दखल

जनसंख्या 31564 साक्षरता 76.81 लिंगानुपात   916 शीत मरुस्थल के नाम से विख्यात लाहुल की भौगोलिक परिस्थितियां बहुत कठिन हैं, फिर भी लाहुलियों ने मेहनत के दम पर हर मुश्किल से पार पा लिया। लाहुलियों ने कैसे हासिल किया मुकाम, बता रही हैं, शालिनी राय भारद्वाज… जिला लाहुल-स्पीति पूर्व में जिला किन्नौर अंतरराष्ट्रीय सीमा चीन

84121 जनसंख्या 6401 क्षेत्रफल वर्ग किमी 234 गांव 80 % साक्षरता दर प्राकृतिक सौंदर्य से लबरेज किन्नौर घाटी के मेहनतकश लोगों ने बागबानी के दम पर आर्थिकी सुधारी है। इसके अलावा हिमाचल के विकास में भी किन्नौरियों का अहम योगदान है। किन्नौरियों के उद्गम से अब तक के सफर को बता रहे हैं मोहिंद्र नेगी…

अपने हुनर के दम पर विश्व को खूबसूरत बनाने में भगवान विश्वकर्मा के वंशज धीमान समुदाय का अहम योगदान है। हिमाचल के हर जिला में इस बिरादरी की मजबूत पकड़ है। लगभग 10 से 11 लाख की आबादी वाला यह समुदाय 6.80 लाख मतदाताओं के दम पर सिसासी हवाओं का रुख बदलने का मादा रखता

बेमिसाल वीरता के लिए विख्यात हिमाचल का गोरखा समुदाय किसी परिचय का मोहताज नहीं है। सरहदों की सुरक्षा से आगे बढ़कर यह समुदाय अब जीवन के हर क्षेत्र में निरंतर नई मंजिलें तय कर रहा है। हिमाचल के गोरखा शौर्य का सफर बयां कर रहे हैं, पवन कुमार शर्मा व नरेन कुमार… हिमाचल में 60

सूद शब्द की उत्पति संस्कृत भाषा से हुई तथा अमर कोश के मुताबिक इसका अर्थ है ‘साहसी, बहादुर और अपने शत्रुओं का विजेता’। इसका शाब्दिक अर्थ यह भी है कि मददगार प्रवृत्ति का ऐसा व्यक्ति जो बड़ी सुगमता से प्रगति कर सकता है। समुदाय की उपलब्धियों पर प्रकाश डाल रहे हैं राजीव सूद… वेदों का

ओबीसी में सबसे मजबूत चौधरी बिरादरी की हिमाचल के 18 सियासी हलकों में मजबूत पकड़ है। मुजारा एक्ट के बाद हर फील्ड में खुद को इक्कीस साबित करने वाले इस समुदाय की करीब 12 लाख आबादी देवभूमि के विकास में अन्नदाता बनकर कर उभरी है। । हालांकि आरक्षण और पॉलीटिकल रिप्रेजेंटेशन न मिल पाना चौधरी

देश व प्रदेश में जल-थल व नभ में ब्राह्मणों ने सितारों की तरह अपनी चमक बिखेरी है। शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र होगा, जहां इस वर्ग से बुद्धिजीवी, वैज्ञानिक, डाक्टर, युद्धवीर या फिर अन्य विद्वानों ने अपनी अलग छाप न छोड़ी हो… हिमाचल के लिए यह गौरव की बात है कि भारतीय सेना में सबसे

वीरभूमि हिमाचल में राजपूत समुदाय ने हर क्षेत्र में गहरी छाप छोड़ी है। प्रदेश में सैन्य क्षेत्र हो या फिर राजनीतिक, सामाजिक,आर्थिक व खेल जगत ,या फिर कोई भी अन्य क्षेत्र… राजपूत समुदाय ने अहम योगदान दिया है। समुदाय की उपलब्धियों के सफर को बता रहे हैं  जिला ऊना के ब्यूरो चीफ जितेंद्र कंवर राजपूत

भोलेपन और सादगी की मूरत गद्दी समुदाय पहाड़ की शान है। प्रदेश में महज दस फीसदी आबादी होने के बाद भी यह समुदाय 20 विधानसभा क्षेत्रों के सियासी समीकरणों को बदलने का माद्दा रखता है। गद्दी समुदाय ने मेहनत के दम पर हर क्षेत्र में कामयाबी के झंडे गाड़े हैं, तरक्की के पूरे सफर को