आस्था

उपायुक्त कुल्लू ने जारी किए फरमान; इस साल महादेव के दीदार नहीं कर सकेंगे श्रद्धालु, हर साल 15 जुलाई को रवाना होते थे भक्त मनाली – हर तरफ कहर बरपाए कोरोना ने श्रीखंड यात्रा पर भी रोक लगा दी है। सावन माह में जहां इस यात्रा में देश-विदेश से भक्त भगवान शिव के दर्शनों के

संक्रांति से श्रावण मास की शुरुआत; कोरोना संकटकाल के चलते मंदिरों में नहीं दिखेगी रौनक धर्मशाला  – हर वर्ष शिवभक्त बड़ी उत्सुकता से श्रावण माह का इंतजार करते हैं। हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष सावन माह की शुरुआत संक्रांति अर्थात 16 जुलाई से हो रही है। इसके बाद इस महीने आने वाले सोमवार को व्रत

गोण्डा – भगवान शिव के प्रिय मास श्रावण में हमेशा श्रद्धालुओं से गुलजार रहने वाले महाभारत कालीन सिद्ध पृथ्वीनाथ मंदिर में कोरोना संक्रमण के चलते इस बार सन्नाटा पसरा हुआ है। गोंडा जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर खरगूपुर बाजार से पश्चिम दिशा की ओर स्थित मंदिर में साढ़े पांच फुट ऊंचे शिवलिंग के

भगवान शिव के मंदिर की वास्तुकला उत्तराखंड के अन्य पुराने मंदिरों जैसी है। शिव मंदिर में भगवान राम परिवार और माता दुर्गा का मंदिर भी है। मंदिर के भीतर काली शिला की शक्ति पर शिवलिंग बना है। इसकी गहराई का किसी को भी अंदाजा नहीं है… उत्तराखंड में भगवान शिव के अनेको मंदिर हैं। हर

हिमाचल को देवभूमि कहा जाता है, क्योंकि यहां पर हर गांव या क्षेत्र में कोई ना कोई देवस्थान रहता है, जिसका क्षेत्र में एक विशेष महत्त्व होता है। हिमाचल में अनेक शक्तिपीठ हैं और यहां पर पूरे भारत से ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी अनेक श्रद्धालु दर्शनों के लिए आते हैं। इसके अतिरिक्त कई

– डा. चिरंजीत परमार,  186/3 जेल रोड, मंडी विश्व-भ्रमण मास्को कभी मेरा ड्रीम शहर हुआ करता था। यह 1960-61 की बात है। तब मेरी उम्र 21-22 साल थी और मैं एसएससी का छात्र था। मेरे पिता जी उन दिनों बिलासपुर में कार्यरत थे और पुराने बिलासपुर शहर में रहा करते थे। हमारा मकान सांढू के

परिचर्चा – 2 कोरोना वायरस की दवा बनाने के लिए पूरे विश्व के विशेषज्ञ प्रयत्न कर रहे हैं। इस दिशा में अभी तक किसी को भी शत-प्रतिशत सफलता नहीं मिली है। इस बीच योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि कंपनी ने कोरोना की दवा बना लेने का दावा किया और जिसे बाद में ‘इम्युनिटी बूस्टर’

श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव के निमित्त व्रत किए जाते हैं। इस मास में शिव की पूजा का विशेष विधान है। कुछ भक्त तो पूरे मास ही भगवान शिव की पूजा-आराधना और व्रत करते हैं। अधिकांश व्यक्ति केवल श्रावण मास में पड़ने वाले सोमवार का ही व्रत करते हैं। श्रावण मास के

श्रीश्री रवि शंकर एक समय था जब न्यायपालिका परेशान लोगों के लिए सांत्वना का माध्यम थी, निराश लोगों के लिए आशा की किरण थी, गलत काम करने वाले लोगों के लिए भय का कारण थी तथा कानून का पालन करने वाले लोगों को राहत देती थी। यह बुद्धिमान और संवेदनशील लोगों के लिए एक घर