कंचन शर्मा

कंचन शर्मा लेखिका, शिमला से हैं   अभी हाल ही में हिमाचल में हुए राजदेई नामक 83 वर्षीया वृद्ध महिला के साथ अमानवीय व्यवहार ने  समाज को अंदर तक झिंझोड़ कर रख दिया।  एक ऐसी महिला जिसका पति नहीं, बेटा नहीं और उसे अशक्त मान देव प्रकरण का पाखंड कर जो बर्बरता की गई वह

कंचन शर्मा लेखिका, शिमला से हैं समाचारों की सुनें तो पटवारी के मात्र 1194 पदों के लिए 3,02,125 आवेदन पत्र प्रदेश सरकार को मिले जिससे हिमाचल में रोजगार की दशा स्पष्ट हो जाती है। इस परीक्षा को लेकर, इसके प्रश्न पत्र को लेकर व परीक्षा के समय परीक्षार्थियों के साथ हुई परेशानियों को लेकर सोशल

कंचन शर्मा लेखिका, शिमला से हैं हिमाचल के मंडी जिला के सरकाघाट क्षेत्र में देव आस्था व अंधविश्वास के नाम पर जो शर्मनाक व दिल दहला देने वाली घटना घटित हुई है वह यकीनन हमारी देव परंपराओं, आस्था व विश्वास को सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो के माध्यम से पूरे विश्व में कलंकित

कंचन शर्मा लेखिका शिमला से हैं   मुझे नहीं लगता कि किसी भी परिवार, माता-पिता को अपनी बेटियों के प्रेम करने पर आपत्ति होती है, लेकिन वे इस आशंका से जरूर घबरा जाते हैं कि न जाने लड़का और उसका परिवार कैसा होगा। हालांकि ऐसा नहीं है कि अरेंज मैरेज में लड़कियां सदा सुखी रहती

कंचन शर्मा लेखिका शिमला से हैं हैरत यह भी है कि हिमाचल में सड़कों के जो खस्ताहाल हैं, उनके बारे में कोई नीति, दिशा-निर्देश या सख्ती की बात नहीं हो रही, जबकि अन्य कारणों के साथ बस दुर्घटनाओं के लिए खराब, बेतरतीब व बिना पैरापिट की सड़कें भी समान रूप से जिम्मेदार हैं। कितनी ही

कंचन शर्मा लेखिका शिमला से हैं हिमाचल में कुल्लू की बंजार घाटी के थाटीबीड़ में एक मेले में देव कारिंदों ने लोक परंपरा के नाम पर अनुसूचित जाति के युवक के साथ मारपीट व जुर्माना लगाकर देव परंपरा को शर्मसार किया है। युवक के अनुसार उसे जातिसूचक शब्दों से भी देव कारिंदो द्वारा अपमानित किया

कंचन शर्मा लेखिका, शिमला से हैं फोरलेन के नाम पर हिमाचल में विकास की जो नींव रखी जा रही है, वह केवल फोरलेन बन जाने से ही निर्धारित नहीं होगी, बल्कि फोरलेन जो पर्वतीय विनाश कर रहा है उस विनाश के दुष्परिणाम दिखना शुरू हो गए हैं। एक ओर पुराने, जर्जर, झुके हुए पेड़ों को

कंचन शर्मा लेखिका, शिमला से हैं स्वच्छता प्रणाली की शुरुआत हम स्वच्छता कर्मियों से करें, तो उनकी दयनीय स्थिति देखकर दुख होता है। गटर साफ करने वाले कर्मचारियों से बिना मास्क व आक्सीजन सिलेंडर के सफाई करवाना भी अमानवीय कृत्य है… यूं तो स्वच्छता प्रत्येक मानव के जीवन का अभिन्न अंग है और मनुष्य को

कंचन शर्मा लेखिका, शिमला से हैं आज अगर हम पंजाब, केरल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु व महाराष्ट्र के क्षेत्रीय सिनेमा की बात करें तो उन प्रदेशों की फिल्म पालिसी होने से ही राष्ट्र स्तर पर उनके क्षेत्रीय सिनेमा की पहचान है। इसी तरह से हिमाचल में भी सरकार द्वारा फिल्म पालिसी बनाई जाती है तो हिमाचली