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डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार व्यक्तिगत रूप में मुझे संस्कृत भाषा पर बहुत अभिमान है। यह भाषा मुझे ठीक से आनी चाहिए, ऐसा मुझे आज भी लगता है। मैं अब खुद ही संस्कृत पढ़ता हूं। अपने इस परिश्रम के कारण मैं थोड़ी-थोड़ी संस्कृत पढ़ने व समझने लगा हूं। इस भाषा में प्रवीण होने की

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार संविधान में महत्त्वपूर्ण बदलावों के लिए भी यह साल याद किया जाएगा और इसका सुचारू प्रबंधन देश के गृह मंत्री ने किया। उनका दावा है कि अनुच्छेद 370 के बदलावों को लागू करने में एक भी गोली नहीं चली है। आर्थिक मंदी और जीडीपी घटने के बावजूद शेयर बाजार

भूपिंदर सिंह राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रशिक्षक केहर सिंह पटियाल का जन्म हमीरपुर शहर के साथ लगते गांव वारल में पिता स्वर्गीय मिलखी राम पटियाल व माता स्वर्गीय शाहवो देवी के घर 11 दिसंबर 1959 को हुआ। तत्कालीन राजकीय उच्चतर माध्यमिक बाल पाठशाला हमीरपुर जो अब वरिष्ठ माध्यमिक बाल पाठशाला हमीरपुर है, से 11वीं कक्षा पास की

पीके खुराना राजनीतिक रणनीतिकार आज हमारे सामने कई चुनौतियां दरपेश हैं। समाज में विषमता बढ़ती जा रही है और अब यह केवल एक स्थान पर आर्थिक विषमता तक सीमित नहीं रह गई है बल्कि भौगोलिक रूप से भी यह एक नई समस्या के रूप में उभर रही है जिस पर शायद किसी का ध्यान नहीं

भरत झुनझुनवाला आर्थिक विश्लेषक वर्तमान में किसानों द्वारा जल की अधिक खपत करने वाली फसलें भारी मात्रा में उपजाई जा रही हैं। कर्नाटक में अंगूर, महाराष्ट्र में केला, राजस्थान में लाल मिर्च, उत्तर प्रदेश में मेंथा और गन्ना इत्यादि फसलों को उगाया जा रहा है। इन फसलों को उपजा कर भूमिगत जल का अति दोहन

अनुज कुमार आचार्य लेखक, बैजनाथ से हैं सैनिक स्कूल सुजानपुर के 14 छात्रों के राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खड़कवासला पुणे के लिए चयनित होने पर इसे रक्षामंत्री ट्रॉफी से नवाजा गया है। पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी द्वारा 1974 को स्थापित और 2 नवंबर 1978 को पूर्व राष्ट्रपति संजीवा रेड्डी द्वारा उद्घाटित इस विद्यालय में छठी

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार जयराम सरकार को इस बात का श्रेय देना होगा कि उसने विभिन्न स्तरों पर फैली भ्रष्टाचार की जड़ों को उखाड़ने की दिशा में जाने का संकल्प ही नहीं लिया बल्कि उस दिशा में व्यावहारिक रूप से काम करना भी शुरू कर दिया है। शिक्षा विभाग में फैले छात्रवृत्ति घोटाले

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार यह बिल्कुल उचित समय है जब सामाजिक क्षेत्र में अनावश्यक संघर्ष और तनाव फैलाने वाले झूठ और अफवाहों पर अंकुश लगाया जाना चाहिए। राजनीतिक दलों को नियमित रूप से तथ्यों को अभिव्यक्त करना चाहिए और सरकार को तथ्यों का प्रसार करना चाहिए। फिर भी मनुष्य अभी भी अपने स्वार्थों

पीके खुराना राजनीतिक रणनीतिकार मानसिक तनाव और गुस्सा बहुत बड़ी बीमारियां हैं और हमारे समाज का एक बड़ा हिस्सा तनावपूर्ण जीवन जीते हुए बीमार होता चल रहा है। तब मैंने इसके इलाज के लिए कुछ करने की ठान ली और परिणामस्वरूप मैंने ‘दि हैपी इंडिया फोरम’ की स्थापना की और इसके सदस्यों में खुश रहने