डा. कुलदीप चंद अग्रिहोत्री

कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार ये षड्यंत्रकारी इन्हीं लाशों का इंतज़ार कर रहे थे ताकि उन लाशों को लेकर पूरे पंजाब में आग लगा सकते। राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका वाड्रा पीछे हटने के लिए तैयार नहीं हैं। उनको पंजाब के लोगों की लाशें तो नहीं मिलीं लेकिन वे उसके लिए लंबा इंतज़ार करने

सज्जाद गनी लोन कश्मीर घाटी के राजनीतिक दलों में से पहले व्यक्ति थे जिन्होंने अब्दुल्ला परिवार और सैयद परिवार को चुनौती देते हुए 2014 के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी से समझौता ही नहीं किया था, बल्कि नरेंद्र मोदी का स्वागत भी किया था। पीडीपी-भाजपा के गठबंधन की सरकार में पीडीपी ने उन्हें मंत्री बनाने

न तो कांग्रेस में और न ही कम्युनिस्टों में इतनी शक्ति बची है कि वह नरेंद्र मोदी की सरकार के खिलाफ खुल कर जनता के बीच जा सकें। इसलिए इन्होंने यह आंदोलन बहुत ही सफाई से भारतीय किसान यूनियन को आगे करके शुरू किया। लेकिन आम आदमी पूछ सकता है कि क्या कांग्रेस को इस

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार आने वाले चार सालों में ट्रंप इस मामले को ठंडा नहीं होने देंगे कि वर्तमान राष्ट्रपति जो बाईडेन अमरीका का प्रतिनिधित्व नहीं करते, बल्कि वह चुनाव में धांधली करके चोर दरवाज़े से राष्ट्रपति बने हैं। यदि यह बहस चलती रही तो यक़ीनन बाईडेन की सरकार के आगे, विदेशों में

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार भाजपा और कुछ अन्य संगठन इस आंदोलन के साथ नहीं हैं। कृषि अधिनियमों को लेकर उनका दृष्टिकोण अलग है। लेकिन प्रदेश हित में हरजीत सिंह ग्रेवाल प्रयास कर रहे हैं कि किसी तरीके से सरकार और विरोध कर रहे संगठनों के बीच आपस में समझौता हो सके और मामला

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार कश्मीर घाटी में सैयद परिवार और अब्दुल्ला परिवार को चुनावों में किससे खतरा था जिसके कारण उनको संयुक्त मोर्चा बनाना पड़ा? थोड़ा गहराई से विचार किया जाए तो यह कोई बड़ा रहस्य नहीं रह जाता। इस संयुक्त मोर्चा या गुपकार मोर्चा को असली खतरा उन कश्मीरियों से था जो

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार अलबत्ता मुझे लग रहा है केवल सामान्य ज्ञान के लिए राहुल गांधी कभी-कभी अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह से जरूर पूछ लेते होंगे कि गुड़ की खेती ज्यादा लाभदायक है या गन्ने की? आखिर जिस मामले को लेकर आंदोलन हो रहा हो, उसकी मोटी-मोटी बातें पता होनी ही चाहिए। लेकिन विपक्षी

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार इसी मोड़ पर आकर ममता बनर्जी और भाजपा में टकराव है। भाजपा को बंगाल से खड़े होकर भारत को विश्वगुरु के पद पर स्थापित करने की अपनी यात्रा को नई चेतना और ऊर्जा से अनुप्राणित करना है, लेकिन ममता बनर्जी को यहीं से अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को स्थापित

डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री वरिष्ठ स्तंभकार अब फिर अनुच्छेद 370 को लेकर आवाज उठी है जिसकी वापसी के कुछ झंडे आंदोलन में भी देखे जा रहे हैं। अनुच्छेद 370 हटने के बाद प्रदेश का सबसे बड़ा घोटाला, सरकारी भूमि हड़पने का घोटाला पकड़ में आया है। इसकी पद्धति इस प्रकार रखी गई कि किसी पर