भूपिंदर सिंह

भूपिंदर सिंह भूपिंदर सिंह लेखक, राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक हैं बर्फ के प्रदेश की संतानें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तिरंगे को सबसे ऊपर उठाती हैं, तो हर प्रदेशवासी का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। अजय ठाकुर को बधाई तथा सरकार से अपेक्षा रहेगी कि अन्य पदक विजेताओं को भी जल्द उनका सम्मानजनक हक मिले… 30

भूपिंदर सिंह भूपिंदर सिंह लेखक, राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक हैं प्रदेश विश्वविद्यालय ने अब अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय खेल प्रतियोगिताओं में शीर्ष चार स्थानों पर रहने वाली टीमों तथा खिलाडि़यों को भी नकद इनाम से सम्मानित करने का प्रावधान किया। उत्तर भारतीय खेल प्रतियोगिता से क्वालिफाई कर अखिल भारतीय अंतर विवि खेल प्रतियोगिता वाली टीमें भी

भूपिंदर सिंह (लेखक, राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक हैं) सरकार बजट में खेलों के लिए करोड़ों के बजट का प्रावधान करती है और अगर उस पैसे का सही इस्तेमाल हो, तो इस तरह के प्रशिक्षण केंद्र इतने वर्षों तक पूर्ण होने के लिए अधर में न लटके रहते और अब तक विदेशों में प्रशिक्षण प्राप्त करने के

भूपिंदर सिंह (लेखक, राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक हैं) हिमाचल में अगर खेलों को सम्मानजनक स्तर तक ऊपर ले जाना है तो हमें हरियाणा की तरह इनामी राशि पंजाब की तरह खेल संस्थान का प्रबंधन हो तो इस बजट से ही शुरू करना होगा। प्रदेश में अच्छा खेल ढांचा खड़ा कर खेल पर्यटन को भी बढ़ावा मिल

भूपिंदर सिंह भूपिंदर सिंह लेखक, राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक हैं प्रदेश में विभिन्न खेलों के लिए कई अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्ले फील्ड बनकर तैयार हैं। दुखद यह कि उनके रखरखाव के लिए मैदान कर्मचारी तथा चौकीदार ही नहीं हैं। राज्य में बने खेल ढांचे के रखरखाव तथा उसमें उपयुक्त होने वाले उपकरणों की खरीद के लिए

भूपिंदर सिंह ( भूपिंदर सिंह लेखक, राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक हैं ) प्रदेश में महाविद्यालय स्तर की खेलों के लिए सरकार कोई धन नहीं देती है। ये खेल विद्यार्थियों से मिले खुले शुल्क से ही चलाए जाते हैं, जबकि राज्य के अस्सी प्रतिशत 18 से 25 वर्ष के युवा राज्य के महाविद्यालयों में शिक्षा ग्रहण कर

भूपिंदर सिंह ( लेखक, राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक हैं ) जब हर स्कूल खंड स्तर की प्रतियोगिता में भाग नहीं लेगा, तो फिर जो प्रतिभा छूट जाएगी, उस तक तो पहुंचने के रास्ते बंद ही समझे जाएंगे। इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि यह अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए कि खंड का हर स्कूल

भूपिंदर सिंह ( लेखक, राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक हैं ) करोड़ों की अंतरराष्ट्रीय खेल सुविधा के रखरखाव के लिए आज कोई भी कर्मचारी दिखाई नहीं देता है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सत्ता में आते ही घोषणा की थी कि राज्य में खेल प्राधिकरण बनाया जाएगा, मगर अब इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी इस पर

भूपिंदर सिंह लेखक, राष्ट्रीय एथलेटिक प्रशिक्षक हैं धर्मशाला खेल छात्रावास में कई प्रतिभावान धाविकाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं, जो भविष्य में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं। आने वाले वर्षों में ये धाविकाएं ईमानदारी से अपना प्रशिक्षण जारी रखती हैं, तो अगले ओलंपिक, राष्ट्रमंडल व एशियाई खेलों में ये भारत