ब्लॉग

हर घर में शौचालय बनने से खुले में शौच जैसे अभिशाप से मुक्ति हुई है, जिसके चित्र दिखाकर भारत को पिछड़ा दिखाने का प्रयास विदेशी अक्सर किया करते थे। महिलाएं आज सम्मान से जी रही हैं...

हाल ही में भारत को ‘दुनिया की खाद्य टोकरी’ के रूप में प्रदर्शित करने के उद्देश्य से दिल्ली में आयोजित वल्र्ड फूड इंडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत का खाद्य प्रसंस्करण (फूड प्रोसेसिंग) सेक्टर एक ऐसा उभरता उद्योग है, जिसमें पिछले नौ वर्षों में 50 हजार करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) हुआ है और भारत की खाद्य प्रसंस्करण क्षमता 15 गुना से अधिक बढक़र 12 लाख टन से दो सौ लाख टन हो गई है। देश के कुल कृषि निर्यात में प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों की हिस्सेदारी 13 से बढक़र 23 प्रतिशत हो गई है। प्रसंस्कृत खाद्य

नौसेना की ‘किलर स्क्वाड्रन’ ने द्वारका का इंतकाम कराची विध्वंस करके पूरा किया था। अत: चार दिसंबर को भारतीय नेवी अपना ‘नौसेना’ दिवस मनाती है। कराची को खाक में मिलाने वाले समंदर के योद्धाओं को देश शत्-शत् नमन करता है। कराची पर हमला करके भारतीय नौसेना ने सन 1971 के युद्ध का अंजाम अवश्य ही तय कर दिया था...

योग के नियमों का पालन करने के बाद अगर यौगिक क्रियाओं को किया जाता है तो मानव में शारीरिक व मानसिक स्तर पर आश्चर्यजनक रूप से अलौकिकता का सुधार होता है। आज आधुनिकता की इस अंधी दौड़ में इनसान को अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी हो जाता है। आज जब मनुष्य के पास हर सुख सुविधा आसानी से उपलब्ध है, मगर समय का अभाव है, ऐसे में फिटनेस को बनाए रखने की दिक्कत सबके सामने है...

भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक सैयद गुलाम नबी फाई ने अमेरिका में कश्मीर अमेरिकी परिषद बना रखी थी। वह भारत विरोधी प्रचार करता है...

इनमें से बहुत सी कंपनियां शोध और समाज सेवा पर नियमित रूप से तथा बड़े खर्च करती हैं। इन कंपनियों के सहयोग से बहुत से क्रांतिकारी आविष्कार हुए हैं। सच तो यह है कि इन कंपनियों के बिना वे आविष्कार संभव ही न हुए होते। आर्थिक शिक्षा हमारी खुशहाली की कुंजी है। आर्थिक रूप से शिक्षित व्यक्ति भ्रष्ट हुए बिना भी, किसी दूसरे व्यक्ति का नुकसान किए बिना भी, कानूनी और वैध तरीकों से तेजी से अमीर बन सकता है। वस्तुत: आॢथक शिक्षा के बिना अमीर बनना तो शायद संभव है, पर अमीर बने रहना संभव नहीं है। लक्ष्मी और सरस्वती में यहां कोई विरोध नहीं है...

सरहद के उस पार पाक सहित दुनिया के कई मुल्क भारत के खिलाफ आतंकियों की खुली हिमायत कर रहे हैं। इसके बावजूद यदि देश महफूज है तो इसके पीछे शहादत के गुमनाम ज्योति स्तम्भ देश के हजारों सैनिकों का बलिदान है। रणबांकुरों का इतिहास शिक्षा पाठ्यक्रम का हिस्सा बनना चाहिए

कई बार क्षणिक लाभ के लिए हम ऐसे निर्णय ले लेते हैं जिनके परिणाम दूरगामी होते हैं और इसके कारण या तो बाद में निर्णय बदलना पड़ता है या ऐसे निर्णय के दुष्प्रभाव का सारी व्यवस्था पर असर पड़ता है।

संयुक्त राज्य अमरीका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने सितंबर 2023 में फेडरल फंड ब्याज दर को 5.25 से 5.50 की सीमा में रखा है। इससे पहले 11 बार से फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों को लगातार बढ़ाया था, और आज की ब्याज दर पिछले 22 वर्षों की अधिकतम दर पर है। हालांकि यूरोपीय केंद्रीय बैंक ने भी अक्टूबर 2023 के लिए बीज ब्याज दर को पूर्ववत 4 प्रतिशत ही रखने का निर्णय किया है, लेकिन यह ब्याज दर पिछली 10 बार से लगातार बढ़ते हुए इस स्तर पर पहुंची थी। गौरतलब है कि अमरीका और यूरोप में इतनी ऊंची ब्याज दरें हाल ही के वर्षों में कभी देखी नहीं गई। इन बढ़ती