वैचारिक लेख

विकेश कुमार बडोला लेखक, उत्तराखंड से हैं ब्रिटेन में कई दिनों से यूरोपीय संघ से बाहर आने को लेकर उठापटक चल रही थी। इस प्रक्रिया को ब्रेग्जिट नाम दिया गया था। वहीं संघ में बने रहने को सार्वजनिक रूप में ब्रिमेन कहा जा रहा था। तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरून व्यक्तिगत रूप में यूरोपीय संघ

अशोक गौतम ashokgautam001@Ugmail.com दोस्तो! मैं अपने बारे में आज सबसे कड़वा सच बोल रहा हूं, और सबसे कड़वा सच यह कि मैं सबका दोस्त हूं तो सब मेरे दोस्त हैं, और हम सब चाहते न चाहते आपस में ऑफ लाइन, ऑन लाइन गले तो मिलते ही हैं, पर इनके सिवाय वे भी जो मुझसे कभी

चंद्रशेखर लेखक, मंडी से हैं 130 करोड़ जनसंख्या वाले मुल्क में अस्पतालों और उनमें डाक्टरों की संख्या, तकनीकी स्टाफ, दवाइयां व दवाइयों से जुड़े उद्योग व उनका गुणवत्ता स्तर तथा सामाजिक रहन-सहन, खाना-पीना, वातावरण व सेहत सुरक्षा हेतु बीमा क्षेत्रों का स्पष्ट आधार पर खरा उतरने की कसौटी व सरकार की आर्थिक स्तर पर स्वास्थ्य

भरत झुनझुनवाला आर्थिक विश्लेषक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकास और पंचायतों तक ब्रॉडबैंड पहुंचाने के लिए क्रमशः मात्र 8 हजार करोड़ रुपए और 6 हजार करोड़ रुपए की रकम आबंटित की गई है। इसकी तुलना में बुनियादी संरचना जैसे सड़क और एयरपोर्ट के लिए 103 लाख करोड़ रुपए की रकम आवंटित की गई है। यह जो

ठाकुर तारा लेखक, मंडी से हैं अगर हम बात करें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के जवानों की जिसमें सीमा सुरक्षा बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल, सशस्त्र सीमा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, असम रायफल, जो गृह मंत्रालय भारत सरकार के अधीन कार्य करते हैं। यह बल देश के आईपीएस अधिकारियों की कमान के अधीन व

अजय पाराशर लेखक, धर्मशाला से हैं राष्ट्रीय सिंथेटिक दुग्ध उत्पादक संघ के अध्यक्ष होने के नाते पंडित जॉन अली ने उस महान व्यक्ति का पता लगाने तथा उसे देश के सर्वोच्च सम्मान से अलंकृत करवाने के लिए संघ की आपात बैठक में प्रस्ताव पारित करवाया, जिसने कृत्रिम दूध के उत्पादन का फार्मूला ईजाद किया था।

डा. जयंतीलाल भंडारी विख्यात अर्थशास्त्री निश्चित रूप से नए बजट का अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर होगा। नए बजट के तहत आयकर की नई छूटों, कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, छोटे उद्योग व जनकल्याणकारी योजनाओं से करोड़ों लोगों को लाभान्वित करके जहां आर्थिक सुस्ती का मुकाबला किया जा सकेगा, वहीं विकास दर बढ़ाई जा सकेगी… यकीनन वित्तमंत्री निर्मला

पुष्पदीप जस्वाल लेखक, शिमला से हैं इंटरनेट और टेक्नोलॉजी की दुनिया में व्यस्तता के कारण और शहरों में बढ़ती गर्मी और बिगड़ती हवा से निजात पाने और मन की शांति के लिए हर वर्ष लाखों पर्यटक हिमाचल की निर्मल वादियों की तरफ  रुख करते हैं। हिमाचल जिसे देवी-देवताओं की भूमि भी जाना जाता है और

निर्मल असो स्वतंत्र लेखक मैं ठहरी डीसी आफिस की गाय, इसलिए मेरी प्रवृत्ति प्रशासन की तरह मुलायम और सदाबहार है। यकीनन चर्चाओं में रहना मेरा नसीब है, लेकिन मुझे कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता। भले ही सड़क पर रहूं या कार्यालय की लावारिस छत के नीचे आसरा ढूंढू, मुझे कोई बरगला कर हमेशा घर में