आस्था

श्रीश्री रवि शंकर नकारात्मक कार्य आपको पीड़ा देते हैं, लेकिन यह नकारात्मकता हमेशा नहीं रहती है। अच्छे कार्य आपको सुखद अनुभव देते हैं, लेकिन कुछ समय बाद वे गायब हो जाते हैं। हर कार्य और उसका फल समाप्त हो जाता है। ये हमेशा नहीं रहने वाले। दान का अर्थ है देना। इसमें क्षमा भी सम्मिलित

अब तक हम मुख्य रूप से केवल कैलाश मानसरोवर के विषय में सुनते या जानते आ रहे हैं, लेकिन क्या आपको पता है एक और आदि कैलाश है, जो कि भारत में ही है और उसे कैलाश के समान ही दर्जा प्राप्त है। यह पंच कैलाश में से एक है। माना जाता है कि जब

हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा, विकास खंड नगरोटा बगवां की पंचायत सिहुंड में लगभग 1000 वर्ष प्राचीन डीनू नाग बाबा का मंदिर है। जानकारी के अनुसार डीनू नाग बाबा सतयुग में पाताल लोक से मृत्यु लोक में भ्रमण के लिए निकले, कई वर्ष भ्रमण करने के बाद नाग बाबा नगरोटा बगवां की सिहुंड नाम की

प्रदोष व्रत अति मंगलकारी और शिव कृपा प्रदान करने वाला है। यह व्रत प्रत्येक महीने के कृष्ण व शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को रखा जाता है, इसलिए इसे वार के अनुसार पूजन करने का विधान शास्त्र सम्मत माना गया है। प्रत्येक वार के प्रदोष व्रत की पूजन विधि अलग-अलग मानी गई है। व्रती ब्रह्म मुहूर्त

योगिनी एकादशी को भगवान नारायण की पूजा-आराधना की जाती है। पुराणों के अनुसार आषाढ़ कृष्ण पक्ष की एकादशी योगिनी है। श्री नारायण भगवान विष्णु का ही नाम है। विधि : इस दिन व्रती रहकर भगवान नारायण की मूर्ति को स्नान कराके भोग लगाते हुए पुष्प, धूप, दीप से आरती उतारनी चाहिए। अन्य एकादशियों के समान

-गतांक से आगे… सहस्त्रनामश्रवणात्पठनात्पूजनात्प्रिये। धारणात्सर्वमाप्नोति वैष्णवो नात्र संशयः।। 156।। वंशीतटे चान्यवटे तथा पिप्पलकेथवा। कदम्बपादपतले गोपालमूर्तिसन्निधौ।। 157।। यः पठेद्वैष्णवो नित्यं स याति हरिमन्दिरम। कृष्णेनोक्तं राधिकायै मया प्रोक्तं पुरा शिवे।। 158।। नारदाय मया प्रोक्तं नारदेन प्रकाशितम्। मया त्वयि वरारोहे प्रोक्तमेतत्सुदुर्लभम्।। 159।। गोपनीयं प्रयत्नेन् न प्रकाश्यं कथंचन। शठाय पापिने चैव लम्पटाय विशेषतः।। 160।। न दातव्यं न दातव्यं न

दिनभर की भागदौड़ और थकान के कारण कई बार मस्सल्स पेन होने लगता है, लेकिन अगर यह प्रॉब्लम लंबे समय तक बनी रहे, तो यह किसी हैल्थ प्रॉब्लम का संकेत भी हो सकता है। प्रॉब्लम बढ़ने पर तुरंत डाक्टरी ट्रीटमेंट लें।  हमारी बॉडी में तीन तरह की मस्सल्स पाई जाती हैं जिनके नाम हैं, स्केलेटल

हर पेरेंट्स अपने बच्चे को प्यार करते हैं। वो चाहते हैं कि अपने बच्चे को वो सारी खुशियां दें, जो वो अफॉर्ड कर सकते हैं। लेकिन मनोवैज्ञानिकों के अनुसार जिन बच्चों की बचपन से हर तरह की इच्छा पूरी की जाती है, उनका व्यावहारिक विकास अच्छी तरह नहीं हो पाता है। व्यावहारिक विकास की हम

– डा. जगीर सिंह पठानिया सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक, आयुर्वेद, बनखंडी हरड़ के औषधीय गुण हरड़ का वृक्ष काफी बड़ा होता है जो कि प्रायः सारे भारत वर्ष में पाया जाता है। औषधि में इसके फल का प्रयोग किया जाता है। इसका हिंदी नाम हरड़, संस्कृत नाम हरीतकी तथा बोटेनिकल नाम टर्मिनेलीआ चेबुला है। इसमें चेबुलिक