विचार

प्रधानमंत्री मोदी ने भरोसा दिलाया है कि जीएसटी से आने वाले दिनों में गरीब, मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं को फायदा होगा। महंगाई भी कम हुई है, लेकिन दूसरी ओर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का आरोप है कि जीएसटी और नोटबंदी ने देश की अर्थव्यवस्था को आईसीयू में पहुंचा दिया है। तीसरा पक्ष अर्थशास्त्रियों का है।

विजय शर्मा लेखक, हिम्मर, हमीरपुर से हैं राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप लगाने में भी पीछे नहीं हैं, लेकिन प्रदेश की जनता की इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है।  प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि काम-धंधों और उद्योगों को किस प्रकार की रियायत दी जाएगी तथा बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद पर कैसे लगाम

(सत्य प्रकाश कश्यप, टटैहल, पंचरुखी, कांगड़ा ) पिछले कई वर्षों से पंचरुखी-पाहड़ा मार्ग की हालत दयनीय हो चुकी है। प्रशासन से आग्रह है कि वह पंचरुखी बाजार में पांच किलोमीटर मार्ग का निर्माण गुणवत्ता और भव्यता के आधार पर करवाए। पुलियों और पुलों का निर्माण आधुनिक ढंग से होना चाहिए। कई जगह मार्ग अति संकरा

चुनाव के बीच धर्मशाला फिल्म फेस्टिवल का आयोजन अपनी भूमिका तराश रहा है, फिर भी इस काफिले का जिक्र सांस्कृतिक हो जाता है। लगातार छठे साल में इस तरह के आयोजन की महक अगर बालीवुड तक पहुंचने लगी है, तो हिमाचल के संदर्भों में फिल्मोद्योग एक बड़ी संभावना के रूप में देखा जाना चाहिए। विडंबना

( राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा ) ‘विजन के साथ हाजिर हों राजनीतिक दल’ लेख में अनुज कुमार आचार्य ने विधानसभा चुनाव में राजनेता और राजनीतिक दलों को विजन जनता के समक्ष रखने की सही सलाह दी है। हिमाचल में मुख्य मुद्दे कृषि, रोजगार, पर्यटन को बढ़ावा, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि रहे हैं। अब कानून व्यवस्था

प्रो. एनके सिंह लेखक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन हैं मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भाजपा का आधार लगातार बढ़ता गया है। इसका परिणाम यह है कि भाजपा की 13 राज्यों में सत्ता कायम हो चुकी है। इसके अलावा तमिलनाडु व अन्य कुछ राज्य ऐसे हैं, जहां उसका परोक्ष प्रभाव है। इसके

भूपिंदर सिंह लेखक, राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक हैं खेल राज्य सूची का विषय होने के कारण यह राज्य सरकार का कार्य हो जाता है कि राज्य में अच्छी खेल नीति हो, जिससे खिलाडि़यों को सुविधाओं के साथ-साथ अच्छे प्रशिक्षक भी मिलें। हिमाचल के खेल प्रेमियों तथा खिलाडि़यों को राजनीतिक दलों से अपेक्षा रहेगी कि वे अपनी

चुनावी चुटकुले (डा. सत्येंद्र शर्मा, चिंबलहार, पालमपुर ) अब फिर से पहचानने, लगे बड़े सरकार। चाचा, ताया गांव में, कुछ दिन लिए उधार। सालों सड़कें नाप लीं, चमचे बैठे हार। छुटभैयों का हो रहा, फिर आदर-सत्कार। नभ से भू पर आ गिरे, संभल गया व्यवहार। चरणवंदना कर रहे, नायक पहली बार। राजा सा सम्मान अब,

बचन सिंह घटवाल लेखक, मस्सल, कांगड़ा से हैं प्रकृति ने हिमाचल के भौगोलिक परिदृश्य को सुंदर पर्वतों, नदियों, झरनों व वनस्पतियों के प्रचुर भंडार से सुसज्जित किया है। प्रदेश का यह भंडार हमारे जीवन में समृद्धि और संपन्नता का आधार रहा है। हिमाचल का कुल क्षेत्रफल 55,673 वर्ग किलोमीटर है। जीविकोपाजर्न के लिए यहां के