डा. जयंतीलाल भंडारी

वस्तुतः सरकारी बैंकों में धन जमा करना प्राइवेट बैंकों की तुलना में ज्यादा सुरक्षित माना जाता है। चूंकि प्राइवेट बैंक पर मालिकाना हक निजी हाथों में होता है, अतएव अगर निजी बैंक डूबता है तो उसकी भरपाई के लिए वित्तीय संसाधन भी सीमित होते हैं। जबकि दूसरी ओर सरकारी बैंक सरकार के अधीन कार्यरत होते

डा. जयंतीलाल भंडारी विख्यात अर्थशास्त्री जापान में उद्योग-कारोबार के सबसे बड़े संगठन किदानरेन के अध्यक्ष हिरोआकी नाकानिशी ने कहा है कि जब तक भारत इस करार का हिस्सा नहीं बनता, इस व्यवस्था का पूरा फायदा नहीं होगा। भारत आरंभ से आरसेप के लिए हो रही वार्ताओं का हिस्सा था, लेकिन पिछले साल 2019 में वह

डा. जयंतीलाल भंडारी विख्यात अर्थशास्त्री निःसंदेह अब चीन से और अधिक व्यापार घाटा कम करने के लिए चीन से आयातित कच्चे माल के देश में ही उत्पादन के लिए बनाई गई रणनीति को कारगर बनाया जाना होगा। साथ ही चीनी उत्पादों के स्थानीय विकल्पों को विकसित करने की डगर पर भी तेजी से आगे बढ़ा

डा. जयंतीलाल भंडारी विख्यात अर्थशास्त्री अमरीकियों को पहले नौकरी संबंधी इस विधेयक में यह प्रावधान है कि यदि नियोक्ता ने अपने अमरीकी कर्मियों को छुट्टी पर भेजा है तो वह एच-1बी वीजा धारक विदेशियों की नियुक्ति कर सकेगा, लेकिन नियोक्ता के द्वारा वीजा धारक को अमरीकी कामगार से अधिक वेतन का भुगतान करना होगा। यह

ऐसे में चालू वित्त वर्ष के सात महीनों के लिए मनरेगा के लिए अतिरिक्त धनराशि के आबंटन से रोजगार अवसर के साथ-साथ जीडीपी भी बढ़ते हुए दिखाई देगी। यद्यपि सरकार ने एमएसएमई की इकाइयों के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत बैंकों के जरिए बगैर किसी जमानत के आसान ऋण सहित कई राहतों का पैकेज

डा. जयंतीलाल भंडारी विख्यात अर्थशास्त्री निःसंदेह अभी हमें ब्लूमबर्ग की इनोवेशन रैंकिंग के तहत तीसरी श्रेणी में स्थान पाने और जीआईआई में 48वें पायदान पर पहुंच जाने के वर्तमान स्तर से संतुष्ट नहीं होना चाहिए। अभी नवाचार के कई क्षेत्रों में व्यापक सुधार की जरूरत है। हमारे पास शोध एवं विकास में वैश्विक ऊंचाई प्राप्त

डा. जयंतीलाल भंडारी विख्यात अर्थशास्त्री निःसंदेह नए श्रम कानूनों से भारत की श्रम संबंधी विभिन्न वैश्विक रैंकिंग में सुधार होगा, लेकिन भारत की ओर वैश्विक उद्योग-कारोबार आकर्षित करने के लिए केवल नए श्रम कानूनों से काम नहीं बनने वाला है। इसके साथ अन्य ऐसे सुधारों की भी जरूरत है जिससे कारखाने की जमीन, परिवहन और

डा. जयंतीलाल भंडारी विख्यात अर्थशास्त्री अब आयकर विभाग के द्वारा करदाता चार्टर के तहत घोषित करदाताओं के सभी अधिकारों को कारगर तरीके से लागू करने के लिए शीघ्रतापूर्वक पहल की जानी होगी। करदाताओं और आयकर विभाग के बीच विश्वास की कमी वास्तविक रूप में दूर की जानी होगी। अब नए कर सुधारों के तहत आयकर

डा. जयंतीलाल भंडारी विख्यात अर्थशास्त्री निःसंदेह देश में कृषि एवं ग्रामीण विकास की जो नई संभावनाएं उभरकर दिखाई दे रही हैं, उनमें नए कृषि कानून और अधिक सार्थक भूमिका निभाते हुए दिखाई दे सकेंगे। रिजर्व बैंक ऑफ  इंडिया और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष सहित विभिन्न आर्थिक संगठनों की नई रिपोर्टों के मुताबिक कोविड-19 की चुनौतियों के

डा. जयंतीलाल भंडारी विख्यात अर्थशास्त्री विभिन्न देशों द्वारा लागू किए गए कृषि व्यापार संबंधी कड़े तकनीकी अवरोधकों के कारण भी भारतीय खाद्य निर्यात की क्षमता प्रतिबंधित हुई है। निर्यात की जा रही कृषि मदों पर गैर-शुल्क बाधाएं, खाद्य गुणवत्ता सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे अमरीकी और यूरोपीय संघ जैसे प्रमुख बाजारों में खाद्य उत्पादों के