डा. वरिंदर भाटिया

गांधी जी के सपनों का भारत गांवों में बसता था और इसके लिए वे ग्राम स्वराज, पंचायती राज, ग्रामोद्योग, महिलाओं की शिक्षा, गांवों में स्वच्छता, गांवों का आरोग्य और समग्र ग्राम विकास आदि को प्रमुख मानते थे। महात्मा गांधी ने ‘मेरे सपनों का भारत’ में लिखा है, ‘भारत की हर चीज़ मुझे आकर्षित करती है।

हिंदी भारत में संपर्क भाषा का कार्य करती है और कुछ हद तक पूरे भारत में सामान्यतः एक सरल रूप में समझी जाने वाली भाषा है। किसको इनकार होगा कि भारतीय विचार और संस्कृति का वाहक होने का श्रेय हिंदी को ही जाता है। आज संयुक्त राष्ट्र जैसी संस्थाओं में भी हिंदी की गूंज सुनाई

हमारे छात्रों के लिए, हमारे देश के लिए, हमारे उम्दा भविष्य के लिए ये बिंदु बड़े महत्त्वपूर्ण हैं और इन्हें सम्पूर्ण शिक्षा की प्रक्रिया का हिस्सा होना चाहिए। यूजीसी की शारीरिक फिटनेस-मानसिक स्वास्थ्य की पहल का स्वागत होना चाहिए और हम यह समझ लें कि मानसिक स्वास्थ्य का बिंदु सभी के लिए जरूरी है… अब

इस प्रकार देखें तो वैश्विक सुरक्षा-नई विश्व व्यवस्था की कुंजी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के हाथ में ही है। मोदी के दौरे से भारत-जापान संबंध मजबूत होंगे… भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान के महत्त्वपूर्ण दौरे पर हैं। इस दौरे ने भारतवासियों को ‘लव इन टोक्यो’ की याद करा दी है। दोनों देशों के बीच बरसों से

पौराणिक मान्यताओं के आधार पर लोग मानते हैं कि ताजमहल से पहले यहां बहुत ही पुराना शिव मंदिर हुआ करता था। इसमें एक ऐसा प्राकृतिक शिवलिंग था जहां पर अपने आप पानी रिसता था और अभी भी वहां से पानी गिर रहा है। इस प्रकार की मान्यता आसपास के लोगों के द्वारा मानी जाती है।

ध्यान हो कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को ‘जटिल नीतिगत दुविधाओं’ का सामना करना पड़ सकता है, जो नीतियों का जटिल मकड़जाल खड़ा कर सकती हंै। एक साफ दुविधा यह है कि अगर विदेशी मोर्चा दबाव में आता है और अनिवार्य आयातों में कमी करने की जरूरत आन पड़ती है तो भी ऐसा करने की एक सीमा

परीक्षा के दिनों के दौरान छात्र उन दिनों और समय को कभी याद न करें जिन्हें आपने अपने पूरे शैक्षणिक सत्र में बर्बाद किया था। यह आपको परीक्षा में अधिक तनाव देगा। अब इसके बारे में सोचने का कोई फायदा नहीं है। तनाव कम करने के लिए छात्र उन दिनों को याद करने की कोशिश

इसी तरह जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में स्थित काउंसलिंग सेंटर की ओर से हर सप्ताह एक वर्कशाप आयोजित किया जाता है, जहां छात्र अपनी समस्याएं खुल कर रख सकते हैं। वहां हाथोंहाथ उनका समाधान करने का प्रयास किया जाता है। आईआईटी दिल्ली ने तो अवसाद के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए पाठ्यक्रम में बदलाव

दि संडे टाइम्स ने 8 जनवरी को अपनी एक रिपोर्ट में लिखा है कि गोल्ड रिज़र्व का 54.1 प्रतिशत हिस्सा विदेशी मुद्रा भंडार को मज़बूती देने के लिए इस्तेमाल हो चुका है। ऊपर किया गया विश्लेषण बताता है कि श्रीलंका का संकट वहां के नेता लोगों के भ्रष्टाचार, आर्थिक कुप्रबंधन, चीन की कुटिल चाल और

विदेशी बाजारों में मंदी, स्थानीय आवक बढ़ने से बीते सप्ताह लगभग सभी तेल-तिलहन कीमतों में गिरावट ब्लैक सी के रास्ते ट्रांसपोर्टेशन बंद है। इससे दूसरे बंदरगाहों पर जाम की स्थिति पैदा हो गई है। अगर लड़ाई जल्द खत्म नहीं होती है तो यह प्रॉब्लम और बढ़ेगी। इसलिए यह लड़ाई हमारी प्रॉब्लम बढ़ा सकती है… यूक्रेन-रूस