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अनुज कुमार आचार्य लेखक, बैजनाथ से हैं   अब नशे के कारोबारियों पर भी आतंकवाद पर सर्जिकल स्ट्राइक की तर्ज पर व्यापक प्रहार की जरूरत महसूस की जा रही है। आंकड़े तसदीक करते हैं कि वर्ष 2016-17 में जिला कांगड़ा में नशा कारोबारियों के खिलाफ दर्ज किए गए मामलों में 100 से ज्यादा लोग ऐसे संलिप्त पाए

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार   सड़क पर कोई बंगाली जय श्री राम कहता हुआ मिल गया, तो ममता दीदी ने अपनी कार से उतर कर उन्हें सबक सिखाने की धमकियां देनी शुरू कर दीं। इफ्तार पार्टियों का आयोजन कर वहां अवैध बांग्लादेशियों को आश्वस्त करना शुरू किया कि जो हमसे टकराएगा, वह चूर-चूर

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार इस परंपरा के कारण कांग्रेस में किसी अन्य को उभरने का कोई मौका नहीं मिल पाया। उधर नरेंद्र मोदी, जो कि परिवारवादी राजनीति के खात्मे के लिए कृतसंकल्प हैं, चुनाव में फिर से जीत हासिल करके दमदार नेता के रूप में उभर आए हैं। परिवारवादी राजनीति को खत्म करने

पीके खुराना राजनीतिक रणनीतिकार कलिंग युद्ध के बाद युद्ध क्षेत्र में क्षत-विक्षत लाशें और विधवाओं के हाहाकार से त्रस्त सम्राट अशोक ने भी खुद से ही पूछा – तुम कब ठहरोगे? अब शायद यही प्रश्न हमें आज के शासकों से पूछना है। हर शासक चाहता है कि वह अनंत समय तक राज करे। उसके राज्य

डा. भरत झुनझुनवाला आर्थिक विश्लेषक यदि हम समझौते को तत्काल रद्द न करना चाहें, तो भी पाकिस्तान को नोटिस देकर विश्व बैंक की मध्यस्तता तो मांग ही सकते हैं। हम कह सकते हैं कि हम इस समझौते को रद्द करना चाहते हैं, क्योंकि इससे आपसी सौहार्द और मित्रता स्थापित नहीं हो रही है तथा विश्व

कुलभूषण उपमन्यु अध्यक्ष, हिमालय नीति अभियान बढ़ती आबादी और बढ़ती अनावश्यक भूख ने हालात बिगाड़ दिए हैं। सबसे जरूरी जीवन साधन प्राणवायु का प्रकृति जितना संशोधन कर सकती है,  उससे ज्यादा धुआं हम आकाश में विभिन्न गतिविधियों से छोड़ रहे हैं। फिर एक-दूसरे पर दोषारोपण करके अपने आप को बचाने की झूठी तसल्ली देते रहते

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार गुरु नानक देव जी सतयुग, त्रेता, द्वापर और कलियुगों की चर्चा करते हुए कहते हैं कि प्रत्येक युग में एक-एक वेद प्रमुख था, लेकिन कलियुग की तो गति निराली है। कलियुग में अथर्ववेद की प्रमुखता थी, लेकिन इस कालखंड तक आते-आते भारत का परिदृश्य बदल गया।  नीले वस्त्र पहन

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार मैंने जब कांग्रेस के राज्य बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ से इस्तीफा दिया था तो सोनिया गांधी को लिखा था कि पार्टी में ग्रास रूट कैडर के विकास की सख्त जरूरत के साथ यह भी जरूरत है कि इसमें विचार-विनिमय को प्रश्रय दिया जाए, फीडबैक की खुली शेयरिंग  होनी चाहिए जिसकी मुझे

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक हम चाहे कितने भी किताबी कीड़े बनकर अच्छे कालेजों  से चिकित्सक, अभियंता, प्रबंधक, प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारी क्यों न बन जाएं, अगर हम शारीरिक रूप से फिट नहीं होंगे, तो हम ईमानदारी से देश व प्रदेश को साठ वर्ष की आयु तक अपनी सेवाएं पूर्ण रूप से नहीं दे पाएंगे।