संपादकीय

चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमें आमने-सामने…बेशक जंग के मैदान सरीखा एहसास होगा। वैसी ही उत्तेजना और तनाव…एक टीम चैंपियन बनेगी, तो दूसरी टीम उपविजेता रहेगी। ऐसा सुपरहिट फाइनल 10 सालों के बाद खेला जा रहा है। 2007 में टी-20 के विश्व कप फाइनल में भारत-पाक भिड़ंत हुई थी और

जंगल की सिसकियों में मातम का मंजर और पहरेदार की लाश का सबूत इस काबिल भी नहीं कि हम बता पाएं कि कसूर किसका और कसूरवार कौन। वन रक्षक होशियार सिंह की लाश से अशांत होने का सबब बढ़ता है और इसीलिए विरोध प्रदर्शन पूरे मामले से जुड़े आक्रोश को बयां कर रहे हैं। क्या

बालीवुड के सुपर स्टार सलमान खान ने इस बार अपनी मर्यादा और औकात लांघी हैं। सलमान उस स्तर के पढ़े-लिखे शख्स नहीं हैं कि भारत-पाक पर कोई बयान दे सकें। वह ऐसे बयानों के लिए अधिकृत पात्र भी नहीं हैं। सलमान कूटनीति, विदेश नीति, सैन्य रणनीति और पाकपरस्त आतंकवाद के बारे में कुछ भी नहीं

किसी खेल मैदान के कारण प्रतियोगिता का हारना प्रदेश के लिए शोभा नहीं देता, लेकिन पड्डल मैदान ग्रीष्मकालीन फुटबाल के लिए खुद को अयोग्य साबित कर चुका है। मंडी में अखिल भारतीय ग्रीष्मकालीन फुटबाल प्रतियोगिता का मैदान व्यवस्था के कारण रद्द होना खिलाडि़यों, ख्रेल प्रेमियों के अलावा हिमाचल की छवि के लिए असहज व असहनीय

किसान आंदोलन लगातार उग्र और व्यापक होता जा रहा है। अब यह चिंगारी पंजाब और हरियाणा तक भी पहुंच चुकी है। ये दोनों राज्य खेती और खाद्यान्न के गढ़ माने जाते रहे हैं, लिहाजा उन्हें देश में ‘अन्नदाता’ की उपमा भी हासिल है। हरियाणा के कांग्रेसी किसान प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के

तांगी संगम पर तैयार हो रहा पर्यटन अपने साथ कई धाराएं भी लेकर चल रहा है। लगातार दूसरी बार लाहुल-स्पीति के सर्द मरुस्थल ने अपनी हिफाजत में जो वीआईपी मार्ग बनाया उस पर पर्यटन का रोडमैप, देश के पर्यटन मंत्री डाक्टर महेश शर्मा स्वयं चिन्हित कर रहे हैं। यह आने वाले कल को तसदीक करता

कांग्रेस के दो बार लोकसभा सांसद रहे संदीप दीक्षित ने देश के सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत पर जो टिप्पणी की है,उसकी सीधी-सपाट व्याख्या है कि वह जनरल को ‘सड़क का गुंडा’ करार दे रहे हैं। संदीप दिल्ली की 15 सालों तक मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित के बेटे हैं। एक पुराने कांग्रेसी, संभ्रांत परिवार से

चुनावी हाजिरी में हिमाचल भाजपा का संकल्प हर दिन एक नया आगाज है और इसी परिप्रेक्ष्य में शिमला नगर निगम चुनाव अब सियासी तूफान का एक महत्त्वपूर्ण केंद्र बन रहा है। शिमला के मुद्दों के मायने समझते हुए भाजपा ने जो चुनावी चित्रण किया है, उससे हटकर उम्मीदवारों के अपने चरित्र का चित्रण भी रहेगा।

बीते कल एनडीटीवी चैनल के चेयरमैन प्रणय राय और प्रेस की आजादी के अंतर्विरोधों पर हमने लिखा था, लेकिन प्रेस की आड़ में काले धंधे करने वालों, घोटालेबाजों और हत्यारों की भी एक लंबी सूची है। उनमें ज्यादातर आज भी जेल में हैं। जब उन्होंने अपराध किए, घोटालों में शामिल रहे, कुकर्मों की एक पूरी