आस्था

ह्ल बरसात के मौसम में बालों में हफ्ते में कम से कम दो बार नारियल तेल से हेयर मसाज जरूर करें। इससे बालों में चमक आएगी और बाल मजबूत होंगे। ह्ल नीम के पत्तों को पानी में उबाल कर जब पानी आधा रह जाए, तो उसे ठंडा होने दें। इस पानी से बाल धोने के

बरसात का मौसम जैसे ही शुरू होता है वैसे ही एक बहुत ही रोमांचक मौसम बनने लगता है, जिससे गर्मी से तो राहत मिलती ही है साथ में बारिश की बूंदों का बार-बार गिरना हमें एक अलग ही सुकून का एहसास दिलाता है। बारिश के मौसम में एन्जॉय करना तो बढिय़ा है, लेकिन खुद की

16 जुलाई रविवार, श्रावण, कृष्णपक्ष, चतुर्दशी, कर्क संक्रांति 17 जुलाई सोमवार, श्रावण, कृष्णपक्ष, अमावस, सोमवती अमावस 18 जुलाई मंगलवार, श्रावण, शुक्लपक्ष, प्रथमा, अधिक मास प्रारंभ 19 जुलाई बुधवार, श्रावण, शुक्लपक्ष, द्वितीया 20 जुलाई गुरुवार, श्रावण, शुक्लपक्ष, तृतीया, हरियाली तीज 21 जुलाई शुक्रवार, श्रावण, शुक्लपक्ष, तृतीया 22 जुलाई शनिवार, श्रावण, शुक्लपक्ष, चतुर्थी

जे.पी. शर्मा, मनोवैज्ञानिक नीलकंठ, मेन बाजार ऊना मो. 9816168952 मनोवैज्ञानिक होने के नाते मेरा कत्र्तव्य है कि मैं पाठकों को मनोविज्ञान विषय के बारे में जानकारी प्रदान करूं। इसके विभिन्न पहलुओं, अन्य विज्ञानों से इसका संबंध धार्मिक व नैतिकता से इसका नाता, भविष्य बताने वाली विद्याओं में इसका योगदान, नशा व्यसनों, मानसिक अस्वस्थता व शारीरिक

विटामिन और मिनरल्ज जैसे पोषक तत्त्व शरीर के बेहतर स्वास्थ्य और कामकाज के लिए जरूरी हैं। पोषक तत्त्वों की कमी से शरीर अंदर से कमजोर और बीमार हो सकता है। इन जरूरी पोषक तत्त्वों में से एक विटामिन बी-12 भी है। शरीर में इसका काम न केवल रेड ब्लड सैल्स और डीएनए को बनाना है,

बाबा हरदेव गतांक से आगे… हे बाली तूने छोटे भाई की पत्नी को रनिवास में रखा है। हे मूर्ख! छोटे भाई की पत्नी, बेटे की पत्नी, बहन और कन्या के समान होती है। तेरा यह पाप क्षमा के योग्य नहीं है। भगवान राम कहते हैं जिसका मन निर्मल है, जिसका आचरण सही है, ऐसा संत

श्रीश्री रवि शंकर जैसे श्रावण में लोगों को गर्मी से राहत मिलती है, वैसे ही ज्ञान के श्रवण से मन को पीड़ा और बेचैनी से राहत मिलती है। श्रावण में लोग एकत्रित होकर ज्ञान श्रवण करते हैं। दिव्य कथाएं सुनते हैं। ईश्वर का गुणगान करते हैं, जिससे उन्हें संतोष प्राप्त होता है। जब मन पर

कई तरह के फलों का सेवन आप करते होंगे, लेकिन क्या आपने कभी काफल का नाम सुना है या इस फल को खाया है। अगर नहीं खाया तो बता दें कि काफल एक पहाड़ी फल है, जो मुख्य रूप से उत्तराखंड में मिलता है। कभी उत्तराखंड जाएं तो इसका स्वाद जरूर चख कर देखें। इस

स्वामी रामस्वरूप योगी अपने शरीर में ईश्वर सहित संपूर्ण ब्रह्मांड को अनुभव करता है, परंतु देहधारी मनुष्य नहीं कर सकते। श्रीकृष्ण महाराज अर्जुन को अपनी योग शक्ति के प्रभाव से इस सत्य को समझा रहे हैं जिसे अर्जुन श्रीकृष्ण महाराज की कृपा से सहज में ही समझ रहा है और स्वीकार कर रहा है… गतांक