आस्था

कई लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें ग्वार फली खाना पसंद नहीं होता है, लेकिन इसको खाने के स्वास्थ्य लाभ के बारे में आप नहीं जानते हैं। इसे खाने से कई गंभीर बीमारियों से निजात भी मिल जाती है। इसमें अधिक मात्रा में ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है जो कि डायबिटीज और शरीर में उपस्थित कोलेस्ट्रॉल को

आप किसी के पास बैठे हों और आपके हाथ उठाते ही आपकी बगल वाला व्यक्ति नाक सिकोड़ ले या मुंह पर रूमाल रख ले, तो आपको कैसा लगेगा? जाहिर सी बात है आप शर्मिंदगी महसूस करेंगे। गर्मी के मौसम में पसीने के कारण चिपचिपाहट और अंडरआर्म्स से बदबू की समस्या होना आम है। पसीना निकलना

तुलसी औषधि के रूप में तुलसी का पौधा हर वर्ष तैयार होता है इस की फसल भी की जाती है। इस का वैज्ञानिक नाम ऑसीमम सैक्टम है। यह ज्यादा ऊंचाई को छोड़ पूरे भारत वर्ष में पाई जाती है। इसकी  तुलसी माता के रूप में भी पूजा भी की जाती है।  इसके पौधे की  ऊंचाई दो फुट

आज अस्पताल, स्कूल, आफिस, बैंक और अन्य जगहों पर फटाफट काम निपटाने के लिए कम्प्यूटर की मदद ली जाती है, लेकिन लगातार इसके इस्तेमाल से सेहत संबंधी दिक्कतें भी आने लगी हैं। जानें, लगातार कम्प्यूटर के आगे बैठकर काम करने के नुकसान। लैपटॉप या कम्प्यूटर पर लगातार कई घंटों तक काम करने से गर्दन और

*  मक्खन में थोड़ा सा केसर मिलाकर रोजाना लगाने से काले होंठ भी गुलाबी होने लगते हैं। * चाय पत्ती के उबले पानी से सिर धोएं, इससे बाल कम गिरेंगे। *  गले में खराश होने पर सुबह-सुबह  सौंफ चबाने से बंद गला खुल जाता है। *   ऐलोवेरा जैल को चेहरे पर लगाने से चेहरा साफ

परशुराम राजा प्रसेनजित की पुत्री रेणुका और भृगुवंशीय जमदग्नि के पुत्र थे। वे विष्णु के अवतार और शिव के परम भक्त थे। इन्हें शिव से विशेष परशु प्राप्त हुआ था। इनका नाम तो राम था, किंतु शंकर द्वारा प्रदत्त अमोघ परशु को सदैव धारण किए रहने के कारण ये परशुराम कहलाते थे। परशुराम भगवान विष्णु

अक्षय तृतीया वैशाख शुक्ल तृतीया को कहा जाता है। वैदिक कैलेंडर के चार सर्वाधिक शुभ दिनों में से यह एक मानी गई है। अक्षय से तात्पर्य है जिसका कभी क्षय न हो अर्थात जो कभी नष्ट नहीं होता। भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के वृंदावन में ठाकुर जी के चरण दर्शन इसी दिन होते हैं।

-गतांक से आगे… श्रीपतिः पुण्डरीकाक्षः पद्मनाभो जगत्पतिः। वासुदेवोप्रमेयात्मा केशवो गरुड़ध्वजः।। 86।। नारायणः परं धाम देवदेवो महेश्वरः। चक्रपाणिः कलापूर्णो वेदवेद्यो दयानिधिः।। 87।। भगवान सर्वभूतेशो गोपालः सर्वपालकः। अनन्तो निर्गुणोनन्तो निर्विकल्पो निरंजनः।। 88।। निराधारो निराकारो निराभासो निराश्रयः। पुरुषः प्रणवातीतो मुकुन्दः परमेश्वरः।। 89।। क्षणावनिः सर्वभौमो वैकुण्ठो भक्तवत्सलः। विष्णुर्दामोदरः कृष्णो माधवो मथुरापतिः।। 90।। देवकीगर्भसम्भूतयशोदावत्सलो हरिः। शिवः संकर्षणः शंभुर्भूतनाथो दिवस्पतिः।। 91।।

गंगा जयंती हिंदुओं का एक प्रमुख पर्व है। वैशाख शुक्ल सप्तमी के पावन दिन गंगा जी की उत्पत्ति हुई इस कारण इस पवित्र तिथि को गंगा जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष यह जयंती 30 अप्रैल को मनाई जाएगी। गंगा जयंती के शुभ अवसर पर गंगा जी में स्नान करने से सात्विकता और