कम्पीटीशन रिव्यू

फिल्म ‘मशीन’ के साथ बालीवुड में डेब्यू करने वाले अभिनेता मुस्तफा अब शार्ट फिल्म ‘द लास्ट मील’ से डिजिटल प्लेटफॉर्म पर डेब्यू करने जा रहे है, बता दें कि मुस्तफा ने अपने करियर की शुरुआत अपने पिता की फिल्म ‘मशीन’ से की थी। फिल्मों की लंबी यात्रा के बाद अब मुस्तफा डिजिटल प्लेटफॉर्म पर नजर

बाटला हाउस कलाकार : जॉन अब्राहम , मृणाल ठाकुर निर्देशकः निखिल आडवाणी रिलीज की तारीखः15 अगस्त 2019 *** मिशन मंगल कलाकारः  अक्षय कुमार , विद्या बालन निर्देशकः जगन शक्ति रिलीज की तारीखः15 अगस्त 2019 *** जय मम्मी दी कलाकार : सनी सिंह निज्जर , सोननल्ली सीगल निर्देशकः नवजोत गुलाटी रिलीज की तारीखः 19 अगस्त 2019

यह इस वंश का एक प्रसिद्ध ठाकुर हुआ। उसने लड़ाई में एक बार कांगड़ा के विरुद्ध कहलूर की सहायता की थी और इसमें कांगड़ा के एक अफगान सरदार आगर खां को अपनी तलवार से मार दिया था। संभवतः यह लड़ाई सन् 1783 की होगी, जब कहलूर की रानी नागर देवी ने अपनी सेना का नेतृत्व

मम्मी देखो न ये चांद टुकुर- टुकुर कर देखता है। मुंह से  तो वह कुछ न बोले पर मन ही मन ये हंसता है। चैन से मुझको ये सोने नहीं देता खुद सारी रात चलता है। मम्मी देखो न ये चांद टुकुर- टुकुर कर देखता है।

गायक बिस्मिल, जो अपने गीत ‘तेरे बिना’ के लिए चर्चा में रहे हैं, की अभिनेत्री जन्नत जुबैर नौ अगस्त, को एक कवर गीत जारी करने के लिए तैयार हैं।  गीत बिस्मिल को कवर किया जाएगा, हिट फिल्म सिम्बा से तेरे बिना नहीं लगदा है, जो मूल रूप से नुसरत फतेह अली खान द्वारा रचित है।

सुनील शैट्टी जन्मदिवस 11 अगस्त सुनील शैट्टी भारतीय फिल्म अभिनेता, निर्माता, टेलीविजन प्रिजेंटर और एंटरप्रेन्योर हैं, जो कि मुख्यतः हिंदी फिल्मों में काम करते हैं और उन्होंने लगभग 110 से उपर फिल्मों में काम किया है। उन्होंने बालीवुड में अपना स्थान एक्शन हीरो के रूप में बनाया। लोग उन्हें प्यार से अन्ना कहते हैं। बालीवुड

तीन हाथ और पेट है गोल, सर्रसर्र करते मेरे बाल। गर्मी में मैं आता काम, मुझे बिन नहीं होता आराम। ** दो अक्षर का मेरा नाम, सभी के शरीर में रहता हूं,् कोई मुझे पागल कहे, फिर भी मेरा बड़ा है नाम।  *** काला मुंह लाल शरीर, कागज, को वह खा जाता रोज शाम को

हम सब को स्वतंत्रता दिवस समारोह में उपस्थित होना चाहिए, गोलमटोल उषा ने जवाब दिया। तब बहुत सारे बच्चे अनुपस्थित क्यों थे। उन्होंने नामों की सूची हवा में लहराते हुए पूछा। फिर उन्होंने अनुपस्थित हुए विद्यार्थियों के नाम पुकारे, उन्हें डांटा और अपने डंडे से उनकी हथेलियों पर मार लगाई। अगर तुम लोग राष्ट्रीय समारोह

मैं फिजिकल एजुकेशन के क्षेत्र में करियर बनाना चाहता हूं। कृपया जानकारी प्रदान करें।    -मनोज शर्मा, पालमपुर स्पोर्ट्स क्लबों एवं फिटनेस सेंटरों के लगातार बढ़ने से इस क्षेत्र से जुड़े व्यक्तियों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ गए हैं। इस क्षेत्र में सर्टिफिकेट इन फिजिकल एजुकेशन व 3 साल का बैचलर ऑफ  फिजिकल एजुकेशन