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द्वारका सेक्टर-22 की एक सोसायटी में गूलर का पेड़ कैद कर लिया गया है। पेड़ की सारी शाखाएं काट दी गई हैं। पेड़ का सिर्फ तना ही बचा है। चारों तरफ से दीवार और ऊपर से छत डल चुकी है। अब यह पेड़ एक जनरल स्टोर के बीच ठूंठ की तरह खड़ा है। न इसे

शारीरिक विकलांगता मन के हौसलों के आगे कैसे परास्त होती है, ये देखना हो तो एक बार छत्तीसगढ़ के बस्तर की दिव्यांग बेटी खुशबू से जरूर मिलें। खुशबू के घुटनों के नीचे से दोनों पैर  और न ही कोहनियों के आगे के दोनों हाथ हैं। इसके बावजूद वन विभाग के दफ्तर में संविदा नियुक्ति पर

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मुंबई में रहने वाले करीब 38500 लोगों को मनोचिकित्सकों की सलाह की जरूरत है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई देश के ऐसे शहरों की लिस्ट में सबसे ऊपर है, जहां लोगों को किसी न

सोचिए, अगर आपके शरीर से पसीने की जगह खून निकलने लगे तो। 21 साल की एक युवती को ऐसी ही गंभीर बीमारी हो गई है, जिसमें उसके चेहरे और हथेलियों से पसीने के साथ खून निकलता है। जब इस युवती को अस्पताल में भर्ती कराया गया तो इटली के डाक्टर भी हैरान रह गए। उन्हें

खूबसूरत डिटेलिंग और डिजाइन के साथ बनी यह वेडिंग ड्रेस जिस किसी ने भी देखी, उसके मुंह से तारीफ ही तारीफ           निकली । जब बताया गया कि इसे पहना ही नहीं जा सकता तो शादी का जोड़ा खरीदने आई युवतियां निराश हो गईं। सबके मन में बस यही सवाल था कि आखिर इस खूबसूरत

साउथ कोरियन टेक्नोलॉजी दिग्गज सैमसंग ने 200 लोगों को अपना फ्लैगशिप फैबलेट नोट 8 फ्री में दे दिया। इस स्मार्टफोन की भारत में कीमत 67 हजार रुपए है। दरअसल कंपनी आईबेरिया एयरलाइन की फ्लाइट संख्या आईबी 0513 से यात्रा कर रहे 200 लोगों को गिफ्ट देने का फैसला किया। स्पेन की इस फ्लाइट में लोगों

कई लोगों को स्पाइसी और कभी-कभी हद से ज्यादा कड़वा खाना पसंद होता है। मगर क्या आप जानते हैं कि आपकी यही आदत आपको शराबी बना सकती है? यह कुछ समय पहले साउथ कोरिया की एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी द्वारा की गई रिसर्च में सामने आया है। अगर आपको कड़वा खाने की आदत है तो आपको

बंदर जब शहर के अंदर आ जाएं तो लोगों के लिए मुसीबत बढ़नी तय हैं। ऐसा ही कुछ बंगलूर में हो रहा है। वहां इन दिनों बंदरों का झुंड लोगों को घंटी बजाकर परेशान कर रहा है। बंदरों के डर से लोगों का घर से बाहर निकलना दूभर हो चुका है। दरअसल, वरथुर में बंदरों

दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के डाक्टरों ने एक बच्चे के पैर की अंगुलियों को उसके हाथ में लगाने में कामयाबी पाई है। नेपाल मूल के दस साल के बच्चे वीरेंद्र सिंह के पैर की अंगुलियों को उसकी धमनियों के साथ दाहिने हाथ में प्रत्यारोपित किया। इस सर्जरी को टो टू हैंड ट्रांसफर का नाम दिया