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पारदर्शिता और जवाबदेही की प्रक्रिया तय की जानी चाहिए, सिस्टम बनना चाहिए ताकि संबंधित अधिकारियों के लिए उस सिस्टम के अनुसार काम करना आवश्यक हो जाए और भ्रष्टाचार पर रोकथाम की शुरुआत हो सके। प्रक्रिया और सिस्टम के अभाव में ही हम भ्रष्ट जीवन जीने को विवश हैं, अब इससे मुक्ति की आवश्यकता है। इस

इन सब बातों से एक बात उभर कर सामने आती है कि भले ही बतौर इकाई हमें अधिक सफलता न मिले, लेकिन अगर हम सब मिलजुल कर यह प्रण कर लें कि चाहे कुछ भी हो, हम बिना डरे कोरोना से लड़ेंगे तो कोई भी ताक़त हमें विजय प्राप्त करने से नहीं रोक सकती। समय

इस समय नेपाल की संसद में सबसे बड़ी पार्टी केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाली पार्टी है जिसके पास कुल 120 सांसद हैं, जबकि नेपाली कांग्रेस के पास 61, माओवादी के पास 48 और जनता समाजवादी पार्टी के पास 32 सांसद हैं। कांग्रेस के नेता शेर बहादुर देउवा के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनाने का

ऐसे में यदि हमारे ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधि, नगर निगमों के प्रतिनिधि, विधायक व सांसद जरूरी सामान की दुकानों तथा मेडिकल स्टोरों पर स्वयं जाकर छानबीन व छापामारी करें तो इस महामारी के दौर में यह कदम जनता के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगा… इस समय संपूर्ण भारत कोरोना वायरस की गंभीर चपेट

तात्पर्य यह कि राज्य सरकारों द्वारा दिए गए अधिक मूल्य के द्वारा केंद्र सरकार को सबसिडी दी जा रही है। यदि केंद्र सरकार सीरम इंस्टीच्यूट को कोविशील्ड का सही मूल्य अदा कर दे तो सीरम इंस्टीच्यूट द्वारा राज्य सरकारों को भी इसे सस्ता उपलब्ध कराया जा सकता है। चूंकि महामारी की चपेट में संपूर्ण देश

हमारा देश मुलजिमों के ही मानवीय अधिकारों के संरक्षण में लगा हुआ है तथा हरसंभव प्रयत्न किया जाता है कि वह सजा मुक्त हो जाए। पुलिस के भी मानवाधिकार होते हैं… पुलिसमैन को देखते ही आम जनमानस के मानसिक पटल पर कोई अच्छा संदेश नहीं जाता है तथा उसे बुराई का पर्याय मान लिया जाता

आरबीआई के द्वारा एमएसएमई के कर्ज को गैर-निष्पादित आस्तियों (एनपीए) की श्रेणी में डालने के नियम आसान बनाए जाने होंगे। एमएसएमई क्षेत्र में कर्ज को एनपीए मानने के लिए मौजूदा 90 दिन की अवधि को बढ़ाकर 180 दिन किया जाना लाभप्रद होगा… इन दिनों कोरोना की दूसरी घातक लहर के बीच राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टों

इस आपदा की स्थिति में प्रदेश की कांग्रेस पार्टी भी अपनी पार्टी के नेताओं की तरह राज्य में बेतुके वक्तव्य देकर भ्रम फैला रही है जो प्रदेश वासियों के हित में नहीं। इस समय हर राजनेता को समाज के हित में कार्य करने की जरूरत है… कोविड महामारी के इस भयावह दौर में  समाज का

देश ऑक्सीजन, वेंटीलेटर, मरीजों के लिए बिस्तर और दवाइयों आदि की कमी से जूझ रहा है। दवाओं की कालाबाजारी हो रही है और निजी अस्पताल मनमाने ढंग से पैसा वसूल रहे हैं। बड़ी संख्या में लोगों को बीमारी के इलाज में अपनी जमा पूंजी से हाथ धोना पड़ रहा है। सरकार ने समय पर उचित