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डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार अभी तक पाकिस्तान, अनुच्छेद 370 की व्याख्या यह कह कर करता था कि भारत स्वयं भी जम्मू-कश्मीर को अपना स्थायी हिस्सा नहीं मानता, इसीलिए उसने अपने संविधान में इस राज्य की व्यवस्था के लिए यह विशेष अनुच्छेद बनाया हुआ है और न ही भारत का संघीय संविधान प्रदेश पर

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक राष्ट्रीय स्तर की इन प्रतियोगिताओं में एक ही मोहल्ले के खिलाड़ी किसी राज्य की टीम हो जाते हैं। इस गोरख धंधे का अध्ययन जब किया गया तो पता चलता है कि देश के विभिन्न राज्यों के शहरों व गांवों में अपने को अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता कहने वाले ये नासमझ खिलाड़ी

पीके खुराना वरिष्ठ जनसंपर्क सलाहकार अमीरी एक बुनियादी मानवाधिकार है, पर कोई आपको इसे तश्तरी में पेश नहीं करेगा। इसके लिए स्वयं आपको ही प्रयत्न करना होगा और जोखिम भी उठाना पड़ेगा। अमीरी का अधिकार मांगने से नहीं मिलता, इसे कमाना पड़ता है। भारतीय आम आदमी के अमीर बनने में दो बड़ी अड़चनें हैं। पहली

अनुज कुमार आचार्य लेखक, बैजनाथ से हैं वर्ष 1970 में नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड ने ऑपरेशन फ्लड की भारत में शुरुआत की थी ताकि भारत की बढ़ती आबादी की दूध जरूरतों को पूरा किया जा सके। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए यूरोपीय प्रजातियों की विदेशी संकर नस्लों की गउओं के आयात के साथ क्रास

डा. भरत झुनझुनवाला आर्थिक विश्लेषक अर्थव्यवस्था के संकट में आने का पहला कारण सरकारी खपत में पर्याप्त कटौती का न होना है। सरकार द्वारा दो प्रकार के खर्च किए जाते हैं- चालू खर्च एवं पूंजी खर्च। इन दोनों का योग वित्तीय खर्च होता है। दोनों प्रकार के खर्च के योग यानी वित्तीय खर्च को पोषित

अनुज कुमार आचार्य लेखक, बैजनाथ से हैं ‘सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनामी’ द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार फरवरी 2019 में भारत में बेरोजगारी की दर फरवरी 2018 के मुकाबले 5.9 फीसदी से बढ़कर 7.2 फीसदी हो गई है। इस समय हिमाचल प्रदेश में लगभग आठ लाख 45 हजार बेरोजगार हैं, तो ऊपर से हर साल

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार दरअसल यह अनुच्छेद पंडित नेहरू और उनके मित्र शेख मोहम्मद अब्दुल्ला के षड्यंत्र का परिणाम था। शेख अब्दुल्ला नेहरू को ब्लैकमेल कर रहे थे और भारतीय संविधान की आड़ में जम्मू-कश्मीर को अपनी जागीर की तरह इस्तेमाल करना चाहते थे। अनुच्छेद 370 उसमें शेख की सहायता कर रहा था।

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक सितंबर में होने वाली विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में  हिमाचल का यह गबरू भारत का प्रतिनिधित्व करता नजर आएगा। सेना की तरफ से खेलते हुए चंबा के बकलोह निवासी वीएस थापा ने ओलंपिक तक मुक्केबाजी में सफर तक किया था। आशीष चौधरी जिला मंडी की तहसील धर्मपुर में तहसील कल्याण अधिकारी

पीके खुराना वरिष्ठ जनसंपर्क सलाहकार प्रधानमंत्री की असीम शक्तियों के सामने हर दूसरा व्यक्ति कठपुतली जैसा है। सांसदों के वेतन-भत्ते तथा उनको मिली अन्य सुविधाओं पर अनाप-शनाप धन खर्च होता है, लेकिन यदि 543 सांसदों में से कानून बनाने की भूमिका सिर्फ मंत्रिमंडल की ही है, तो फिर 543 सांसद चुनने और उन पर धन