पाठकों के पत्र

(शगुन हंस, योल) हर साल 5 जून को हम विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाते हैं यानी यह सिर्फ औपचारिकता भर ही होता है। इस दिन एक जनसभा कर ली, एक पौधा लगा दिया या ज्यादा से ज्यादा रैली निकाल दी और पूरे साल भर के लिए पर्यावरण से छुट्टी। ऐसे एक दिन के

(अक्षित आदित्य तिलक राज गुप्ता,सदौर (हरियाणा)) जम्मू-कश्मीर सरकार प्रदेश में अलगाववाद और आतंकवाद पर नकेल कसने में पूरी तरह से नाकाम रही। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अंततः भाजपा के लिए एक इशारा कर दिया है। अगर भाजपा समझदार होगी, तो देश हित में उसे जरूर समझेगी। महबूबा ने कहा है कि अगर कोई जम्मू- कश्मार

(भूपेन्द्र ठाकुर, गुम्मा मंडी) भारत का पूरे विश्व में दूध उत्पादन में पहला स्थान है। हमारे यहां पर गांव से लेकर शहरी क्षेत्रों में भी पशु धन में लोग व्यस्त हैं। यह एक रोजगार का बढि़या तरीका है। खासकर महिलाएं इस तरह के धंधे में ज्यादा व्यस्त रहती हैं। इसे कुटीर उद्योग या लघु उद्योग

पर्यावरण का पंच सांस चल रही है मुश्किल से, वायु प्रदूषित भारी, प्रकृति सिसकती है कोने में, बड़ी हुई लाचारी। बेटों ने ही काटा, पीटा, संक्रामक बीमारी, पसर रहा विज्ञान, विष भरा दूध, आम, तरकारी। जीत गए कचरे के पर्वत, साफ-सफाई हारी। दम घुटता है इस धरा का, चली वृक्ष पर आरी, प्रकृति हो गई

(रूप सिंह नेगी, सोलन) नोटबंदी से आई आर्थिक मंदी को किसी भी सूरत मे नकारा नही जा सकता है और विकास दर में तकरीबन एक फीसदी की गिरावट के साथ 6 फीसदी विकास  दर रहने से देश का विकास के मामले मे पिछड़ जाना स्वाभाविक है। विकास दर की इस गिरावट को विश्व की आर्थिक

(केसी शर्मा, सूबेदार मेजर (रि.), गगल) पाकिस्तान के मंसूबे सही नहीं है। पाकिस्तान और पाकिस्तान द्वारा पाला- पोसा आंतकवाद दोनों मिल कर जम्मू-कशमीर में अशांति फैलाने में लगे हैं। यही मेल- जोल हमारी सेना की दिक्कतें बढ़ा रहा है। प्रतिदिन हम अपने कंधों पर  अपने जवानों की लाशें ढो रहे हैं। हमारी केंद्र सरकारें पाकिस्तान

(किशन सिंह गतवाल, सतौन, सिरमौर) वैसे तो हिमाचल में सड़कें अब काफी अच्छी हालते में हो गई हैं, लेकिन  सिरमौर जिले में सड़कों की दशा अभी भी ठीक नहीं है। सिरमौर में कुछ स्पॉट तो जानलेवा ही हैं। वहीं कुछ स्थान ऐसे हैं कि वहां से एक सिंगल वाहन निकालना भी मुश्किल हो जाता है। 

(केसी शर्मा, सूबेदार मेजर गगल, कांगड़ा) विधानसभा चुनाव तो इस वर्ष के अंत तक होंगे। फिलहाल न इस पर जनता सोच रही है न अधिक माथापच्ची सत्तारूढ़ दल कर रहा है। प्रदेश सरकार इस समय अपना ध्यान विकास कार्यों पर केंद्रित किए हुए है। चुनाव आने तक सत्ता दल स्वयं को कन्फर्ट जोन में लाना

( आरके प्रेमी, बिलासपुर ) आजकल स्पस्ट पिक्चर और आवाज सहित प्रसारित डीटीएच.(डायरेक्ट टू होम) निशुल्क टीवी व रेडियो की प्रसारण चैनल सेवा में भारत देश की अधिकतर भाषाओं के कार्यक्रमों को देश के किसी भी सदूरवर्ती क्षेत्र व विदेशों में भी देखने व सुनने का सुअवसर मिलना सरकार का वास्तव में प्रशंसनीय प्रयास है।