प्रो. एनके सिंह

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि डिजिटलाइजेशन का आरंभिक प्रस्तुतीकरण बड़े पैमाने पर नागरिकों के लिए असुविधा पैदा कर रहा है। सबसे पहले ब्रॉडबैंड इंटरनेट की उपलब्धता अभी तक पर्याप्त नहीं है। जहां यह उपलब्ध भी है, वहां रखरखाव

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं भारत में पहली बार मंत्रियों के प्रदर्शन के आधार पर बदलाव किया गया है तथा अच्छे काम के लिए पुरस्कार देना तथा नाकामी के लिए दंडित करने के नियम को लागू किया गया है। यह कारपोरेट प्रबंधन है तथा इन नियमों को राजनीति

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं डेरा सच्चा सौदा की ही मिसाल लें, तो इसके अनुयायी एक औसत तबके से आते हैं जिन्हें डेरे में समानता का भाव मिला, इलाज में ढाढस व सांत्वना भी मिली, निःशुल्क खाना भी मिला तथा अध्यात्म जैसी लगने वाली गतिविधियों में शामिल होने

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं गौरतलब हो कि गुरमीत राम रहीम का मामला वर्ष 2002 में दायर किया गया और इस पर फैसला 15 साल बाद आया। इतनी देर हो जाने के लिए हरियाणा सरकार व मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराया गया। कोर्ट ने धमकी दी कि हिंसा न

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं 300 वर्ग मीटर में फैला गोरखपुर का यह अस्पताल राज्य का एकमात्र मल्टी स्पेशियलिटी तथा एम्स जैसा चिकित्सा संस्थान है। इस अस्पताल में इलाज के लिए नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों से भी लोग लाए जाते हैं। जब तक उन्हें अस्पताल में पहुंचाया जाता

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं अहमद पटेल की जीत में कोई समस्या नहीं थी, क्योंकि कांग्रेस के पास 50 वोटों की ताकत थी, जो कि उन्हें जिताने के लिए पर्याप्त थी। लेकिन अमित शाह, जिन्हें अहमद पटेल से कई हिसाब चुकता करने थे, ने उनकी जीत में रोड़ा

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं हम बरसों तक गुलाम रहे और विदेशी शासकों का शोषण सहन करते रहे, अब आम लोगों के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए। प्राचीन हिंदू संस्कृति मूल्य आधारित थी, लेकिन सैकड़ों बरसों की विदेशी गुलामी के कारण दुर्भाग्य से इसमें विकृति आ गई। प्रधानमंत्री

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं नीतीश ने यह प्रतिस्थापित कर दिया है कि राष्ट्रीय राजनीति में उनका दो कारणों से महत्त्व है-एक यह कि वह सत्ता हासिल करते हैं, लेकिन अपने या परिवार के लिए नहीं बल्कि जनता के कल्याण के लिए। दूसरे, समुदाय विशेष पर आधारित पंथनिरपेक्षता

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं वर्तमान स्थिति में उत्तर कोरिया के अलावा दूसरा कोई देश परमाणु हथियारों के उपयोग की बात नहीं सोचेगा। चीन को अपनी तुच्छ युद्धप्रियता को भी समझना चाहिए, विशेषकर उस स्थिति में जबकि अमरीका व जापान उसके सामने खड़े हैं। हाल में भारत, जापान