अब हम उस राजनीति की बात करेंगे जो वैक्सीन को लेकर चल रही है। भारत ने एक सुरक्षित, सस्ती तथा प्रभावकारी दवा का निर्माण किया। इस प्रयास को विश्व भर में श्लाघा भी मिली, लेकिन अपने घर में इसको लेकर राजनीति के सिवाय कुछ नहीं हुआ। हमने सुना कि यह भाजपा की वैक्सीन है तथा
यह उस देश के लिए लज्जाजनक है जिसका प्रधानमंत्री काफी लोकप्रिय है तथा जिनका सम्मान दुनियाभर में भी किया जाता है। मेरे विचार में अब विकल्प यही है कि संविधान के मुताबिक कार्रवाई की जाए। संविधान के अनुसार कानून-व्यवस्था तथा कृषि जैसे विषय विभिन्न सरकारों के अधीन आते हैं। अगर केंद्र सरकार ने समवर्ती सूची
इस तरह के दुर्व्यवहार की बढ़ती घटनाओं का कारण भी यही है कि दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाती है। अगर हम संसद की बात करें तो वहां भी कई सदस्यों का व्यवहार निर्लज्जता की श्रेणी में आता है। संसद की कार्यवाही को लगातार बाधित किया जा रहा है तथा सदन में पर्चे फाड़े
प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार अरुणाचल प्रदेश में भाजपा ने जिला परिषद की 237 सीटों में से 197 सीटें जीत ली हैं। बुरी स्थिति यह है कि जनता दल यूनाइटेड, जिसकी राज्य में आंशिक उपस्थिति थी, के छह सदस्यों ने भाजपा को ज्वाइन कर लिया। इस तरह यह घटनाक्रम लोकतांत्रिक भावना तथा गठबंधन धर्म
प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार राज्य सरकार के लिए यह जरूरी है कि वह वरिष्ठ नागरिकों के लिए होस्टल बनाए तथा उनको इन्हें उपलब्ध कराए। इन होस्टल्स में चिकित्सा व खेल संबंधी सुविधाएं भी होनी चाहिएं। हिमाचल जैसे राज्य में सरकार प्रदेश के लिए यहां तक कि कोविड काल में भी प्रचुर राजस्व व
प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार पार्टी अध्यक्ष पर हमले का मामला अब सुर्खियां बटोर रहा है, दूसरी ओर बंगाल में ममता के राज में हिंसा तथा अव्यवस्था की स्थिति उजागर हुई है। अब भाजपा के पास राज्य में अपनी शक्ति फैलाने के लिए यह दाव है कि वह अपने को पीडि़त के रूप में
प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार लाखों टन गेहूं तथा अन्य फसलें बारिश, तूफान या आग में नष्ट हो जाती हैं, लेकिन वहां पर्याप्त वेयरहाउसिंग क्षमता नहीं है। इस क्षेत्र में आधारभूत सुविधाएं जुटाने के लिए निवेश करने के लिए तथा आधुनिकीकरण के लिए निजी क्षेत्र को आगे आना ही चाहिए। अंबानी अथवा अडानी द्वारा
प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार दूसरे विश्व युद्ध के बाद जापान के महान अनुभव से सबक लेने की जरूरत है, जब इसने पुनर्निर्माण शुरू किया। आकियो मोरिता ने महान नाम सोनी स्थापित किया, जबकि मतशुशिता ने नेशनल की नींव रखी। जापानी तकनीशियनों के एक समूह ने जब अमरीका की यात्रा की तो उनसे पूछा
प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार इसके बावजूद इसके नाम कमजोर लोकतांत्रिक कार्यशैली का कमजोर रिकार्ड है। वे 23 नेता, जो पार्टी संगठन के चुनाव की मांग कर रहे हैं, पार्टी के शत्रु नहीं हैं। वास्तव में वे मुरझाती हुई पार्टी की आत्मा को फिर से जगाने के लिए लड़ रहे हैं। यह भी स्पष्ट
प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार राष्ट्रीय जनता दल को उभारने में जातीय कारक ने भूमिका निभाई है तथा तेजस्वी यादव एक नेता के रूप में प्रतिस्थापित हुए हैं। लेकिन उनकी कमजोरी यह है कि वह नौवीं क्लास फेल हैं तथा राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय जरूरतों को वह समझते नहीं हैं। ऐसी योग्यता के साथ वह