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एक मुसलमान का, चाहे उसका पुतला ही क्यों न हो, जलाया गया था। क़ायदे से उसे दफनाना चाहिए था। लेकिन ग़ुलाम नबी इससे भी डरे नहीं। आखिर थे तो भट्ट ही। कश्मीर में आज भी अनेक भट्ट दफनाते नहीं जलाते ही हैं, चाहे पुतला ही क्यों न हो। एक पत्रकार ने आखिर पूछ ही लिया

ओलंपिक व अन्य अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में आज बहुत कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। जैसे-जैसे प्रौद्योगिकी व चिकित्सा के क्षेत्र में उन्नति हो रही है, वैसे-वैसे उत्तम आहार व उन्नत शारीरिक क्रियाओं से मानव के स्वास्थ्य में काफी ज्यादा सुधार हुआ है। जब स्वास्थ्य में सुधार होगा तो खेल परिणाम स्वाभाविक

रोजगार के अवसरों की कमी एक बहाना मात्र है। इंटरनेट और तकनीक के मेल से नई क्रांति आई है। यह सही है कि रोज़गार छिने हैं, नौकरियां गई हैं, लेकिन यह भी सच है कि नए ज़माने की आवश्यकताओं के अनुरूप हुनरमंद लोगों की मांग बढ़ी है और उनके वेतनमान में उछाल आया है। एक

वर्दी के टर्नआउट द्वारा यह पहचाना जा सकता है कि वर्दीधारी अपने कार्य में कितना संयमित, अनुशासित और तत्पर है। अतः प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी का टर्नआउट उच्च स्तर का होना चाहिए। इससे जवान का मनोबल बढ़ता है, साथ ही साथ पुलिस विभाग की जनता में छवि सुधारने में भी सहयोग प्राप्त होता है… पुलिस

हमें देश हित में अर्थव्यवस्था के भविष्य को लेकर पॉजिटिव रहना होगा। यकीनन हमारी आर्थिकी मंदी से जीतेगी। सुझाव है कि इंफ्रास्ट्रक्चर और टेक्नोलॉजी सेक्टर की नीतिगत समस्याओं को दूर करना होगा और उसे प्राइवेट प्लेयरों के लिए दिलचस्प बनाना होगा। सरकार को सार्वजनिक सुविधाओं के क्षेत्र में निवेश करना चाहिए… कोरोना वायरस महामारी की

इन झीलों को कम खतरनाक नहीं आंका जा सकता और उत्तराखंड जैसी त्रासदी कहीं और न हो, इसके लिए इन झीलों की सतत निगरानी हो… जलवायु परिवर्तन आज के युग की वास्तविकता बन चुकी है। प्रचलित विकास मॉडल के लिए ऊर्जा की अत्यधिक आवश्यकता है और यह जरूरत लगातार बढ़ती ही जा रही है। वही 

सरकारी और निजी दोनों प्रकार के बैंकों की विशेष लोगों को गलत ऋण देने की प्रवृत्ति होती है जिस पर अंकुश रिजर्व बैंक को लगाना चाहिए। इन परिस्थितियों को देखते हुए वित्त मंत्री को बधाई है कि उन्होंने दो सरकारी बैंकों के निजीकरण का फैसला किया है। जानकार बताते हैं कि दो छोटे सरकारी बैंकों

वैचारिक मतभेद होना आवश्यक है, लेकिन मनभेद घातक होता है। रेडियो और सोशल मीडिया के माध्यम से जिस भी व्यक्ति ने यह देखा-सुना, उसे बहुत पीड़ा हुई कि आज संवैधानिक व्यक्ति के ऊपर किस तरह से लोकतंत्र का हनन हो रहा है। भारतीय संविधान में महामहिम राष्ट्रपति और महामहिम राज्यपाल का पद संवैधानिक पद है

निश्चित रूप से मैकेंजी की बदलते हुए वैश्विक रोजगार से संबंधित रिपोर्ट के मद्देनजर देश में डिजिटल रोजगार के मौकों को बढ़ाने और वैश्विक स्तर पर डिजिटल रोजगार के मौकों को बड़ी संख्या में प्राप्त करने के लिए अभी से ही रणनीतिक कदम उठाए जाने जरूरी हैं। तभी नए अवसर नई पीढ़ी की मुट्ठियों में