प्रो. सुरेश शर्मा ,लेखक घुमारवीं से हैं

वर्तमान आधुनिकता, भौतिकवाद तथा उपभोक्तावादी संस्कृति में जीवन के आसमान की ऊंचाइयों को छूने का प्रयास करते हुए गांव के हाट, बाट तथा घराट से भी हमारा परिचय होना चाहिए। गांव की मिट्टी तथा सांस्कृतिक परिवेश से सभी को हमेशा जुड़े रहना चाहिए… हिमाचल प्रदेश देवी-देवताओं की धरती है। यहां पर आयोजित होने वाले मेले,

अभिभावक अपने घर पर एक अच्छा शैक्षिक वातावरण तैयार कर सकते हैं। उन्हें चाहिए कि वे बच्चों की तुलना न करें, उन पर गुस्सा न करें। अपनी आशाओं तथा आकांक्षाओं को बच्चों के ऊपर न थोपें। बच्चों पर अनावश्यक रूप से दबाव भी नहीं डालना चाहिए… सफलता एक दिन में नहीं मिलती। इसके लिए निरंतर

लता दीदी की स्मृति में प्रदेश सरकार द्वारा घोषित ‘लता मंगेशकर संगीत महाविद्यालय’ तथा ‘लता मंगेशकर स्मृति राज्य सम्मान’ की घोषणा इस महान गायिका को सच्ची श्रद्धांजलि है… भारतीय शिक्षण परंपरा में संगीत से संस्कार तथा संस्कार से संस्कृति को सहेजने का कार्य बहुत ही महत्त्वपूर्ण माना गया है। बीसवीं शताब्दी में भारतीय शास्त्रीय संगीत

इस पहाड़ी सुंदर प्रदेश की अपनी एक प्रभावशाली सांस्कृतिक नीति होनी चाहिए। प्रदेश में समग्र कलाओं के विकास, लोक कलाओं के संरक्षण, कलाकारों के आर्थिक संवर्धन के लिए एक संयुक्त, समग्र, संतुलित तथा सशक्त सांस्कृतिक नीति की महती आवश्यकता है… साधारणतः जनमानस में संस्कृति को सहेजने, संरक्षण तथा संवर्धन की चर्चा होती रहती है। संस्कृति

इसके अतिरिक्त हिमाचल पुलिस में साउदर्न रेंज, सेंट्रल रेंज तथा नॉर्दन रेंज के बीच हर वर्ष विभिन्न सांगीतिक प्रतिस्पर्धाओं में प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं जिससे पुलिस के इन कलाकारों में उत्साह बना रहता है। वर्तमान में कलर्स चैनल पर चल रहे हुनरबाज देश की शान की टीवी रियलिटी शो में हिमाचल पुलिस आर्केस्ट्रा दल

अभिभावकों को यह स्वीकार करना होगा कि शिक्षक उनके बच्चों के ज्ञान देवता हैं। शिक्षकों को भी अपने व्यवसाय की गरिमा को बनाए रखते हुए कर्त्तव्यनिष्ठा को समर्पित भाव से अपना किरदार निभाना होगा। शिक्षा व्यवसाय नहीं, मिशन है… ज्ञान के असीमित एवं अनंत क्षेत्र में किसी भी व्यवसाय, कला, विद्या, तकनीक, खेलकूद एवं साहित्य

कर्मचारियों को शांत होकर, दबाव रहित अपने कार्यों को कुशलतापूर्वक करना चाहिए। इसके साथ ही वे पूरी नींद लें, संगीत सुनें, ध्यान लगाएं, व्यायाम करें, परिवार तथा समाज के लोगों से मिलें-जुलें, परिजनों सहित घूमने निकलें तथा सभी से बतियाना भी बहुत आवश्यक है। इससे चिंताएं तथा परेशानियां दूर होती हैं… वर्तमान समय में कार्यस्थलों

यह सत्य है कि संवैधानिक रूप से हिंदी भारतवर्ष की प्रथम राजभाषा है। यह भी ठीक है कि यह भाषा देश में सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। हिंदी की अपनी अलग खूबियां तथा विशेषताएं हैं। संसार की सभी उन्नत भाषाओं में हिंदी सबसे अधिक व्यवस्थित भाषा है। यह सबसे सरल तथा

शिक्षकों को अपने अमूल्य व्यवसाय पर गौरवान्वित महसूस करना चाहिए। शिक्षक दिवस शिक्षा की ज्योति को निरंतर प्रकाशित करने का संकल्प दिवस होता है। शिक्षकों को कर्मठता, ईमानदारी तथा समर्पित भाव से कार्य करने का संकल्प लेकर महान गुरुओं की परंपरा को अपने व्यवहार तथा कार्यों से श्रेष्ठता के शिखर पर स्थापित करने का प्रयास

प्रदेश के लोगों को अपरिचित लोगों के संभावित तथा अप्रत्याशित व्यवहार से सचेत रहना चाहिए तथा प्रदेश सरकार द्वारा भी उनकी सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए जाने चाहिए। प्रदेश के भीतर किसी भी व्यक्ति को किसी भी कीमत पर इस तरह की खुली छूट नहीं दी जा सकती। ऐसे असभ्य तथा अमर्यादित आचरण से