प्रो. एनके सिंह

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं हिमाचल की राजनीति कीचड़ युक्त हो गई है और इस नाटक में कांग्रेस सबसे खराब प्रदर्शक लग रही है। अब यह धारणा बनती जा रही है कि प्रदेश में कांग्रेस के राज में रचनात्मक कार्यों की अपेक्षा राजनीति अधिक हो रही है। यही

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं मुझे आज भी वह बात अच्छे से याद है, जब मैं मांट्रियाल शहर में स्थित मैकगिल विश्वविद्यालय में एक लेक्चर देने के बाद दोपहर के भोजन के लिए कुछ भारतीयों से मिला। वे भोजन में गोमांस ले रहे थे। वह देखकर जब मैंने

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की तरफ से दलित उम्मीदवार के नाम की घोषणा की गई। इसके साथ यह भी दावा किया गया कि इस घोषणा का आधार महज जाति नहीं है, बल्कि उनके अनुभव और शैक्षणिक योग्यता को भी ध्यान में रखा

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं भारतीयता के मर्म पर भी ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है। यह मर्म हिंदुत्व के धर्म,अर्थ,काम, मोक्ष जैसे मूल्यों में समाहित है। इसका गाय के प्रति दिखाई जाने वाली सनक अथवा वैलेंटाइन डे के विरोध से ज्यादा लेना-देना नहीं है। अपने जीवन और समाज

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं ताकतवर लोगों के साथ संबंध बनाना मीडिया के लिए आवश्यक है, लेकिन इसके साथ ही पेशेवर नैतिकता को बनाए रखना भी मीडया की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। दिल्ली में ऐसे चिन्हित स्थान है, जहां पर पत्रकारों द्वारा बड़े-बड़े सौदों को अंजाम दिया जाता

प्रो. एनके सिंह प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं समस्या यह है कि अब भी सरकार नौकरशाही पर निर्भर है और कोई वैकल्पिक व्यवस्था खड़ी नहीं कर सकी है।  नीति आयोग को योजना आयोग का प्रतिबिंब नहीं बनना चाहिए, बल्कि इसे शीर्ष स्तरीय सलाहकारों और ऐसे स्टाफ के समूह

प्रो. एनके सिंह (  एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं ) जब लाइसेंस के नवीनीकरण जैसे छोटे कार्य में चार महीने से अधिक का समय लग जाता है, तब मुझे लगता है कि लगता है कि लालफीताशाही बदस्तूर जारी है। इस दौरान संबंधित फाइल एडीम की टेबल पर पड़ी रहती है।  प्रधानमंत्री सौर

प्रो. एनके सिंह प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं पाकिस्तान के तीसरे  प्रधानमंत्री मोहम्मद अली बोगरा, अपनी पहली पत्नी को तलाक देकर, अपनी सेक्रेटरी से दूसरी शादी करना चाहते थे। उनकी पहली पत्नी ने न केवल इसका प्रतिकार किया, बल्कि इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया। जल्द ही, पाकिस्तान

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं भीड़ को यह महसूस कराया जाना चाहिए कि अराजकता उसके हित में नहीं है और इसके कारण उन्हें जनधन की भयंकर हानि उठानी पड़ सकती है। उन्हें इस बात का एहसास कराया जाना चाहिए कि सैन्यबलों पर पत्थर फेंकना कोई मजाक का विषय