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पत्नी की मृत्यु या कई बार अनबन हो जाने से पुनर्विवाह भी होते हैं, जिन्हें परायणा कहते हैं। पति भी पत्नी के मर जाने या भाग जाने पर तथा पत्नी भी पति की मृत्यु पर परायणा करने को स्वतंत्र है। एक और विवाह जो कुछ वर्ष पहले यहां प्रचलित था, वह है रीत। परित्यक्ता या

टोटल धमाल निर्देशक : इंद्र कुमार कलाकार : अजय देवगन, माधुरी दीक्षित, अनिल कपूर रिलीज दिनांक : 22 फरवरी, 2019 द स्काई इज पिंक निर्देशक : शोनाली बोस संगीतकार : प्रीतम चक्रबोर्ती कलाकार : प्रियंका चोपड़ा, जायरा वसीम, फरहान अख्तर रिलीज दिनांक : 22 फरवरी, 2019 22 यार्ड्स निर्देशक : मिताली घोषाल कलाकार : बरुन

भारत में लड़कियों की कमी है और टिकटॉक आने के बाद लड़के ही लड़कियां बन बैठे हैं। *** पप्पू के पीछे डाक्टर भाग रहा था। लोगों ने पूछाः क्या हुआ। डाक्टरः 4 बार ऐसा हुआ है कि दिमाग का ऑपरेशन करवाने आता है और बाल कटवा कर भाग जाता है। *** संताः हमने मोबाइल मैरिज

14 फरवरी का दिन भारत के लिए एक दुखद दिन था। गुरुवार दोपहर 40 सीआरपीएफ  जवान  उस समय शहीद हुए जब भारतीय नियंत्रित कश्मीर में भारतीय अर्द्धसैनिक बल जवानों के काफिले के पास एक बम विस्फोट हुआ। यह हाल के वर्षों में संकटग्रस्त क्षेत्र में सबसे घातक हमलों में से एक है। टीवी अभिनेता घटना

संजय लीला भंसाली जन्मदिवस 24 फरवरी, 1963 24 फरवरी, 1963 को मुंबई में जन्मे संजय लीला भंसाली ने अपने करियर की शुरुआत विदु विनोद चोपड़ा के सहायक के तौर पर की। भंसाली ने विदु विनोद चोपड़ा की फिल्म ‘परिंदा’ और ‘1942 लव स्टोरी’ और ‘करीब’ में सहायक निर्देशक के तौर पर काम किया। बतौर स्वतंत्र

एक दिन  गणेश प्रताप सिंह के पास हूल इलाके का एक आदमी आया और उसने राजा को एक तांबे का टुकड़ा दिखाया। उसने कहा कि उसके गांव के पास तांबे की एक खान निकली है। यदि इसे खोदा जाए तो इससे बहुत लाभ हो सकता है। राजा ने आदेश दिया और इससे जो आय हुई

एक गिरगिट था। अच्छा, मोटा-ताजा। काफी हरे जंगल में रहता था। खान-पीने की कोई तकलीफ  नहीं थी। आसपास जीव-जंतु बहुत मिल जाते थे। फिर भी वह उदास रहता था। उसका ख्याल था कि उसे कुछ और होना चाहिए था। और हर चीज, हर जीव का अपना एक रंग था। पर उसका अपना कोई एक रंग

दुनिया में लोगों के बीच कई तरह के भेदभाव पैदा हो रहे हैं, जो कि लोगों के बीच एक दूरी का कारण बन गया है। इन भेदभावों के कारण कई लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहीं दुनिया में इस तरह की बुरियों को खत्म करने के लिए हर साल

आस्ट्रेलिया का मूल निवासी है कंगारू।  यह आस्ट्रेलिया के विकास का प्रतीक है, क्योंकि कंगारू हमेशा आगे की ओर ही चलता है, पीछे कभी नहीं चलता। मेक्रोपोडिडा प्रजाति का यह एकमात्र प्राणी है, जो अपने बच्चों को अपनी ही खाल में बने थैले में रखता है। जब यह 40 से 60 किमी की रफ्तार से