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कंचन शर्मा लेखिका शिमला से हैं हैरत यह भी है कि हिमाचल में सड़कों के जो खस्ताहाल हैं, उनके बारे में कोई नीति, दिशा-निर्देश या सख्ती की बात नहीं हो रही, जबकि अन्य कारणों के साथ बस दुर्घटनाओं के लिए खराब, बेतरतीब व बिना पैरापिट की सड़कें भी समान रूप से जिम्मेदार हैं। कितनी ही

डा. भरत झुनझुनवाला आर्थिक विश्लेषक   जीएसटी की प्राप्तियां वर्तमान में 12 लाख करोड़ रुपए प्रतिवर्ष हैं। सुझाव है कि इन पर 50 प्रतिशत का सेस लगाया जा सकता है। बताते चलें कि जीएसटी पर लगाए गए सेस से प्राप्ति पूर्णतया केंद्र सरकार को जाती है, जबकि जीएसटी स्वयं की प्राप्ति केंद्र और राज्य सरकार

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार वह पुराने वाले भारत के लिए छटपटा रहे हैं। इसमें कोई बुरी बात नहीं, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह कौन सा पुराना वाला भारत चाहते हैं? कांग्रेस राज वाला भारत या उससे भी पहले वाला अंग्रेजी राज वाला भारत या फिर उससे भी पहले मुगलों के

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार   दिन-प्रतिदिन विपक्ष की संख्या में कमी आ रही है। संख्या के साथ-साथ उनके प्रभाव और रौब में भी कमी आ रही है। सिर्फ संख्या में कमी ही नहीं आ रही है, बल्कि बड़े पैमाने पर सीटें व राज्य विपक्षी दल खो रहे हैं। इसके साथ ही उनकी आंतरिक

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक     प्रदेश में इस समय काफी निजी कालेज हैं, उन्हें भी हिमाचल के विद्यार्थी खिलाडि़यों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाना चाहिए। प्रदेश के सरकारी कालेजों के प्राचार्यों व शारीरिक शिक्षा के प्राध्यापकों को चाहिए कि वे अपने-अपने कालेजों में खेल प्रशिक्षण सुविधा के अनुसार उस खेल को विकसित करें।

पीके खुराना राजनीतिक रणनीतिकार   26/11 की बदनाम आतंकवादी घटना में जहां 195 निर्दोष लोग मारे गए, वहीं भारतीय सड़कों पर हर रोज औसतन 390 लोग जान गंवाते हैं। यानी सड़कों पर हर रोज दो-दो 26/11 घटते हैं। दुखद सत्य यह भी है कि सड़क दुर्घटनाओं का शिकार होने वाले आधे से ज्यादा लोग युवा

डा. भरत झुनझुनवाला आर्थिक विश्लेषक सरकार की जिम्मेदारी है कि जनता के हित में जो कार्य हो, उसके अनुसार कानून बनाए और उसे लागू करे। सरकार के सामने प्रश्न यह रहता है कि प्रदूषण नियंत्रण उपकरण लगाने का सीधा बोझ व्यवसायी के ऊपर पड़ता है। इसलिए व्यवसायी का दबाव होता है कि सरकार उसे उपकरण

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक   हिमाचल प्रदेश में कई खेलों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधा कई जिलों में बनी हुई है। हमीरपुर तथा बिलासपुर में दो एथलेटिक्स के लिए सिंथेटिक ट्रैक है। ऊना में हाकी के लिए एस्ट्रोटर्फ बिछा है। वहां पर राज्य सरकार स्वयं या फिर केंद्र सरकार के साथ मिलकर

अनुज कुमार आचार्य बैजनाथ   हिमाचल में होने वाले अनेक अपराधों की जड़ों में प्रवासियों की संलिप्तता से कहीं न कहीं शांत हिमाचल की वादियों के ईमानदार, अमन पसंद और कानून प्रिय नागरिकों के बीच भय का वातावरण निर्मित होता है, तो वहीं इन घटनाओं की प्रतिक्रिया स्वरूप लोगों का आक्रोशित होना स्वाभाविक भी है।