अपनी माटी

ईवन ईयर होने के चलते हिमाचल में इस बार आम की फसल भरपूर है। लोगों को जी भरके आम चूसने को मिल रहे हैं। कांगड़ा जैसे जिलों में तो आलम यह कि आम मंडियां न सजने से फलों के राजा की बेकद्री भी खूब हो रही है। अब आते हैं जामुन पर। इस बार प्रदेश

बिलासपुर में 25 साल से प्रोडक्शन कर रहे हैं बिलासपुर के सुरेंद्र गुप्ता देवभूमि  हिमाचल  में  ऐसी कई जड़ी.बूटियां मिलती हैं, जिनसे कई रोग ठीक होते हैं। इन्ही में से एक है लेमन ग्रास।  लेमन ग्रास इम्यूनिटी को बढ़ाता है तथा कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से भी लड़ता है। अपनी माटी टीम आपको ऐसे किसान

हिमाचल में इस बार मक्की की फसल पर एक के बाद एक आफत टूटकर पड़ रही है। किसान पहले ही अंग्रेजी खाद न मिल पाने से तंग हैं, और अब सुंडी ने फसल को जकड़ लिया है। प्रदेश के ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा व चंबा से किसान ऐसी शिकायतें कर रहे हैं।  सुंडी के कारण

फॉल आर्मी वर्म है कीट का नाम, महकमे के एक्सपर्ट के पास है तोड़ परागपुर क्षेत्र के किसानों द्वारा कृषि विभाग के अधिकारियों से संपर्क के उपरांत  कृषि विभाग के अधिकारी डा. अशोक कुमार,  प्रभारी, राज्य जैव नियंत्रण प्रयोगशाला पालमपुर व डा. गुलशन मनकोटिया कृषि विकाश अधिकारी डाडासिबा ने डा. प्रदीप कुमार, प्रसार विशेषज्ञ यपादप

मंडी जिला के विकास खंड करसोग की पंचायत मतेहल के गांव कलेहणी निवासी बागबान ने मात्र 2 वर्षों के दौरान ही उस भूमि पर आधुनिक तकनीक से सेब का शानदार बागीचा स्थापित करने का कमाल कर दिखाया है,जिसमें अभी तक गंदम  मक्की ही पैदा होती रही है। करसोग विधानसभा में लो हाइट क्षेत्र के लिए

बंगाणा। उपमंडल बंगाणा में मक्की की फसल बिजाई के बाद अब किसानों में यूरिया खाद को लेकर हाहाकार मच गई है। यूरिया खाद न मिलने से किसान भारी परेशान हो रहे हैं। किसान अन्य सभी कामकाज छोड़कर को-आपरेटिव सोसायटियों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन वहां उन्हें यूरिया खाद नहीं मिल रही है। इसके अलावा

यह गोमूत्र का जादू भी है और होनहार किसान की मेहनत॒भी। महज दो बेल पर लगी 100 लौकियां हर किसी का मन मोह रही हैं। यह कमाल करने वाले किसान का नाम है ओम प्रकाश। ओमप्रकाश मंडी जिला में धर्मपुर हलके के तहत बिंगा पंचायत के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि वह अपने खेतों

मक्की और धान की फसल संकट में, समय पर खेप न पहुंची तो बर्बाद हो जाएगी फसल हिमाचल में मक्की और धान की रोपाई लगभग मुकम्मल हो चुकी है। रोपाई के बाद मक्की और धान की फसल के लिए यूरिया की जरूरत होती है,लेकिन इन दनों प्रदेश के कई इलाकों में किसानों को यूरिया नहीं

बल्ह के कठयाल गांव से राजस्थान का शातिर टमाटर के 300 क्रेट लेकर चंपत हो गया है। इस हैरानी भरे मामले को लेकर किसान सभा अब मुखर हो गई है। किसान सभा ने  नायब तहसीलदार के जरिए  डीसी मंडी और बल्ह के एसडीएम को  ज्ञापन भेजा है। किसान सभा के अध्यक्ष परस राम ने बताया