आस्था

भगवान श्रीराम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है। हिंदू धर्म में भगवान श्रीराम को बड़ी श्रद्धा के साथ पूजा जाता है। श्रीराम और माता जानकी की पूजा-अर्चना करने से मनुष्य के सब संकट टल जाते हैं। आज भी रामायण के दोहे और प्रसंगों का गुणगान बड़ी श्रद्धा के साथ किया जाता है। उत्तर प्रदेश के

नारायण नारायण जय गोविंद हरे॥ नारायण नारायण जय गोपाल हरे॥ करुणापारावार वरुणालयगंभीर नारायण ॥ 1 ॥ घननीरदसङ्काश कृतकलिकल्मषनाशन नारायण ॥ 2 ॥ यमुनातीरविहार धृतकौस्तुभमणिहार नारायण ॥ 3 ॥ पीताम्बरपरिधान सुरकल्याणनिधान नारायण ॥ 4 ॥ मञ्जुलगुञ्जाभूष मायामानुषवेष नारायण ॥ 5 ॥ राधाधरमधुरसिक रजनीकरकुलतिलक नारायण ॥ 6 ॥ मुरलीगानविनोद वेदस्तुतभूपाद नारायण ॥ 7 ॥ बर्हिनिबर्हापीड नटनाटकफणिक्रीड नारायण

14 जून रविवार, आषाढ़, कृष्णपक्ष, नवमी, संक्रांति 15 जून सोमवार, आषाढ़, कृष्णपक्ष, दशमी, पंचक समाप्त 16 जून मंगलवार, आषाढ़, कृष्णपक्ष, दशमी 17 जून बुधवार, आषाढ़, कृष्णपक्ष, एकादशी, योगिनी एकादशी व्रत 18 जून बृहस्पतिवार, आषाढ़, कृष्णपक्ष, द्वादशी, प्रदोष व्रत 19 जून शुक्रवार, आषाढ़, कृष्णपक्ष, त्रयोदशी 20 जून शनिवार, आषाढ़, कृष्णपक्ष, चतुर्दशी, पितृकार्येषु अमावस

दरअसल गर्मियों में आर्द्रता और तापमान बढ़ने की वजह से दौड़ने में शरीर को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आर्द्रता के उच्च स्तर होने की वजह से पसीना हमारी त्वचा से वाष्पित होने से चलने में और परेशानी होती है और व्यक्ति एनर्जी लॉस के साथ डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाता

ओशो मृत्यु को दो प्रकार से जाना जा सकता है। या तो प्रारब्ध को देखकर या फिर कुछ लक्षण और पूर्वाभास हैं, जिन्हें देखकर जाना जा सकता है। उदाहरण के लिए जब कोई व्यक्ति मरता है, तो मरने के ठीक नौ महीने पहले कुछ न कुछ होता है। साधारणतया हम जागरूक नहीं होते हैं और

यह विटमिन सी, पोटाशियम और नेचुरल शुगर का भी अच्छा सोर्स है। इसका सेवन शरीर में पानी के अनुपात को संतुलित रखता है, जिससे शरीर और पेट को ठंडक मिलती है। पाचन क्रिया सही रखने और मस्तिष्क के विकास में भी इसकी बड़ी भूमिका है। जानें लीची के भरपूर फायदों के बारे में। डाइजेशन अच्छा

बच्चे बड़े होकर कैसी आदतें अपनाते हैं या कैसा लाइफस्टाइल फॉलो करते हैं ये काफी हद तक उनकी बचपन की आदतों पर निर्भर करता है। बचपन में सिखाई गई बातें उनके जीवन में ताउम्र भूमिका निभाती है। ये बातें उनके शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव डालती हैं। इस

नींबू को अमृत समान भी कहा गया है। नींबू शरीर को तरोताजा तो रखता ही है साथ ही कई रोगों से भी दूर रखता है। अगर आप प्रतिदिन एक गिलास नींबू पानी का सेवन करते हैं, तो छोटी-मोटी बीमारियों से हमेशा दूर रहेंगे। नींबू के कई गुणकारी लाभ होते हैं। महिलाएं अकसर नींबू पानी को

स्वामी विवेकानंद गतांक से आगे… गाड़ी से उतरकर स्वामी जी ने सभी लोगों का हाथ जोड़कर अभिनंदन किया। स्वागत समिति के प्रमुख नरेंद्र नाथ सेन तथा उनके सहयोगी किसी तरह भीड़ में से रास्ता बनाकर स्वामी जी तक पहुंचे और श्रद्धास्वरूप उनके गले में पुष्पमालाएं पहनाई गईं। स्टेशन से बाहर निकलकर सेवियार दंपति समेत स्वामी