कुल्लू

बंजार —  मंगलौर पंचायत के रोपा गांव के एक व्यक्ति की ढांक से गिरने से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार व्यक्ति ढांक से गिरा और गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे घायलावस्था में उपचार के लिए क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू पहुंचाया, जहां उसने दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार खेम देव पुत्र दुला राम

आनी  – राजा रघुवीर सिंह मैदान में खंड स्तरीय वालीबाल प्रतियोगिता का आयोजन नेहरू युवा केंद्र कुल्लू द्वारा किया गया। इस मौके पर खेल संचालक संतोष कुमार ने बताया कि इस खंड स्तरीय वालीबाल प्रतियोगिता में खंड की दस टीमों ने भाग लिया प्रतियोगिता का शुभारंभ हिम संस्कृति संस्था के उपाध्यक्ष चमन शर्मा ने किया

कुल्लू  —  जिला मुख्यालय कुल्लू एलईडी की लाइट से चमक उठेगा। इससे जहां रात्रि के दौरान चलने-फिरने वाले राहगीरों को सुविधा मिलेगी, वहीं नगर परिषद कुल्लू का बिजली बिल देने का बोझ भी काफी कम होगा। यह सुविधा जिला प्रशासन जल्द ही प्रदान करने जा रहा है। उपायुक्त कुल्लू ने यह सुविधा मुहैया करवाने के

मनाली – पहली बार पर्यटन नगरी मनाली जनवरी महीने में पर्यटकों से गुलजार नजर आ रही है। मनाली में नववर्ष मनाने जहां रिकार्ड संख्या में पर्यटक पहुंचे, वहीं विंटर कार्निवाल आयोजन के दौरान भी काफी पर्यटक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेते नजर आए। गौरतलब है कि इससे पूर्व के वर्षों में नववर्ष के पहले सप्ताह

कुल्लू  – प्रदेश के सबसे कमाऊ डिपुओं में शुमार एचआरटीसी के कुल्लू डिपो की 24  खटारा बसें विभाग ने खड़ी कर दी हैं। एचआरटीसी की वर्कशॉप में खड़ी इन बसों को जल्द ही मंडी भेज दिया जाएगा। विभाग के पास इन बसों की वैल्यू जीरो हो गई थी। वहीं पुरानी टाटा एसी बसों को चलाने

पतलीकूहल  – विश्व बैंक की बागबानी विकास योजना के तहत इटली से आयातित करीब 10 करोड़ रुपए की लागत से एक लाख सेब रूट स्टॉक में पाई जाने वाले खतरनाक बीमारी व वायरस का खुलासा होने में प्रदेश के बागबानों में हड़कंप मच गया था। इस संदर्भ वाईएस परमार वानिकी एवं बागबानी विश्वविद्यालय के उपकुलपति

पतलीकूहल – घाटी में जनवरी के पहले सप्ताह में हुई भारी बर्फबारी से सेब की फसल के लिए वांछित 1200 से 1600 घंटों का चिलिंग समय पूरा हो सकता है। वैसे भी इस फसल के लिए विंटर में जिस तरह का तापमान चाहिए  था वह गत वर्ष नहीं मिला, लेकिन फिर भी फसल हुई।  घाटी

पतलीकूहल – 27 वर्ष पहले जिस ट्राउट फार्म में नार्वेजियन व हिमाचल सरकार के सहयोग से भारत-नार्वे ट्राउट कृषि परियोजना की आधारशिला रखी गई थी, आज वह फार्म पूर्ण रूप से स्वावलंबी हो गया है। एशिया में यह एकमात्र ऐसा ट्राउट फार्म है जहां से देश-विदेश के निजी व सरकारी मत्स्य पालक ट्राउट फार्मिंग की

मनाली  – पारा लुढ़कने से मनाली में जमी पानी की पाइपों से होटलियर्ज को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। होटलों सहित अधिकतर घरों में पानी की पाइपें फट गई हैं। दूसरी ओर आसमान में बादलों ने फिर से डेरा डाल लिया है। शाम को रोहतांग सहित ऊंची चोटियों में रुक-रुक कर बर्फबारी का क्रम शुरू