सुबाथू —बीते तीन महीने में यह खूनी पुल पांच लोगों की जान ले चुका है। होली के दिन हुए इस दर्दनाक हादसे के बाद एक बड़ा सवाल सामने निकल कर आया है। आखिर देवस्थल के नाम से मशहूर सुबाथू का गंभरपुल और कितने लोगों की बलि लेना चाहता है और गंभरपुल के ग्रामीणों को आगे

शिमला —पिछले एक माह से पारिवार की व्यस्तताओं में घिरे पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह अब लोकसभा चुनाव के लिए फील्ड में उतर गए हैं। उन्होंने कहा है कि देश में राहुल गांधी के नेतृत्व में यूपीए की सरकार बनना तय है। वीरभद्र सिंह ने कहा कि इस बार कांग्रेस लोकसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल

बाहर निकलकर उन्होंने देखा तो पाया कि प्लेटें टूटी हुई जमीन पर पड़ी हैं। उन्होंने इसका कारण होम की किसी हरकत को समझा और उस पर बुरी तरह झल्लाई, पर वह निर्दोष था। सिर झुकाए एक कोने में खड़ा था। उसने इतना ही कहा, इसमें मेरा दोष नहीं है। चाची ने दूसरी घटना यह देखी

श्रीश्री रवि शंकर क्या आप जानते हैं, छह दर्शनों में से पहले तीन दर्शन तो भगवान के बारे में बात तक नहीं करते, न्याय, वैशेषिक और सांख्य दर्शन। गौतम महर्षि के द्वारा रचित न्याय दर्शन ज्ञान के बारे में चर्चा करता है कि आपका ज्ञान सही है या नहीं। ज्ञान के माध्यम को जानना कि

पांवटा साहिब—पांवटा साहिब नगर परिषद द्वारा आयोजित ऐतिहासिक होली मेला इस बार मार्च माह के तीसरे सप्ताह मंे शुरू हुआ है, जिससे मेले में रौनक बढ़ गई है। विशेषकर बच्चों के साथ अभिभावक पहले ही दिन मेले में पहुंचे और बच्चों ने विभिन्न प्रकार के झूलों का आनंद उठाया है, जिस तरह पहले ही दिन

कंडाघाट—पर्यटन नगरी चायल में भालू के आतंक को लेकर शुक्रवार को प्रिंसीपल चीफ  कंसर्वेटर ऑफ  वाइल्ड लाइफ सविता व उनकी टीम ने चायल का दौरा किया। इस दौरान चायल व आसपास के क्षेत्र के करीब 40 लोग ओद्यौगिक शिक्षण संस्थान धर्मपुर(सोलन) के चेयरमैन दवेंद्र वर्मा की अध्यक्षता में भालू के आतंक को लेकर प्रिंसिपल चीफ

सोलन—सोलन की ग्राम पंचायत चामत भड़ेच के नौणी ग्रेटी गांव में शुक्रवार सुबह ग्रामीणों ने टैंक में डूब रहे एक कक्कड़ को बचाया। कक्कड़ की हालत में सुधार होने पर उसे जंगल में छोड़ दिया गया। जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह एक कक्कड़ नौणी ग्रेटी गांव में ग्रामीणों द्वारा सिंचाई के लिए बनाए गए टैंक

बाबा हरदेव अब जैसे-जैसे मनुष्य असल धर्म के नजदीक जाता है मनुष्य की ‘घृणा’ की वृत्ति मिटनी शुरू हो जाती है। इसकी ‘घृणा’ गलनी शुरू हो जाती है। जिस प्रकार सूरज के पास कोई बर्फ की चट्टान जब जाती है ये पिघलने लग जाती है, मिटने लग जाती है, ऐसे ही मनुष्य को जब पूर्ण

शिमला—एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने शुक्रवार को शहीद भगत सिंह के दो दिवसीय शहादत दिवस को मनाया, जिसमें विश्वविद्यालय कैंपस के आर्ट्स ब्लॉक में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस रक्तदान शिविर का उद्घाटन संस्कृत विभाग की प्रोफेसर राजिंद्रा चौहान ने किया। उन्होंने रक्तदान के महत्व पर प्रकाश डाला। इस ब्लड डोनेशन कैंप