कम्पीटीशन रिव्यू

अभिनेत्री श्रिया  पिलगाओंकर फेमस वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ का हिस्सा रह चुकी हैं। इस  वेब सीरीज में श्रिया के अभिनय की लोगों ने काफी प्रसंशा भी की थी। वैसे आप को बता दें की श्रिया ने अपनी मां सुप्रिया पिलगाओंकर  जन्मदिन  के लिए कुछ  स्पेशल प्लान किया है। सूत्रों की माने तो, श्रिया अपनी मां के

भारतीय सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री श्रीदेवी की जिंदगी पर पेंगुइन हाउस इंडिया किताब प्रकाशित करेगा। यह घोषणा पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया ने श्रीदेवी के 56वें जन्मदिन पर की है।  दिग्गज एक्ट्रेस श्रीदेवी की जिंदगी पर जल्द ही एक किताब आने वाली है। पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया ने इस किताब को प्रकाशित करने की घोषणा श्रीदेवी के

जनश्रुति यह कहती है कि राजा गढ़वाल ने जुब्बल पर आक्रमण नहीं किया  बल्कि छल से भाग चंद को श्रीनगर (गढ़वाल) ले गया। गढ़वाल के राजा ने भाग चंद को पत्र लिखा कि वह  देवी के दर्शन के लिए हाटकोटी आ रहा है। इसलिए वह भी उसे मिलने के लिए हाटकोटी आ जाए… गतांक से

रात दिन है मेरा तुम्हारे घर में डेरा। रोज मीठे गीत से करती नया सवेरा। 2 पीपल की ऊंची डाली पर, बैठी वह गाती है। तुम्हें हमें अपनी बोली में वह संदेश सुनाती है। 3 कमर कसकर बुढि़या रानी, रोज सवेरे चलती है। सारे घर में घूम-घूमकर साफ.-सफाई करती है। 4 पानी का मटका पेड़

भारतीय स्वतंत्रता दिवस  15 अगस्त 1947 यह ऐसा दिन है जब हम अपने महान राष्ट्रीय नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों को अपनी श्रद्धांजलि देते हैं, जिन्होंने विदेशी नियंत्रण से भारत को आजाद कराने के लिए अनेक बलिदान दिए और अपने जीवन न्यौछावर कर दिए। 15 अगस्त 1947 को भारत के निवासियों ने लाखों कुर्बानियां देकर ब्रिटिश

जब जन्म लेते हैं तो बधाईयां मां को मिलती हैं शादी होेती है तारीफ और उपहार दुल्हन को मिलते हैं,और जब मर जाते हैं तो बीमे की रकम भी बीवी को मिलती है। लेकिन आज तो हद हो गई… एक आदमी ने 100 बार रक्तदान करके रिकॉर्ड बनाया, लेकिल ब्लड बैंक वालों ने यह कहते

राखी का त्योहार नजदीक आ रहा था। मां हर बार मुझे फोन पर नैना को राखी बांधने की याद दिलाती रहती थी। साथ में उसकी मनपसंद चॉकलेट और खिलौना लेकर आने को भी कहती थीं। ध्रुव अभी छोटा था और मैं जॉब करती थी।  इस बार मां मुझे बोलना ही भूल गई, पर मुझे याद

आज विदेशी की सत्ता से,मुक्त हुए थे भारत वासी, आज छूटी थी युग -युग की, पहनाई भारत मां की फांसी। कोटि कोटि बलिदान युगों के, आज पर्व बन सफल हुए थे, अपने को असहाय समझने वाले मन सब सबल हुए थे। आज वही है पुण्य पर्व, पंद्रह अगस्त जो कहलाता, आज दिखा था लाल किले

भारत के राष्ट्रपति को महामहिम क्यों कहा जाता है? यह सम्मान सूचक शब्द है। राष्ट्रपति, राज्यपालों, न्यायाधीशों तथा इसी प्रकार के दूसरे संवैधानिक पदों के साथ इसे लगाते हैं। अंग्रेजी में ऑनरेबल शब्द का इस्तेमाल इसके समानांतर होता है। अकसर दूसरे देशों के राजदूतों के लिए भी इसका इस्तेमाल होता है। रामैया वस्तावैया का क्या