आस्था

कामिदा एकादशी को पवित्रा एकादशी के नाम से भी पुकारा जाता है। पुराणों के अनुसार श्रावण कृष्ण पक्ष की एकादशी कामिका है। इस दिन भगवान श्रीधर की पूजा की जाती है… विधि इस दिन प्रात: स्नानादि से निवृत्त होकर भगवान विष्णु को पंचामृत स्नान कराके भोग लगाना चाहिए। फिर आचमन के पश्चात धूप, दीप, चंदन,

शिव महापुराण में सभी ज्योतिर्लिंगों के बारे बताया गया है। इस ज्योतिर्लिंग के संबंध में मान्यता है कि सोमनाथ के शिवलिंग की स्थापना खुद चंद्रमा ने की थी। चंद्र के द्वारा स्थापना की जाने की वजह से इस शिवलिंग का नाम सोमनाथ पड़ा है। 12 ज्योतिर्लिंगों के क्रम में यह पहला ज्योतिर्लिंग कहलाता है… भगवान

त्रिलोकीनाथ मंदिर हिमाचल प्रदेश के जिला लाहुल-स्पीति के उदयपुर उपमंडल में स्थित है। यह केलांग से लगभग 45 किमी. लाहुल-स्पीति के जिला मुख्यालय मनाली से 146 किमी. की दूरी पर है। त्रिलोकीनाथ मंदिर का प्राचीन नाम टुंडा विहार है। यह पवित्र मंदिर हिंदुओं और बौद्धों द्वारा समान रूप से सम्मानित है। हिंदुओं द्वारा त्रिलोकीनाथ देवता

पूजा के दौरान देवी-देवताओं को अर्पित करें ये पवित्र फूल, हर किसी का है अलग महत्त्व। पूजा के दौरान देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए हम बहुत-सी ऐसी चीजें अर्पित करते हैं जो उन्हें प्रिय होती हैं। इन्हीं में से एक हैं फूल। हिंदू धर्म में फूलों का विशेष महत्त्व है। अत्यंत पवित्र होने के

श्रावण महीना शुरू होने जा रहा है। इस साल श्रावण का पवित्र महीना और भी विशेष होने जा रहा है, क्योंकि इस साल श्रावण में अधिक मास पड़ रहा है। इससे श्रावण महीना 59 दिन का होगा। श्रावण महीने में देश के प्रसिद्ध शिव मंदिरों के दर्शन करना आपको शिव जी की विशेष कृपा दिला

श्रीराम शर्मा यूं तो जरा-जरा सी बात पर दु:खी होना बहुत से लोगों का स्वभाव होता है। यह स्वभाव किसी प्रकार भी वांछनीय नहीं माना जा सकता। मनुष्य आनंद स्वरूप है, उसका दु:खी होना क्या? उसे तो हर समय प्रसन्न, आनंदित तथा उत्साहित ही रहना चाहिए। यही उसके लिए वांछनीय है और यही जीवन की

सद्गुरु जग्गी वासुदेव हर विचार, भावना, और कार्य आपके अंदर मौजूद सिर्फ पिछली छापों से आता है। वे ही तय करते हैं कि आप अभी कौन हैं। जिस तरह से आप सोचते, महसूस करते और जीवन को समझते हैं, वह बस इस पर निर्भर करता है कि आपने किस तरह से अपने अंदर आई चीजों

ह्ल सेम के पत्तों व प्याज का रस गर्म करके बच्चे को पिलाने से पेट के कीड़ों का नाश होता है। ह्ल पके हुए अनार का रस गुनगुना करके पिलाने से बच्चों को उल्टी, दस्त से राहत मिल सकती है। ह्ल ताजे करेले को महीन काट लें, अब हाथों से उसका रस निकल लें और

बाबा हरदेव गतांक से आगे.. चरित्र जीवन का आंतरिक विषय है जो व्यक्ति के व्यवहार, आचरण और जीवनशैली के द्वारा प्रकट होता है। मानव की परख उसके चरित्र से ही होती है। सचरित्रता, धर्म और नीति तीनों का गहरा संबंध है। यह ऐसे आभूषण हैं जिन्हें धारण करने से दिव्य गुण प्रकट होते हैं। ऐसा