सोलन

परवाणू —  परवाणू शहर में नगर परिषद के अधीन सेक्टर-एक स्थित महिला छात्रावास जल्द ही कैमरे की निगरानी में होगा। नगर परिषद परवाणू ने होस्टल बिल्डिंग को जल्द ही सीसीटीवी कैमरे लगवाने का निर्णय लिया है, वहीं साथ ही होस्टल में मौजूदा अंशकालीन वार्डन को फुल टाइम रखने का भी निर्णय लिया गया है। नगर

सोलन  —  एचआरटीसी सोलन डिपो के खेमे में सात यूरोफार बसें जुड़ने के बाद डिपो में नई बसों की संख्या 18 हो गई है। निगम द्वारा इन बसों को लोकल व लंबे रूटों पर दौड़ाया जा रहा है। गौर रहे कि डिपो में निगम द्वारा दी गई सभी बसें आधुनिक तकनीक से लैस हैं, वहीं

नालागढ़ —  बरसात में लोक निर्माण विभाग के तहत सड़कों के हुए करीब सात करोड़ 32 लाख के नुकसान के एवज में विभाग को अब तक 40 लाख रुपए की धनराशि मुहैया हुई है, जो कि ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। विभाग का कहना है कि अभी प्रथम चरण में नुकसान के

नालागढ़ —  नालागढ़ के किरपालपुर में बनने वाले इनडोर स्टेडियम को परवान चढ़ाने के लिए कसरत तेज हो गई है। यहां चयनित भूमि की कुछ विभागों की एनओसी का इंतजार शेष रह गया है और इनके मिलते ही जमीन विभाग के नाम ट्रांसफर होगी, जिसके उपरांत इस पर इंडोर  स्टेडियम निर्माण का कार्य आरंभ हो

सोलन —  प्रदेश सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए राज्य में 111.19 करोड़ रुपए की डा. यशवंत सिंह परमार किसान स्वरोजगार योजना आरंभ की है। इस योजना के तहत किसानों को पोलीहाउस निर्माण के लिए 85 प्रतिशत तक उपदान दिया जा रहा है। यह जानकारी बुधवार को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के कलाकारों द्वारा

सोलन  —  शहरी क्षेत्रों में रहने वाले गरीबों की रात खुले आसमान तले गुजर रही है। सड़कों व फुटपाथ पर जीवन बसर करने वाले ये लोग भले ही हिमाचली न हों, लेकिन भारतीय जरूर हैं। इन गरीबों का दर्द समझने वाला कोई नहीं है। सरकार गरीबों के कल्याण की कई योजनाएं बनाती तो है, लेकिन

सोलन  —  सोलन जिला में लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है, जिसके चलते लोगों को एक बार फिर ठंड झेलने के लिए तैयार रहना पड़ेगा, वहीं पहाड़ी इलाकों में मौसम विभाग ने बर्फबारी की संभावना

सोलन  —  बाहरा विश्वविद्यालय के ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग विभाग ने एक नई तकनीक ईजाद की है। यह तकनीक ऐसे लोगों के लिए वरदान साबित हो सकती है, जो लोग चलने में सक्षम नहीं है। इस  तकनीक को सेगव्हील का नाम दिया गया है। सेगव्हील की सहायता से एक स्थान से दुसरे स्थान पर बिना चले आसानी

नालागढ़ —  हंडूर रियासतकाल से मनाए जा रहे ऐतिहासिक पीरस्थान लोहड़ी मेले के समापन पर किरपालपुर पंचायत द्वारा छिंज का आयोजन किया गया। मेले के उपलक्ष्य में हर वर्ष स्थानीय पंचायत इस दंगल का आयोजन करती है। इस बार आयोजित दंगल में उत्तर भारत के करीब 300 पहलवानों ने लोगों का मनोरंजन किया। इस मौके