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डा. भरत झुनझुनवाला आर्थिक विश्लेषक   सार्वजनिक इकाइयों के घाटे का मूल कारण यह है कि उनके कार्यों में राजनीतिक दखल होता है और उनके अधिकारियों को कंपनी के लाभ से सरोकार कम ही होता है। अधिकारी के लिए यह पूरी तरह संभव होता है कि भ्रष्टाचार के माध्यम से वह कंपनी को डुबो दे

कुलभूषण उपमन्यु अध्यक्ष, हिमालय नीति अभियान   जल संरक्षण और पारिस्थितिकीय संतुलन में वनों की भूमिका को प्राथमिकता देना, वनवासी और वन निर्भर समुदायों की आजीविका की रक्षा करना भी आज की वानिकी के लक्ष्य होने चाहिएं। नए वन अधिनियम को वन अधिकार अधिनियम 2006 से तालमेल बिठाने की समझ से बनाना पड़ेगा… भारतीय वन

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार राजीव गांधी ने कहा था कि जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है, तो भूमि हिलती ही है। राजीव गांधी की यह हिलती हुई भूमि दिल्ली में तीन हजार सिखों को लील गई, लेकिन जो बात राजीव गांधी छिपा गए थे, वह यह कि दिल्ली में भूमि खुद नहीं हिली

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार अब चुनाव में एक और विवाद उभर कर सामने आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव रैलियों में राजीव गांधी को सर्वाधिक भ्रष्ट प्रधानमंत्री कहा है, जबकि कोर्ट द्वारा उन्हें बरी किया जा चुका है। लेकिन मोदी व शाह को भी क्लीन चिट मिल चुकी है तथा वे चोर व

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक धर्मशाला व बिलासपुर में खेल छात्रावास हैं, इसलिए हमीरपुर महाविद्यालय में खेल विंग एथलेटिक्स के लिए चल सकता है। वर्षों पूर्व यहां पर जब निजी स्तर पर निःशुल्क एथलेटिक प्रशिक्षण चला तो लगभग दो दशकों से अधिक समय तक यह महाविद्यालय एथलेटिक्स में राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतता रहा है।

पीके खुराना राजनीतिक रणनीतिकार संयुक्त राष्ट्र संघ का अस्तित्व अमरीकी सहायता पर निर्भर करता है, इसलिए संयुक्त राष्ट्र संघ की नीतियां अमरीकी हितों से प्रभावित होती हैं। ब्रिटेन, फ्रांस और अमरीका ने एकजुट होकर चीन पर दबाव बनाया, तो चीन सीधे रास्ते पर आया और उसे मोहम्मद मसूद अजहर को लेकर झुकना पड़ा। पिछले कई

कर्म सिंह ठाकुर लेखक, सुंदरनगर से हैं   कृषि प्रधान देश में किसान की समस्याएं राजनीतिक मंच पर चर्चा का कारण क्यों नहीं बन पा रही हैं, विचारणीय विषय है। मूल तथा वास्तविक समस्याओं से राजनीति कोसों दूर जा चुकी है… कृषि हिमाचल प्रदेश के लोगों का प्रमुख व्यवसाय है और प्रदेश की अर्थव्यवस्था में

डा. भरत झुनझुनवाला आर्थिक विश्लेषक   यह भी सही है कि कभी-कभी मरीज की बीमारी को दूर करने के लिए सर्जरी करनी पड़ती है और इस दौरान मरीज का कष्ट बढ़ता है, लेकिन इस आकलन में संकट यह है कि कष्ट सुधार की ओर ले जा रहा है या मृत्यु की ओर, यह समझना पड़ता है।

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार नानक की यात्राएं लोदी शासकों के राज्यकाल में हुई थीं। यह उस समय की तात्कालिक राजनीतिक स्थिति की ओर संकेत तो करती ही हैं, साथ ही यह सांस्कृतिक-सामाजिक स्थिति की ओर भी संकेत है। धर्म का स्थान रुढि़यों, गली-सड़ी परंपराओं ने ले लिया है। पाखंड का बोलबाला है। धर्म के तत्त्व के स्थान पर