प्रो. एनके सिंह

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार इस बात की प्रबल संभावना है कि संसदीय चुनावों में प्रदर्शन को देखते हुए सभी को यह उम्मीद थी कि भाजपा के पास जीत का कार्ड है, लेकिन केजरीवाल द्वारा मतदाताओं को सुविधाओं के कार्ड बांटने से और मुफ्त वितरण ने स्थिति बदल दी है। उनके पक्ष में दो

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार वामपंथ से जुड़े पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार और संघ की वर्तमान अध्यक्ष आईशी घोष बात कर रहे हैं। किसी समय पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार मोदी या शाह या किसी अन्य व्यक्ति के बारे में गैर-जिम्मेदाराना तरीके से बात करते हैं। वास्तव में आंदोलन में शामिल अधिकांश छात्र

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार यदि कुछ और नहीं तो कविता भारत में अपने उद्वरण के दुरुपयोग के कारण कलह का केंद्र बिंदु बन सकती है। नागरिकता कानून के निहितार्थ के मामले में भारत उबाल पर है और कविता को कुछ मामलों में संदर्भित क्रांति के समर्थन के रूप में उद्धृत किया गया है।

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार संविधान में महत्त्वपूर्ण बदलावों के लिए भी यह साल याद किया जाएगा और इसका सुचारू प्रबंधन देश के गृह मंत्री ने किया। उनका दावा है कि अनुच्छेद 370 के बदलावों को लागू करने में एक भी गोली नहीं चली है। आर्थिक मंदी और जीडीपी घटने के बावजूद शेयर बाजार

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार यह बिल्कुल उचित समय है जब सामाजिक क्षेत्र में अनावश्यक संघर्ष और तनाव फैलाने वाले झूठ और अफवाहों पर अंकुश लगाया जाना चाहिए। राजनीतिक दलों को नियमित रूप से तथ्यों को अभिव्यक्त करना चाहिए और सरकार को तथ्यों का प्रसार करना चाहिए। फिर भी मनुष्य अभी भी अपने स्वार्थों

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार सारनाथ और खजुराहो जैसे स्मारक इस बात का उदाहरण हैं कि कैसे लोगों ने आक्रमणकारियों द्वारा उनके विध्वंस के डर से इसे धूल के नीचे दबा दिया। यह मानसिक सदमे में यादों के नुकसान के रूप में प्रकट होने वाला धार्मिक दमन था। अंग्रेजों ने भारत पर कब्जा कर

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार हाल के दिनों में चार मुद्दों पर बहस हो रही है। 1. देश बलात्कार की घटनाओं से भरा हुआ हो गया है और वास्तव में एक राजनेता जो क्रूर मजाक के लिए जाना जाता है, भारत को एक बलात्कारी कहता है। 2. भारत में अन्य देशों की तुलना में

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार यह आदर्शवाद व विचारधारा के अंत का एक विचित्र प्रदर्शन है, जब इस तरह की असमान सोच वाले लोग पिछली पृष्ठभूमि को भूलकर केवल भौतिक लाभ के लिए एक साझे राजनीतिक दुश्मन को हराने के लिए इकट्ठा होते हैं। कोई भी विचारधारा केवल धन शक्ति नहीं है, जो नए

प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार राष्ट्र अब बौद्धिक संपदा को विकसित करने के लिए चेतना विकसित कर रहे हैं जो आर्थिक विकास और वैज्ञानिक सफलता का स्रोत है। इसलिए उच्च शिक्षा एक देश को आगे बढ़ाने के लिए बेहद महत्त्वपूर्ण है। दुर्भाग्य से हम इस स्तर पर विकसित राष्ट्रों से पीछे हैं और प्रगति