वैचारिक लेख

डा. वरिंदर भाटिया पूर्व कालेज प्रिंसिपल राजनीति के अपराधीकरण से चिंतित सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में इस मुद्दे का मुआयना करने पर सहमति जताई है कि क्या राजनीतिक पार्टियों को आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को चुनाव में टिकट देने से रोका जा सकता है। माननीय कोर्ट ने इसे राष्ट्रहित का मामला बताते हुए कहा

भरत झुनझुनवाला आर्थिक विश्लेषक बीते समय में वित्त मंत्री ने कारपोरेट टैक्स की दरों को 29-30 प्रतिशत से घटाकर 25 प्रतिशत कर दिया। अब बड़ी कंपनियों द्वारा देश में अर्जित किए गए मुनाफे में से टैक्स कम देना होगा। तदोनुसार उनके हाथ में अर्जित आय का अब 75 प्रतिशत हिस्सा बचा रहेगा जो कि पूर्व

रविंदर सिंह मोदी नांदेड़ भारतीय जनता पार्टी हिंदुत्व के सभी तत्त्व समेटने में लगी हुई है। हिंदुत्व से जुड़े इतिहास, प्रसंग और व्यक्तित्व को किस तरह भुनाया जाए उसके लिए हर तरह से जददेजहद की जा रही है। कुछ सालों में महात्मा गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल को भाजपा ने अपने साथ कर लिया। अब

अनुज कुमार आचार्य लेखक, बैजनाथ से हैं प्रदेश में अपना वेतन आयोग न होने के कारण प्रदेश के कर्मचारियों को पंजाब वेतन आयोग की सिफारिशों के लागू होने का इंतजार करना पड़ता है और इस बार उनका यह इंतजार कुछ ज्यादा ही लंबा हो गया है, क्योंकि पंजाब सरकार ने राज्य वेतन आयोग का कार्यकाल

अजय पाराशर लेखक, धर्मशाला से हैं पंडित जॉन अली काफी धार्मिक प्रवृत्ति के आदमी थे। उन्होंने सड़क के बीचोंबीच झटके से अपनी गाड़ी खड़ी कर, बंदरों को चने डालना शुरू कर दिए। उनका मंगल भारी था। ज्योतिषी ने उन्हें सलाह थी, इस दिन मारूतिरूतों को चने खिलाने की। अपना मंगल हल्का करने के लिए उन्होंने

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार सोनिया कांग्रेस और कम्युनिस्ट इस बम विस्फोट की सामूहिक जिम्मेदारी स्वीकार करेंगे या नहीं फिलहाल नहीं कहा जा सकता, लेकिन ओवैसी बंधुओं ने एक नई बहस छेड़ दी है। उनका कहना था कि हम मुसलमानों ने भारतीयों पर आठ सौ साल राज किया है। हम मुगलों ने तुम्हें दौड़ा-दौड़ा

अमरीक सिंह स्वतंत्र लेखक, साहित्य-संस्कृति के इतिहास ने कृष्णा सोबती के नाम बहुत कुछ दर्ज किया है। उनके लिखे अल्फाज जिंदगी के हर अंधेरे कोने में दिया बनके कंदीलें जलाने को बेचैन, बाजिद और तत्पर रहते मिलते हैं। फूलों को अतत: सूखना ही होता है..बेशक जीवन के फूलों को भी, लेकिन एक समर्थ और सार्थक

कर्नल (रि.) मनीष धीमान स्वतंत्र लेखक आज जब देश के हर राज्य, शहर, विद्यालय में सीएए और एनआरसी के लिए कहीं  विरोध तो कहीं समर्थन में प्रदर्शन हो रहे हैं, देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री तथा सरकार के अन्य बड़े-बड़े नेता एवं मंत्री इस कानून के समर्थन में बात कर रहे हैं जबकि विपक्षी दल इसके

कर्म सिंह ठाकुर लेखक, मंडी से हैं हिमाचल प्रदेश को ‘देवभूमि’ तथा ‘फलराज्य’ के नाम से भी जाना जाता है। इस क्षेत्र में आर्यों का प्रभाव ऋग्वेद से भी पुराना है। देवों की भूमि की उपमा से विख्यात इस प्रदेश का दीदार करने के लिए देशी तथा विदेशी जनमानस तत्पर रहता है। भारत की आजादी