पीके खुराना लेखक, वरिष्ठ जनसंपर्क सलाहकार और विचारक हैं एस. राधाकृष्णन, डा. जाकिर हुसैन से लेकर भैरों सिंह शेखावत और वर्तमान उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी तक सभी उपराष्ट्रपतियों की योग्यता और योगदान का लंबा इतिहास रहा है। इनमें से बहुत से महानुभाव बाद में राष्ट्रपति बने, परंतु जहां सब निर्णय राजनीतिक समीकरणों को लेकर होने
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने प्रथम संबोधन में ही अपने मिट्टी के कच्चे घर को नहीं भूले। उन्होंने देश के आखिरी गांव और उसके आखिरी कच्चे घर तक विकास का सपना संजोया है। उन्होंने सरहदों पर देश की रक्षा करते सैनिक से लेकर पुलिस, किसान, महिला, वैज्ञानिक, शिक्षक, डाक्टर और नौजवानों को रोजगार देने वाले स्टार्टअप
विजय शर्मा लेखक, हमीरपुर से हैं दुष्कर्म की भयंकर घटनाएं यह सोचने पर बाध्य करती हैं कि क्या इनसान इस कद्र हैवान व दरिंदा बन सकता है, जो गैंग बनाकर महिलाओं व किशोरियों की अस्मिता को लूटने पर आतुर है। ऐसे घृणित अपराधी तो मर्द कहलाने के भी लायक नहीं हैं, जो बेबस और निरीह
(भीम सिंह, सुंदरनगर, मंडी ) ‘स्वच्छता के प्रति गिरता चरित्र’ शीर्षक से प्रकाशित संपादकीय आलेख में सहीं टिप्पणी की गई है कि माननीय उच्च न्यायालय ने परिवहन निगम की सामाजिक जिम्मेदारी के आलोक में जो निर्देश दिए हैं, वे वास्तव में दायित्व की पहली शर्त होनी चाहिए। बढ़ती आबादी और बदलती जीवन शैली के साथ
(आरएल चौहान, कोटखाई, शिमला ) थर्रा उठे होंगे सभी पशु-पक्षी, दहल उठा होगा तांदी का वह जंगल, झुक गई होंगी शर्म से सबकी आंखें, घटित होते देख ऐसा घोर अमंगल। कितनी मजबूर, असहाय रही होगी गुडि़या, इनसान बनकर यह सोचो-विचारो, यहां तक कहा जिसने, ‘जो करना है कर लो पर, कृपया मुझको जान से न
(दीक्षा शर्मा, धर्मशाला ) छह सांसदों ने लोकसभा में जिस तरह की अराजकता का परिचय दिया, उसे निंदनीय ही माना जाएगा। हालांकि इसके चलते इन कांग्रेसी सांसदों को पांच दिनों के लिए निलंबित भी कर दिया, लेकिन इससे पहले सदन शर्मसार हो चुका था। शून्यकाल में कांग्रेस सांसद गोरक्षकों द्वारा मुस्लिमों और दलितों के खिलाफ
कोटखाई की दर्दनाक घटना ने हिमाचल से न जाने कितने सवाल पूछे या प्रश्नों के गुंबद पर जो सूलियां टंगी, वहां अदृश्य आशंका में अनेक गर्दनें सजी हैं। मामला सीबीआई के पाले में पहुंचा, लेकिन इससे पहले तथ्यों को समझने मेें लापरवाही के सबूत और अनर्गल तर्कों की खींचतान में पूरा प्रदेश रहा। बेशक पूरे
भानु धमीजा सीएमडी, ‘दिव्य हिमाचल’ लेखक, चर्चित किताब ‘व्हाई इंडिया नीड्ज दि प्रेजिडेंशियल सिस्टम’ के रचनाकार हैं विकास से भी बढ़कर यह बेहतर शासन देने का उनका वचन था जो उन्हें सत्ता में लाया। आज भी भाजपा ‘‘बेहतर शासन’’ को ‘‘मोदी मंत्र’’ कहकर प्रचार करती है। और यह सही भी है क्योंकि धरातल पर शासन
(नीरज मानिकटाहला, यमुनानगर, हरियाणा ) ‘मिताली सेना’ भारतवर्ष को आईसीसी महिला विश्व कप क्रिकेट विजेता का स्वर्णिम ताज पहनाने से भले ही चूक गई हो, लेकिन महिला इंडिया टीम ने अपनी एकजुटता व खेल के प्रति समर्पण भावना से कश्मीर से कन्याकुमारी तक करोड़ों खेल प्रेमियों का दिल जीत लिया। भारतीय टीम का फाइनल तक