आस्था

जीवन एक वसंत/शहनाज हुसैन किस्त-63 सौंदर्य के क्षेत्र में शहनाज हुसैन एक बड़ी शख्सियत हैं। सौंदर्य के भीतर उनके जीवन संघर्ष की एक लंबी गाथा है। हर किसी के लिए प्रेरणा का काम करने वाला उनका जीवन-वृत्त वास्तव में खुद को संवारने की यात्रा सरीखा भी है। शहनाज हुसैन की बेटी नीलोफर करीमबॉय ने अपनी

श्रीराम शर्मा दान अर्थात देनाः ईश्वर प्रदत्त क्षमताओं को जाग्रत विकसित करना और उससे औरों को भी लाभ पहुंचाना। यही है पुण्य परमार्थ सेवा स्वर्गीय परिस्थितियां इसी आधार पर बनती हैं। वस्तुतः समयदान तभी बन पड़ता है, जब अंतराल की गहराई में, आदर्शों पर चलने के लिए बेचैन करने वाली टीस उठती हो। महान मनीषियों

गंधर्व गधे की बात सुनकर विश्वकर्मा ने रात ही रात में सारी मिथिला नगरी को तांबे की बना कर तैयार कर दिया और गंधर्व से आज्ञा लेकर वापस लौट गए। दूसरे दिन सबको मिथिला नगरी तांबे की बनी दिखाई दी, तो बड़ा आश्चर्य हुआ। परंतु राजा सत्यवर्मा को चिंता हो गई कि अब राजकुमारी का

मशरूम एक पौष्टिक, स्वास्थ्यवर्द्धक एवं औषधीय गुणों से भरपूर, रोगरोधक सुपाच्य खाद्य पदार्थ है। इसमें जरूरी पोषक तत्त्व मौजूद होते हैं, जिनकी शरीर को आवश्यकता होती है। इसमें कालवासिन, क्यूनाइड, प्रोटीन, लेंटीनिन, क्षारीय की उपस्थिति मानव शरीर में ट्यूमर बनने से रोकती हैं। मशरूम की प्रजातियां और उनके गुण शाकटेक प्रजाति का मशरूम खासतौर पर

बदलती जीवनशैली ने आज कई रोगों को जन्म दिया है, जिनमें से एक है उच्च रक्तचाप। यदि इस पर नियंत्रण न किया जाए, तो यह जानलेवा हो सकता है। ऐसे में कई आयुर्वेदिक उपायों को अपनाकर आप इस रोग पर नियंत्रण रख सकते हैं। उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) सबसे सामान्य हृदय धमनी रोग है।

कोरोना की दस्तक के साथ ही एक बार फिर से भारतीय आयुर्वेद की अहमियत बढ़ गई है। अब लोग सर्दी, खांसी, जुकाम जैसी परेशानियों से निपटने के लिए घर पर ही काढ़ा बनाकर पी रहे हैं। ऐसे में लोगों ने खान-पान में भी बदलाव किया है। भारत में आयुर्वेदिक आहार सदियों से अपनाया जा रहा

*  सेब के सिरके की कुछ बूंदें पानी में मिलाकर चेहरे की क्लीजिंग के बाद इस मिश्रण का उपयोग टोनर की तरह कर सकती हैं। इसके अलावा इसके इस्तेमाल से बालों में भी चमक आती है। * आलिव ऑयल में दूध व शहद मिलाकर चेहरे पर फेस पैक की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है।

वर्तमान जीवनशैली में कमर दर्द, पीठ में दर्द, रीढ़ की हड्डी का लचीलापन खो देना, कूल्हों के आसपास दर्द, सीने में तकलीफ  होना आदि आम बात है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे शारीरिक गतिविधियों की कमी या अत्यधिक शारीरिक कार्य करना, सही ढंग से न बैठ पाना, मांसपेशियों में तनाव, असंतुलित आहार

– डा. जगीर सिंह पठानिया सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक, आयुर्वेद, बनखंडी घर की रसोई बनाम मिनी औषधालय हमारे घर की रसोई में भोजन बनाने के लिए जो भी मसाले व रसोई से संबंधित अन्य सामान रखा होता है, वो सब औषधीय गुणों से भरपूर होता है और अगर हम इसका ज्ञान रखें, तो इसे कभी भी