटाला पकड़ में आया है। इसकी पद्धति इस प्रकार रखी गई कि किसी पर

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार कुछ सीटें आ जाती तो राज्यसभा का दरवाजा खुल सकता था। सिब्बल जैसे लोगों की जरूरत सोनिया कांग्रेस को हर वक्त रहती है। भ्रष्टाचार के इतने मामले कचहरियों में इस पार्टी के नेताओं पर चल रहे हैं कि आदमी हलकान हो जाए। कभी जेल, फिर जमानत। तारीख पर तारीख।

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार नरेंद्र मोदी की सरकार ने पहली बार इन मुसलमानों को हिंदुओं के काल्पनिक डर से बाहर निकालने का प्रयास किया। सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास। उसमें कुछ सीमा तक सफलता भी मिली क्योंकि सरकार की मंशा और नीयत साफ थी। इससे भारतीय मुसलमान तो प्रसन्न हुए। लेकिन

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार अर्नब गोस्वामी का दोष यही है कि उद्धव ठाकरे जब अपने मूल एजेंडे से भागते हैं तो वह चिल्ला कर उसकी याद दिलाता है। वह सत्ता से आंख में आंख डाल कर बात करता है। जो सत्ता व्यवस्था सत्य व जन कल्याण पर आधारित होती है, वह तो आंख

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार यही कारण था जब दत्तोपंत ठेंगड़ी ने भारतीय मजदूर संघ की स्थापना करते समय सूत्र दिया कि श्रम को भी पूंजी मानो तो साम्यवाद के प्रशंसक और पूंजीवाद के हिमायती दोनों एक साथ होकर इसका विरोध करने लगे। लेकिन आज विश्व भर में इस विकल्प की चर्चा शुरू हो

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार रपट में कहा गया कि अब तक राज्य सरकार ने अवैध तरीके से कब्जायी गई 27 लाख कनाल सरकारी भूमि में से 348160 कनाल भूमि के मालिक कब्जाधारियों को बना दिया है। सरकारी नियम के अनुसार इनसे भूमि की कीमत के तौर पर 317.54 करोड़ रुपया लिया जाना था।

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार अब इन सभी ने मिल कर जम्मू-कश्मीर को पुराने कैदखाने में लाने के लिए पीपुल्स एलायंस बनाया है। बड़ों की बड़ी बातें। बस इतना ही कि इस एलायंस में शेख भी हैं, सैयद भी, चीन भी है और पाकिस्तान भी। नहीं हैं तो कश्मीरी नहीं हैं, दलित नहीं हैं,

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार कम्युनिस्ट चीन ने भारतीय मीडिया को एक और सूचना भी दी। उसका कहना था कि भारत सरकार का भी यही मत है कि कम्युनिस्ट चीन की सरकार ही असली सरकार है। कम्युनिस्ट चीन की हिमाकत की यह हद ही कही जाएगी कि वह भारतीय मीडिया को बता रहा है

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार गांधी के लिए गीता हर प्रकार की परिस्थिति में कर्त्तव्य बोध कराने वाला वैश्विक  ग्रंथ था, लेकिन नेहरू की दृष्टि में एक मजहबी किताब से ज्यादा उसकी कोई कीमत नहीं थी। गांधी हजार साल की गुलामी के बाद आजाद हुए भारत का नया ताना-बाना भारतीय रास्ते में से ही

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार अलबत्ता फारूक अब्दुल्ला ने अपनी पारिवारिक परंपरा को निभाते हुए एक ध्यान रखा है। वह बात सदा अपने कुनबे के हित की करते हैं लेकिन नाम आम कश्मीरियों का लेते हैं। यदि ऐसा न होता तो नेशनल कान्फ्रेंस के पास जब सत्ता आती है तो सदा परिवार में ही